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शिमला , 13 फरवरी [ शिवानी ] ! राजधानी शिमला में आज सचिवालय में मंत्रिमंडल की कैबिनेट की बैठक होनी थी जो किन्हीं कारणों से आज न हो कर अब 15 फरवरी को की जाएगी। इस बारे में मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने एक प्रेस वार्ता बुलाकर जानकारी दी। उन्होंने कहां कि आज होने बाली केबिनेट की बैठक अब 15 फरवरी को की जाएगी। इसका मुख्य कारण यह रहा कि मुख्यमंत्री पिछले तीन दिनों से अस्वस्थ चल रहे है। उन्होंने कहां कि मुख्यमंत्री को पिछले तीन दिनों से वायरल टेंपरेचर है जिसे देखते हुए यह फैसला लिया गया है। ताकि अन्य कोई इससे प्रभावित न हो वहीं इस प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशे को एक बहुत बड़ा चिंता का विषय प्रदेश में बढ़ रहे नशे को लेकर कहां कि इसके लिए एक बड़ी मुहिम छेड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहां कि नशा तस्करों ने धीरे धीरे हिमाचल में अपनी जड़े मजबूत करने का काम किया है क्योंकि इस और पहले उतना ध्यान नहीं दिया गया। और अब यह एक बहुत बड़ी समस्या प्रदेश के लिए बन चुकी है। उन्होंने कहां कि इसे खत्म करने के लिए समाज के हर वर्ग के लोग, मीडिया कर्मी, पुलिस प्रशासन, सामाजिक संस्थाएं, पंचायत प्रतिनिधियों को सरकार के साथ मिल कर इस नशे रूपी दानव के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ने की जरूरत है। साथ ही इसके खिलाफ राजनीति से ऊपर उठ कर काम करने की जरूरत है।
शिमला , 13 फरवरी [ शिवानी ] ! राजधानी शिमला में आज सचिवालय में मंत्रिमंडल की कैबिनेट की बैठक होनी थी जो किन्हीं कारणों से आज न हो कर अब 15 फरवरी को की जाएगी। इस बारे में मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने एक प्रेस वार्ता बुलाकर जानकारी दी।
उन्होंने कहां कि आज होने बाली केबिनेट की बैठक अब 15 फरवरी को की जाएगी। इसका मुख्य कारण यह रहा कि मुख्यमंत्री पिछले तीन दिनों से अस्वस्थ चल रहे है। उन्होंने कहां कि मुख्यमंत्री को पिछले तीन दिनों से वायरल टेंपरेचर है जिसे देखते हुए यह फैसला लिया गया है। ताकि अन्य कोई इससे प्रभावित न हो
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वहीं इस प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशे को एक बहुत बड़ा चिंता का विषय प्रदेश में बढ़ रहे नशे को लेकर कहां कि इसके लिए एक बड़ी मुहिम छेड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहां कि नशा तस्करों ने धीरे धीरे हिमाचल में अपनी जड़े मजबूत करने का काम किया है क्योंकि इस और पहले उतना ध्यान नहीं दिया गया। और अब यह एक बहुत बड़ी समस्या प्रदेश के लिए बन चुकी है।
उन्होंने कहां कि इसे खत्म करने के लिए समाज के हर वर्ग के लोग, मीडिया कर्मी, पुलिस प्रशासन, सामाजिक संस्थाएं, पंचायत प्रतिनिधियों को सरकार के साथ मिल कर इस नशे रूपी दानव के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ने की जरूरत है। साथ ही इसके खिलाफ राजनीति से ऊपर उठ कर काम करने की जरूरत है।
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