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शिमला , 24 जून , [ ब्यूरो रिपोर्ट ] ! CUET-NEET-UGC NET- UGC CSIR विसंगतियों और घोटालों से जुड़े हालिया घोटालों के बीच, NBEMS अक्षम साबित हुआ है। मेडिकल कॉलेजों में MS/MD कार्यक्रमों के लिए योग्यता प्रवेश परीक्षा, NEET PG परीक्षा को परीक्षा समय से मात्र 12 घंटे पहले स्थगित घोषित कर दिया गया। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया,(एसएफआई) हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी , केंद्रीय मंत्रालय और NBEMS द्वारा की जा रही छात्र विरोधी गतिविधियों की कड़ी निंदा करते हैं। दिखावे के लिए NTA निदेशक को बर्खास्त करने से मंत्रालय को छात्रों के बढ़ते गुस्से से नहीं बचाया जा सकेगा। हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि हाल के दिनों में हुई कई राष्ट्रीय परीक्षा विसंगतियों के कारण छात्र समुदाय केंद्रीय मंत्रालय के खिलाफ एकजुट है। एसएफआई, मांग करती हैं: 1. एनटीए और एनबीईएमएस को तत्काल प्रभाव से पूरी तरह से खत्म किया जाना चाहिए। 2. शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। 3. सीएसआईआर-यूजीसी नेट और नीट पीजी परीक्षाओं के असामयिक स्थगन से प्रभावित छात्रों को सरकार द्वारा पूर्ण मुआवजा दिया जाना चाहिए। एसएफआई राज्य अध्यक्ष अनिल ठाकुर ने कहा कि हम मोदी सरकार को चेतावनी देते हैं कि यदि उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो छात्र अपने अधिकारों की मांग के लिए सड़कों पर उतर कर उग्र आंदोलन करेगी ।
शिमला , 24 जून , [ ब्यूरो रिपोर्ट ] ! CUET-NEET-UGC NET- UGC CSIR विसंगतियों और घोटालों से जुड़े हालिया घोटालों के बीच, NBEMS अक्षम साबित हुआ है।
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मेडिकल कॉलेजों में MS/MD कार्यक्रमों के लिए योग्यता प्रवेश परीक्षा, NEET PG परीक्षा को परीक्षा समय से मात्र 12 घंटे पहले स्थगित घोषित कर दिया गया।
स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया,(एसएफआई) हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी , केंद्रीय मंत्रालय और NBEMS द्वारा की जा रही छात्र विरोधी गतिविधियों की कड़ी निंदा करते हैं। दिखावे के लिए NTA निदेशक को बर्खास्त करने से मंत्रालय को छात्रों के बढ़ते गुस्से से नहीं बचाया जा सकेगा। हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि हाल के दिनों में हुई कई राष्ट्रीय परीक्षा विसंगतियों के कारण छात्र समुदाय केंद्रीय मंत्रालय के खिलाफ एकजुट है।
एसएफआई, मांग करती हैं:
1. एनटीए और एनबीईएमएस को तत्काल प्रभाव से पूरी तरह से खत्म किया जाना चाहिए।
2. शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
3. सीएसआईआर-यूजीसी नेट और नीट पीजी परीक्षाओं के असामयिक स्थगन से प्रभावित छात्रों को सरकार द्वारा पूर्ण मुआवजा दिया जाना चाहिए।
एसएफआई राज्य अध्यक्ष अनिल ठाकुर ने कहा कि हम मोदी सरकार को चेतावनी देते हैं कि यदि उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो छात्र अपने अधिकारों की मांग के लिए सड़कों पर उतर कर उग्र आंदोलन करेगी ।
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