माल्याण में लोग हुए मुखर, फोरलेन कंपनी पर लगाए धमकाने के आरोप, ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, प्रदर्शन कर उग्र आंदोलन के लिए चेतावनी,
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शिमला , 29 जून ! कैथली घाट से ढली फोरलेन का निर्माण कार्य शुरू हो गया है लेकिन कंपनी द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य पर सवाल खड़े हो रहे हैं कंपनी द्वारा जो ढंगे लगाए जा रहे है वे पहले ही बारिश में गिर गए हैं जिससे लोगों के खेतों में मालवा पहुंच रहा है और लोगों के घरों को भी खतरा मंडराने लगा है कंपनी द्वारा निर्माण कार्य से निकलने वाले मलबे को भी जगह-जगह अवैध रूप से डंप किया जा रहा है । जो कभी भी कहर बरसा सकता है ऐसे में स्थानीय लोगों में भी डर के साए में है वहीं लोगों ने अब इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है शनिवार को फोरलेन कंपनी के खिलाफ मल्याणा में धरना प्रदर्शन किया और यदि नियमों के तहत काम नहीं होता है और मालवा सही तरीके से डंप नहीं किया जाता है तो काम ठप करवा कर उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा यही नहीं ग्रामीणों ने कंपनी प्रबंधन पर बाउंसर लाकर धमकाने के आरोप लगाए है। कम्पनी के खिलाफ ग्रामीणों ने ढली थाना में मामला दर्ज करवाया है। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि फोरलेन निर्माण में उनकी जमीनें गई है। वे फोरलेन बनने के विरोध में नही है लेकिन कम्पनी मनमर्जी से काम कर रही है हर कही मलबा डंप किया जा रहा है ओर जो डंगे लगाए जा रहे है वो भी धंस गए है और जो डंगे लगाए जा रहे है वो भी सही नही है कभी भी वे गिर सकते है जिससे भवनों को खतरा बना हुआ है।उनका कहना है कि कम्पनी मलबा खेतो के साथ डंप कर रही है और बारिश होने से मलबा नीचे आने से फसलों के खराब होने का डर सता रहा है। कम्पनी यहां पर गुंडागर्दी पर उतर आई है और बाउंसर तैनात किए जा रहे है जो कि ग्रामीणों को डरा रहे है जिससे यहां माहौल खराब हो सकता है। ग्रामीणों ने कहा कि कंपनी के खिलाफ दिल्ली थाना में फिर भी दर्ज करवाई गई है और जिला प्रशासन से लेकर सरकार को कंपनी की मनमर्जी पर रोक लगाने की मांग की गई लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है हालांकि स्थानीय विधायक और मंत्री अनुरोध सिंह ने के निर्देशों के बाद ही पुलिस द्वारा मामला दर्ज किया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण कार्य सही से हो मलबा चिन्हित स्थानों पर ही डाला जाए और यदि कंपनी का यही रवैना रहा तो उग्र आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा साथ ही फोरलेन निर्माण कार्य नही करने दिया जाएगा। वही पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि कैथली घाट से ढली फोरलेन का काम चला हुआ है जिसमे कई अनियमितता ए बरती जा रही है। बिना अनुमति के काम किया जा रहा हैं। अभी सेकंड स्टेज की परमिशन नहीं आई है फॉरेस्ट की डीआर कटी है लेकिन 37 लाख जमा नहीं करवाए हैं । मलबा वैज्ञानिक तरीके से डंप नहीं किया जा रहा है। डंपिंग साइट में ग्रेट वॉल नियमों के तहत नहीं है फॉरेस्ट एरिया में मलबा डंप किया जा रहा है। अभी दो दिन पहले हुए आधे घंटे की बारिश में तीन बड़े डंगे गिर गए। कंपनी द्वारा जो मालवा दम किया जा रहा है वह लोगों के खेतों और घरों में जाग रहा है और आने वाले दिनों में यह बड़ा त्रासदी का रूप ले सकती है यदि बाहर से ज्यादा होती है तो यह मालवा तबाही मचा सकता है इसको लेकर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के अलावा उपयुक्त और नहीं के अधिकारियों से भी बात की गई है ओर जो भी अधिकारी अनियमितताओ में शामिल होंगे उन पर निश्चित रूप से कार्यवाई की जाएगी।
शिमला , 29 जून ! कैथली घाट से ढली फोरलेन का निर्माण कार्य शुरू हो गया है लेकिन कंपनी द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य पर सवाल खड़े हो रहे हैं कंपनी द्वारा जो ढंगे लगाए जा रहे है वे पहले ही बारिश में गिर गए हैं जिससे लोगों के खेतों में मालवा पहुंच रहा है और लोगों के घरों को भी खतरा मंडराने लगा है कंपनी द्वारा निर्माण कार्य से निकलने वाले मलबे को भी जगह-जगह अवैध रूप से डंप किया जा रहा है ।
जो कभी भी कहर बरसा सकता है ऐसे में स्थानीय लोगों में भी डर के साए में है वहीं लोगों ने अब इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है शनिवार को फोरलेन कंपनी के खिलाफ मल्याणा में धरना प्रदर्शन किया और यदि नियमों के तहत काम नहीं होता है और मालवा सही तरीके से डंप नहीं किया जाता है तो काम ठप करवा कर उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा यही नहीं ग्रामीणों ने कंपनी प्रबंधन पर बाउंसर लाकर धमकाने के आरोप लगाए है। कम्पनी के खिलाफ ग्रामीणों ने ढली थाना में मामला दर्ज करवाया है।
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वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि फोरलेन निर्माण में उनकी जमीनें गई है। वे फोरलेन बनने के विरोध में नही है लेकिन कम्पनी मनमर्जी से काम कर रही है हर कही मलबा डंप किया जा रहा है ओर जो डंगे लगाए जा रहे है वो भी धंस गए है और जो डंगे लगाए जा रहे है वो भी सही नही है कभी भी वे गिर सकते है जिससे भवनों को खतरा बना हुआ है।उनका कहना है कि कम्पनी मलबा खेतो के साथ डंप कर रही है और बारिश होने से मलबा नीचे आने से फसलों के खराब होने का डर सता रहा है। कम्पनी यहां पर गुंडागर्दी पर उतर आई है और बाउंसर तैनात किए जा रहे है जो कि ग्रामीणों को डरा रहे है जिससे यहां माहौल खराब हो सकता है।
ग्रामीणों ने कहा कि कंपनी के खिलाफ दिल्ली थाना में फिर भी दर्ज करवाई गई है और जिला प्रशासन से लेकर सरकार को कंपनी की मनमर्जी पर रोक लगाने की मांग की गई लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है हालांकि स्थानीय विधायक और मंत्री अनुरोध सिंह ने के निर्देशों के बाद ही पुलिस द्वारा मामला दर्ज किया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण कार्य सही से हो मलबा चिन्हित स्थानों पर ही डाला जाए और यदि कंपनी का यही रवैना रहा तो उग्र आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा साथ ही फोरलेन निर्माण कार्य नही करने दिया जाएगा।
वही पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि कैथली घाट से ढली फोरलेन का काम चला हुआ है जिसमे कई अनियमितता ए बरती जा रही है। बिना अनुमति के काम किया जा रहा हैं। अभी सेकंड स्टेज की परमिशन नहीं आई है फॉरेस्ट की डीआर कटी है लेकिन 37 लाख जमा नहीं करवाए हैं । मलबा वैज्ञानिक तरीके से डंप नहीं किया जा रहा है। डंपिंग साइट में ग्रेट वॉल नियमों के तहत नहीं है फॉरेस्ट एरिया में मलबा डंप किया जा रहा है। अभी दो दिन पहले हुए आधे घंटे की बारिश में तीन बड़े डंगे गिर गए।
कंपनी द्वारा जो मालवा दम किया जा रहा है वह लोगों के खेतों और घरों में जाग रहा है और आने वाले दिनों में यह बड़ा त्रासदी का रूप ले सकती है यदि बाहर से ज्यादा होती है तो यह मालवा तबाही मचा सकता है इसको लेकर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के अलावा उपयुक्त और नहीं के अधिकारियों से भी बात की गई है ओर जो भी अधिकारी अनियमितताओ में शामिल होंगे उन पर निश्चित रूप से कार्यवाई की जाएगी।
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