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शिमला, 18 सितम्बर, [ ब्यूरो रिपोर्ट ] ! राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश अध्यक्ष जगदीश शर्मा के नेतृत्व में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से आज यहां भेंट की। प्रतिनिधिमंडल ने विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पद भरने, प्री-प्राइमरी की एनटीटी भर्ती, पदोन्नति और वेतन विसंगितयां दूर करने, स्थगित की गई खेल प्रतियोगिताओं को शुरू करने, महंगाई भत्ता और एरियर का भुगतान, खंड शिक्षा अधिकारी का पद राजपत्रित करने सहित विभिन्न मांगों से अवगत करवाया। शिक्षा मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल की सभी मांगों को ध्यानपूर्वक सुना और सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। शिक्षा मंत्री ने विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए नवाचार और नवोन्मेष की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों से विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण, अनुशासन, तार्किक शक्ति का विकास तथा राष्ट्रीय चिंतन की भावना आती है। मौजूदा दौर में शिक्षकों को परिवर्तन के साथ नयापन लाना होगा। प्रदेश में शिक्षक बेहतरीन कार्य कर रहे हैं और पूरी तरह प्रशिक्षित भी हैं। सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या में निरंतर कमी आ रही और सरकार को शून्य नामांकन अथवा पांच से कम नामांकन वाले स्कूलों को बन्द करना पड़ रहा हैै। उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों में गत वर्ष की तुलना में 51 हजार विद्यार्थियों की संख्या कम हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अकादमिक सत्र में तबादलों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो। शिक्षा सचिव राकेश कंवर, संयुक्त शिक्षा सचिव सुनील वर्मा, प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली, प्रारंभिक शिक्षा अतिरिक्त निदेशक, बी. आर. शर्मा और प्रतिनिधिमंडल के अन्य पदाधिकारी इस दौरान उपस्थित रहे।
शिमला, 18 सितम्बर, [ ब्यूरो रिपोर्ट ] !
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश अध्यक्ष जगदीश शर्मा के नेतृत्व में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से आज यहां भेंट की। प्रतिनिधिमंडल ने विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पद भरने, प्री-प्राइमरी की एनटीटी भर्ती, पदोन्नति और वेतन विसंगितयां दूर करने, स्थगित की गई खेल प्रतियोगिताओं को शुरू करने, महंगाई भत्ता और एरियर का भुगतान, खंड शिक्षा अधिकारी का पद राजपत्रित करने सहित विभिन्न मांगों से अवगत करवाया। शिक्षा मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल की सभी मांगों को ध्यानपूर्वक सुना और सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।
शिक्षा मंत्री ने विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए नवाचार और नवोन्मेष की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों से विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण, अनुशासन, तार्किक शक्ति का विकास तथा राष्ट्रीय चिंतन की भावना आती है। मौजूदा दौर में शिक्षकों को परिवर्तन के साथ नयापन लाना होगा। प्रदेश में शिक्षक बेहतरीन कार्य कर रहे हैं और पूरी तरह प्रशिक्षित भी हैं।
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सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या में निरंतर कमी आ रही और सरकार को शून्य नामांकन अथवा पांच से कम नामांकन वाले स्कूलों को बन्द करना पड़ रहा हैै। उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों में गत वर्ष की तुलना में 51 हजार विद्यार्थियों की संख्या कम हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अकादमिक सत्र में तबादलों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
शिक्षा सचिव राकेश कंवर, संयुक्त शिक्षा सचिव सुनील वर्मा, प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली, प्रारंभिक शिक्षा अतिरिक्त निदेशक, बी. आर. शर्मा और प्रतिनिधिमंडल के अन्य पदाधिकारी इस दौरान उपस्थित रहे।
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