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शिमला ,18 जनवरी [ विशाल सूद ] ! तारादेवी टुटू बाईपास के बीच एमसी कूड़ेदान की गाड़ी 7 बजे सड़क से अनियंत्रित होकर गिरी, जिसमें चालक की मौके पर हुई मौत। मथौली के स्थानीय लोगों ने सुबह जब तेजी से गाड़ी गिरने की आवाज सुनी तो वह मौके पर मथौली की घासनी पर पहुंचे और गाड़ी में सवार लोगों को खोजने लगे। कुछ समय के पश्चात एमसी कूड़ेदान की गाड़ी से 150 मीटर पर गाड़ी चालक का शव मिला। इसके साथ ही स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना बालूगंज पुलिस स्टेशन में दी तथा पुलिस मौके पर पहुंची और दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण किया। चालक की मौके पर मौत होने के बाद पुलिस कर्मचारियों ने शव को प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज आईजीएमसी में पोस्टमार्टम के लिए भेजा। गाड़ी सड़क से 300 मीटर दूर गिरी। जिसमें गाड़ी ने चीड़ के तीन छोटे पेड़ों को तोड़ते हुए मथौली की घासनी पर पंहुची। वही रोजाना की तरह एमसी कूड़ेदान की गाड़ी कूड़ा एकत्रित करने के पश्चात टुटू तारादेवी के बीच कूड़ादान संयंत्र ले जा रही थी। वहीं अन्य ड्राइवर को कहना है कि चालक काफी अनुभवी थे ऐसे में यह दुर्घटना कैसे हुई यह एक प्रश्न चिन्ह है। जहां पर यह हादसा हुआ वहां पर सड़क काफी चौड़ी थी वहीं पुलिस कर्मचारियों का कहना था कि सूर्य की रोशनी चालक पर गिरी हो जिसके चलते हादसा हुआ हो।
शिमला ,18 जनवरी [ विशाल सूद ] ! तारादेवी टुटू बाईपास के बीच एमसी कूड़ेदान की गाड़ी 7 बजे सड़क से अनियंत्रित होकर गिरी, जिसमें चालक की मौके पर हुई मौत। मथौली के स्थानीय लोगों ने सुबह जब तेजी से गाड़ी गिरने की आवाज सुनी तो वह मौके पर मथौली की घासनी पर पहुंचे और गाड़ी में सवार लोगों को खोजने लगे। कुछ समय के पश्चात एमसी कूड़ेदान की गाड़ी से 150 मीटर पर गाड़ी चालक का शव मिला। इसके साथ ही स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना बालूगंज पुलिस स्टेशन में दी तथा पुलिस मौके पर पहुंची और दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण किया। चालक की मौके पर मौत होने के बाद पुलिस कर्मचारियों ने शव को प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज आईजीएमसी में पोस्टमार्टम के लिए भेजा। गाड़ी सड़क से 300 मीटर दूर गिरी। जिसमें गाड़ी ने चीड़ के तीन छोटे पेड़ों को तोड़ते हुए मथौली की घासनी पर पंहुची। वही रोजाना की तरह एमसी कूड़ेदान की गाड़ी कूड़ा एकत्रित करने के पश्चात टुटू तारादेवी के बीच कूड़ादान संयंत्र ले जा रही थी।
वहीं अन्य ड्राइवर को कहना है कि चालक काफी अनुभवी थे ऐसे में यह दुर्घटना कैसे हुई यह एक प्रश्न चिन्ह है। जहां पर यह हादसा हुआ वहां पर सड़क काफी चौड़ी थी वहीं पुलिस कर्मचारियों का कहना था कि सूर्य की रोशनी चालक पर गिरी हो जिसके चलते हादसा हुआ हो।
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