- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला, 16 अक्टूबर [ विशाल सूद ] ! भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान ने अपने 59वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में एक सप्ताह तक चलने वाले समारोह की शुरुआत आज से आरंभ हो गई है । इस अवसर पर संस्थान के पूल थियेटर में एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रोफेसर जे. के. रॉय द्वारा दिए गए स्वागत भाषण से हुई। इसके बाद, प्रोफेसर प्रियंका वैद्य ने पूर्व फेलो और कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. उषा बंदे का परिचय दिया। डॉक्टर ऊषा बंदे ने अपने वक्तव्य में संस्थान से जुड़ी अपनी सुनहरी यादें साझा की और शुभकामनाएं प्रेषित की। सांस्कृतिक कार्यक्रम में कई संगीत प्रस्तुतियाँ भी शामिल थीं, जिनमें डॉ. त्रिशा पॉल का रवींद्र संगीत गायन और डॉ. जोगिंदर सकलानी का एकल गायन प्रमुख रहे। इसके अलावा, डॉ. गजेन्द्र भारद्वाज और सहयोगियों द्वारा सआदत हसन मंटो की प्रसिद्ध रचना "टोबा टेक सिंह" पर आधारित नाटक का मंचन किया गया। इसके बाद डॉ. हेमंत पाल घृतलहरे ने छत्तीसगढ़ी लोकगीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का समापन सचिव श्री मेहर चंद नेगी के अध्यक्षीय भाषण से हुआ, जिसमें उन्होंने फेलो, सहयोगियों और कर्मचारियों के सक्रिय योगदान की सराहना की और इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से संस्थान में सामूहिकता और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया। धन्यवाद प्रस्ताव विक्रय एवं जनसंपर्क अधिकारी श्री अखिलेश पाठक द्वारा प्रस्तुत किया गया। सप्ताहभर चलने वाले इन समारोहों के तहत निम्नलिखित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे: • 17 अक्टूबर 2024: पूल थियेटर में एक और सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। • 18 अक्टूबर 2024: सुबह 11:00 बजे से पूल थियेटर में स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के सहयोग से एक विशेष रक्तदान शिविर आयोजित किया जाएगा। • 20 अक्टूबर 2024 (रविवार): स्थापना दिवस सप्ताह का समापन एक औपचारिक कार्यक्रम के साथ किया जाएगा, जिसमें निदेशक इसकी अध्यक्षता करेंगे। इसके बाद संस्थान के परिसर में वृक्षारोपण किया जाएगा।
शिमला, 16 अक्टूबर [ विशाल सूद ] ! भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान ने अपने 59वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में एक सप्ताह तक चलने वाले समारोह की शुरुआत आज से आरंभ हो गई है । इस अवसर पर संस्थान के पूल थियेटर में एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रोफेसर जे. के. रॉय द्वारा दिए गए स्वागत भाषण से हुई। इसके बाद, प्रोफेसर प्रियंका वैद्य ने पूर्व फेलो और कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. उषा बंदे का परिचय दिया। डॉक्टर ऊषा बंदे ने अपने वक्तव्य में संस्थान से जुड़ी अपनी सुनहरी यादें साझा की और शुभकामनाएं प्रेषित की।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
सांस्कृतिक कार्यक्रम में कई संगीत प्रस्तुतियाँ भी शामिल थीं, जिनमें डॉ. त्रिशा पॉल का रवींद्र संगीत गायन और डॉ. जोगिंदर सकलानी का एकल गायन प्रमुख रहे। इसके अलावा, डॉ. गजेन्द्र भारद्वाज और सहयोगियों द्वारा सआदत हसन मंटो की प्रसिद्ध रचना "टोबा टेक सिंह" पर आधारित नाटक का मंचन किया गया। इसके बाद डॉ. हेमंत पाल घृतलहरे ने छत्तीसगढ़ी लोकगीत प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का समापन सचिव श्री मेहर चंद नेगी के अध्यक्षीय भाषण से हुआ, जिसमें उन्होंने फेलो, सहयोगियों और कर्मचारियों के सक्रिय योगदान की सराहना की और इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से संस्थान में सामूहिकता और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया। धन्यवाद प्रस्ताव विक्रय एवं जनसंपर्क अधिकारी श्री अखिलेश पाठक द्वारा प्रस्तुत किया गया।
सप्ताहभर चलने वाले इन समारोहों के तहत निम्नलिखित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे:
• 17 अक्टूबर 2024: पूल थियेटर में एक और सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा।
• 18 अक्टूबर 2024: सुबह 11:00 बजे से पूल थियेटर में स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के सहयोग से एक विशेष रक्तदान शिविर आयोजित किया जाएगा।
• 20 अक्टूबर 2024 (रविवार): स्थापना दिवस सप्ताह का समापन एक औपचारिक कार्यक्रम के साथ किया जाएगा, जिसमें निदेशक इसकी अध्यक्षता करेंगे। इसके बाद संस्थान के परिसर में वृक्षारोपण किया जाएगा।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -