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शिमला , 12 सितम्बर, [ ब्यूरो रिपोर्ट] ! लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज यहां लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्माण कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने अधिकारियों को खराब प्रदर्शन करने वाले ठेकेदारों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रमुख परियोजनाओं के क्रियान्वयन में विभाग द्वारा की गई उल्लेखनीय प्रगति के लिए विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान अब तक रखरखाव कार्य में 526.42 करोड़ रुपये की राशि व्यय की जा चुकी है। विभाग ने बुनियादी ढांचे के विकास में उल्लेखनीय प्रगति की है और इस वर्ष 18 पुलों, 33 भवनों, 190.44 किलोमीटर मोटर योग्य सड़कों और 309.22 किलोमीटर क्रॉस ड्रेनेज का निर्माण किया गया है। इसके अलावा 674.30 किलोमीटर सड़कों पर तारकोल बिछाया गया है और 1060 किलोमीटर सड़कों का समय-समय पर नवीनीकरण किया गया है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-2 के तहत शत-प्रतिशत तथा पीएमजीएसवाई-1 के अंतर्गत 99 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके अतिरिक्त वर्तमान में प्रदेश में नाबार्ड के तहत 337 परियोजनाएं चल रही हैं, जबकि शेष 15 परियोजनाओं को शीघ्र आवंटित कर दिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार लोक निर्माण विभाग के आधुनिकीकरण पर विशेष ध्यान दे रही है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के मार्गदर्शन में विभाग का डिजिटलीकरण किया जा रहा है, जिसके लिए विभाग के डब्ल्यूएएमआईएस सॉफ्टवेयर को अपग्रेड करने पर सक्रिय रूप से कार्य किया जा रहा है। यह कदम पीडब्ल्यूडी की कार्य प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा और परियोजना निष्पादन में पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा। यह सॉफ्टवेयर निविदा प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करेगा और कार्यों को समय पर पूरा करने और सुशासन में दक्षता और जवाबदेही पर सरकार की प्रतिबद्धता को प्रतिबिंबित करेगा। विक्रमादित्य सिंह ने अधिकारियों को ठेकेदारों के कार्यों की निगरानी करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्धारित समय और गुणवत्तापूर्ण काम न करने वाले ठेकेदारों के विरूद्ध कार्रवाई कर उन्हें ब्लैक लिस्ट करने को कहा। उन्होंने उच्च गुणवत्ता मानकों को पूरा करने वाले ठेकेदारों को और कार्य देकर पुरस्कृत करने की सिफारिश भी की। विक्रमादित्य सिंह ने भारी बारिश से हुए नुकसान पर चर्चा करते हुए लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों द्वारा किए गए बहाली कार्यों की सराहना की। उन्होंने विभाग को क्षतिग्रस्त सड़कों और पुलों की तत्काल मरम्मत और रखरखाव को प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिए ताकि जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। सचिव लोक निर्माण विभाग अभिषेक जैन, विशेष सचिव हरबंस सिंह ब्रसकोन, प्रमुख अभियंता एन.पी. सिंह, प्रमुख अभियंता (परियोजना) जितेंद्र सिंह और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
शिमला , 12 सितम्बर, [ ब्यूरो रिपोर्ट] !
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज यहां लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्माण कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने अधिकारियों को खराब प्रदर्शन करने वाले ठेकेदारों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने प्रमुख परियोजनाओं के क्रियान्वयन में विभाग द्वारा की गई उल्लेखनीय प्रगति के लिए विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान अब तक रखरखाव कार्य में 526.42 करोड़ रुपये की राशि व्यय की जा चुकी है। विभाग ने बुनियादी ढांचे के विकास में उल्लेखनीय प्रगति की है और इस वर्ष 18 पुलों, 33 भवनों, 190.44 किलोमीटर मोटर योग्य सड़कों और 309.22 किलोमीटर क्रॉस ड्रेनेज का निर्माण किया गया है। इसके अलावा 674.30 किलोमीटर सड़कों पर तारकोल बिछाया गया है और 1060 किलोमीटर सड़कों का समय-समय पर नवीनीकरण किया गया है।
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विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-2 के तहत शत-प्रतिशत तथा पीएमजीएसवाई-1 के अंतर्गत 99 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके अतिरिक्त वर्तमान में प्रदेश में नाबार्ड के तहत 337 परियोजनाएं चल रही हैं, जबकि शेष 15 परियोजनाओं को शीघ्र आवंटित कर दिया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार लोक निर्माण विभाग के आधुनिकीकरण पर विशेष ध्यान दे रही है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के मार्गदर्शन में विभाग का डिजिटलीकरण किया जा रहा है, जिसके लिए विभाग के डब्ल्यूएएमआईएस सॉफ्टवेयर को अपग्रेड करने पर सक्रिय रूप से कार्य किया जा रहा है। यह कदम पीडब्ल्यूडी की कार्य प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा और परियोजना निष्पादन में पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा। यह सॉफ्टवेयर निविदा प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करेगा और कार्यों को समय पर पूरा करने और सुशासन में दक्षता और जवाबदेही पर सरकार की प्रतिबद्धता को प्रतिबिंबित करेगा।
विक्रमादित्य सिंह ने अधिकारियों को ठेकेदारों के कार्यों की निगरानी करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्धारित समय और गुणवत्तापूर्ण काम न करने वाले ठेकेदारों के विरूद्ध कार्रवाई कर उन्हें ब्लैक लिस्ट करने को कहा। उन्होंने उच्च गुणवत्ता मानकों को पूरा करने वाले ठेकेदारों को और कार्य देकर पुरस्कृत करने की सिफारिश भी की।
विक्रमादित्य सिंह ने भारी बारिश से हुए नुकसान पर चर्चा करते हुए लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों द्वारा किए गए बहाली कार्यों की सराहना की। उन्होंने विभाग को क्षतिग्रस्त सड़कों और पुलों की तत्काल मरम्मत और रखरखाव को प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिए ताकि जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
सचिव लोक निर्माण विभाग अभिषेक जैन, विशेष सचिव हरबंस सिंह ब्रसकोन, प्रमुख अभियंता एन.पी. सिंह, प्रमुख अभियंता (परियोजना) जितेंद्र सिंह और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
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