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शिमला , 28 नवंबर [ विशाल सूद ] ! प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी की emarai मशीन पिछले चार दिनों से खराब चल रही है जिससे मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हैरानी इस बात की है कि एमआरआई रूम के बाहर अस्पताल के पिल्लरों में निजी एमआरआई करवाने वालों के बड़े बड़े इश्तिहार लगे हैं और अन्दर सरकारी एमआरआई मशीन चार दिन ठप्प पड़ी है। कई मरीजों को जुलाई, अगस्त के महीने में आज एमआरआई करवाने की डेट मिली थी लेकिन दो से तीन महीने इन्तजार करने के बाद भी आज भी एमआरआई नहीं हुआ। एमआरआई नहीं होने से मरीजों को ईलाज में देरी के साथ समय की बर्बादी और आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। मरीजों का कहना है कि तीन महीने बाद आज एमआरआई करवाने की डेट मिली थी लेकिन मशीन खराब होने के कारण आज भी एमआरआई नहीं हुआ और मशीन ठीक होने पर फोन कॉल करके बुलाने की डॉक्टर ने बात कही है। अस्पताल के एमएस डॉ राहुल राव से जब मशीन की खराबी को लेकर जानना चाहा तो उन्होंने छुट्टी पर होने की बात कही है हालांकि आईजीएमसी प्रशासन बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं का दावा करता नहीं थकता लेकिन दुसरी तरफ तस्वीरें कुछ और ही कहती हैं।
शिमला , 28 नवंबर [ विशाल सूद ] ! प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी की emarai मशीन पिछले चार दिनों से खराब चल रही है जिससे मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हैरानी इस बात की है कि एमआरआई रूम के बाहर अस्पताल के पिल्लरों में निजी एमआरआई करवाने वालों के बड़े बड़े इश्तिहार लगे हैं और अन्दर सरकारी एमआरआई मशीन चार दिन ठप्प पड़ी है। कई मरीजों को जुलाई, अगस्त के महीने में आज एमआरआई करवाने की डेट मिली थी लेकिन दो से तीन महीने इन्तजार करने के बाद भी आज भी एमआरआई नहीं हुआ।
एमआरआई नहीं होने से मरीजों को ईलाज में देरी के साथ समय की बर्बादी और आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। मरीजों का कहना है कि तीन महीने बाद आज एमआरआई करवाने की डेट मिली थी लेकिन मशीन खराब होने के कारण आज भी एमआरआई नहीं हुआ और मशीन ठीक होने पर फोन कॉल करके बुलाने की डॉक्टर ने बात कही है।
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अस्पताल के एमएस डॉ राहुल राव से जब मशीन की खराबी को लेकर जानना चाहा तो उन्होंने छुट्टी पर होने की बात कही है हालांकि आईजीएमसी प्रशासन बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं का दावा करता नहीं थकता लेकिन दुसरी तरफ तस्वीरें कुछ और ही कहती हैं।
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