- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला , 05 जुलाई [ विशाल सूद ] ! शिमला में सदर क्षेत्र के पुलिस कर्मियों ने सड़क सुरक्षा को लेकर दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया। एचपी आरआईडीसी के द्वारा करवाया जा रहा यह प्रशिक्षण शिविर विश्व बैंक द्वारा पोषित है। प्रशिक्षण शिविर के पहले दिन पुलिसकर्मियों को ट्रैफिक मैनेजमेंट और इंफोर्समेंट रेगुलेशंस पर पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया, तो वहीं कल होने वाले इस प्रशिक्षण कैंप के दूसरे दिन सदर रेंज के पुलिस कर्मियों को मामलों में जांच करने के गुर सिखाए जाएंगे। डीआईजी टीटीआर गुरुदेव शर्मा ने बताया कि 2 दिनों तक चलने वाले इस प्रशिक्षण शिविर में दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रैफिक एजुकेशन के लोग पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण देंगे। इस कार्यक्रम में मामले के एक्सपोर्ट डॉक्टर बलबुजा भी पुलिसकर्मियों के साथ सड़क सुरक्षा पर अपनी एक्सपर्ट राय साझा करेंगे। सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों को लेकर डीआईजी गुरुदेव शर्मा ने बताया कि सड़क दुर्घटना में सबसे बड़ा कारण ओवरस्पीडिंग है। उन्होंने बताया अगर आंकड़ों का आकलन करें तो 46% सड़क दुर्घटनाओं के मामले ओवरस्पीडिंग की वजह से सामने आते हैं। वहीं उन्होंने बताया कि हिमाचल में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की दर राष्ट्रीय दर से ज़्यादा है. हालांकि प्रदेश के लिए खुशी की बात यह है कि साल 2017 के बाद हिमाचल प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं की दर में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला , 05 जुलाई [ विशाल सूद ] ! शिमला में सदर क्षेत्र के पुलिस कर्मियों ने सड़क सुरक्षा को लेकर दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया। एचपी आरआईडीसी के द्वारा करवाया जा रहा यह प्रशिक्षण शिविर विश्व बैंक द्वारा पोषित है। प्रशिक्षण शिविर के पहले दिन पुलिसकर्मियों को ट्रैफिक मैनेजमेंट और इंफोर्समेंट रेगुलेशंस पर पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया, तो वहीं कल होने वाले इस प्रशिक्षण कैंप के दूसरे दिन सदर रेंज के पुलिस कर्मियों को मामलों में जांच करने के गुर सिखाए जाएंगे।
डीआईजी टीटीआर गुरुदेव शर्मा ने बताया कि 2 दिनों तक चलने वाले इस प्रशिक्षण शिविर में दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रैफिक एजुकेशन के लोग पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण देंगे। इस कार्यक्रम में मामले के एक्सपोर्ट डॉक्टर बलबुजा भी पुलिसकर्मियों के साथ सड़क सुरक्षा पर अपनी एक्सपर्ट राय साझा करेंगे।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों को लेकर डीआईजी गुरुदेव शर्मा ने बताया कि सड़क दुर्घटना में सबसे बड़ा कारण ओवरस्पीडिंग है। उन्होंने बताया अगर आंकड़ों का आकलन करें तो 46% सड़क दुर्घटनाओं के मामले ओवरस्पीडिंग की वजह से सामने आते हैं। वहीं उन्होंने बताया कि हिमाचल में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की दर राष्ट्रीय दर से ज़्यादा है. हालांकि प्रदेश के लिए खुशी की बात यह है कि साल 2017 के बाद हिमाचल प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं की दर में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -