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शिमला , 31 जनवरी [ विशाल सूद ] ! सड़क सुरक्षा को लेकर एक माह तक चले जागरूकता अभियान का समापन हो गया। एक महीने तक शिमला पुलिस और जिला प्रशासन ने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को ट्रैफिक नियमों के पालन करने के साथ ही अनमोल जीवन लापरवाही से हादसों का शिकार न हो इसके प्रति लोगों को सड़क पर पंपलेट बांटकर, निबंध, नारा लेखन व नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से जागरूक किया। कार्यक्रम के समापन पर आज शिमला के गयेटी थियेटर में अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। समारोह में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता और विभिन्न पहलुओं पर वक्ताओं ने विचार रखे और अभियान के तहत बेहतर कार्य करने वाले स्वयं सेवी व पुलिस कर्मियों के अलावा विभिन्न प्रतियोगिताओ के विजेताओ को सम्मानित किया गया। इस दौरान ओंकार शर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के द्वारा लोगों को जागरुक करने के लिए एक महीने तक कार्यक्रम चलाया गया है। जिसमें निबंध लेखन के साथ-साथ अनेक गतिविधियों के द्वारा सड़क सुरक्षा को लेकर हमारी क्या जिम्मेदारी है और कैसे नियमों का पालन कर के इन हादसों से बचा जा सकता है। इस बारे में जागरूक किया गया है। उन्होंने कहा कि युवावस्था में जब इस तरह नियमों का पालन करना आदत बन जाता है तो न केवल अपनी बल्कि आसपास के लोगों को भी जान बचाई जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम लगातार चलाए जा रहे हैं जिससे प्रदेश की 75 लाख की आबादी तक जागरूकता का संदेश पहुंचाया जा सके।
शिमला , 31 जनवरी [ विशाल सूद ] ! सड़क सुरक्षा को लेकर एक माह तक चले जागरूकता अभियान का समापन हो गया। एक महीने तक शिमला पुलिस और जिला प्रशासन ने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को ट्रैफिक नियमों के पालन करने के साथ ही अनमोल जीवन लापरवाही से हादसों का शिकार न हो इसके प्रति लोगों को सड़क पर पंपलेट बांटकर, निबंध, नारा लेखन व नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से जागरूक किया।
कार्यक्रम के समापन पर आज शिमला के गयेटी थियेटर में अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। समारोह में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता और विभिन्न पहलुओं पर वक्ताओं ने विचार रखे और अभियान के तहत बेहतर कार्य करने वाले स्वयं सेवी व पुलिस कर्मियों के अलावा विभिन्न प्रतियोगिताओ के विजेताओ को सम्मानित किया गया।
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इस दौरान ओंकार शर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के द्वारा लोगों को जागरुक करने के लिए एक महीने तक कार्यक्रम चलाया गया है। जिसमें निबंध लेखन के साथ-साथ अनेक गतिविधियों के द्वारा सड़क सुरक्षा को लेकर हमारी क्या जिम्मेदारी है और कैसे नियमों का पालन कर के इन हादसों से बचा जा सकता है। इस बारे में जागरूक किया गया है।
उन्होंने कहा कि युवावस्था में जब इस तरह नियमों का पालन करना आदत बन जाता है तो न केवल अपनी बल्कि आसपास के लोगों को भी जान बचाई जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम लगातार चलाए जा रहे हैं जिससे प्रदेश की 75 लाख की आबादी तक जागरूकता का संदेश पहुंचाया जा सके।
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