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शिमला , 27 अप्रैल [ विशाल सूद ] ! अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पूर्व प्रान्त महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक शिक्षक संघ के साथियों को निलंबित करना दुर्भाग्य पूर्ण है। डॉ मामराज पुंडीर से सरकार से मांग करते हुए कहा कि प्राथमिक संघ के जिन शिक्षकों को प्रदेश सरकार ने निलंबित किया है उन्हें बहाल किया जाये। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री आदरणीय सुखविंदर सिंह सुखू जी और शिक्षामंत्री रोहित ठाकुर जी से पुरज़ोर माँग की , जिन शिक्षकों का सरकार ने निलंबित किया है उन्हें बहाल किया जाये तथा शिक्षकों को वार्तालाप हेतु बुला कर उनकी मांगो पर सकारात्मक चर्चा कर उसका निवारण करना चाहिए । सरकार द्वारा शिक्षक साथियो का निलंबन उनके लोकतान्त्रिक अधिकारों का हनन है उसे तुरंत प्रभाव से वापिस ले लेना चाहिए। भारतीय संविधान का अनुच्छेद 19: स्वतंत्रता का अधिकार। यह भाषण, अभिव्यक्ति, संगठन, और आंदोलन की स्वतंत्रता के लिए महत्वपूर्ण अधिकार प्रदान करता है । ये मौलिक अधिकारों के हनन का फरमान है। डॉ मामराज पुंडीर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश का शिक्षक वर्ग इन शिक्षक साथियों के साथ है। हिमाचल प्रदेश में काम करने वाले शिक्षक सरकार के फेसलो से हैरान है। आंदोलनकारी लोगो का साथ देने वाले लोग आज सता में है और अपने हक्को की आवाज उठाने वाले शिक्षक साथियों को निलंबित कर दिया है। प्रदेश के कर्मचारियों के हक्को को छीनने वाले कुछ चाटुकार स्वम्भु कर्मचारी है जो सरकार को गुमराह कर रहे है। आज अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पूर्व प्रान्त महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर ने शिक्षा निदेशालय में क्रमिक अनशन पर बैठे प्राथमिक शिक्षक संघ के साथियों से मुलाक़ात हुई तथा उनकी मांगो पर चर्चा हुई।हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री आदरणीय सुखविंदर सिंह सुखू जी और शिक्षामंत्री रोहित ठाकुर जी से निवेदन है कि जिन शिक्षकों का सरकार ने निलंबित किया है उन्हें बहाल करे तथा शिक्षकों को वार्तालाप हेतु बुला कर उनकी मांगो पर चर्चा कर उसका निवारण करे। सरकार द्वारा शिक्षक साथियो का निलंबन उनके लोकतान्त्रिक अधिकारों का हनन है उसे तुरंत प्रभाव से वापिस ले लेना चाहिए।
शिमला , 27 अप्रैल [ विशाल सूद ] ! अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पूर्व प्रान्त महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक शिक्षक संघ के साथियों को निलंबित करना दुर्भाग्य पूर्ण है। डॉ मामराज पुंडीर से सरकार से मांग करते हुए कहा कि प्राथमिक संघ के जिन शिक्षकों को प्रदेश सरकार ने निलंबित किया है उन्हें बहाल किया जाये।
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री आदरणीय सुखविंदर सिंह सुखू जी और शिक्षामंत्री रोहित ठाकुर जी से पुरज़ोर माँग की , जिन शिक्षकों का सरकार ने निलंबित किया है उन्हें बहाल किया जाये तथा शिक्षकों को वार्तालाप हेतु बुला कर उनकी मांगो पर सकारात्मक चर्चा कर उसका निवारण करना चाहिए । सरकार द्वारा शिक्षक साथियो का निलंबन उनके लोकतान्त्रिक अधिकारों का हनन है उसे तुरंत प्रभाव से वापिस ले लेना चाहिए।
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भारतीय संविधान का अनुच्छेद 19: स्वतंत्रता का अधिकार। यह भाषण, अभिव्यक्ति, संगठन, और आंदोलन की स्वतंत्रता के लिए महत्वपूर्ण अधिकार प्रदान करता है । ये मौलिक अधिकारों के हनन का फरमान है। डॉ मामराज पुंडीर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश का शिक्षक वर्ग इन शिक्षक साथियों के साथ है। हिमाचल प्रदेश में काम करने वाले शिक्षक सरकार के फेसलो से हैरान है। आंदोलनकारी लोगो का साथ देने वाले लोग आज सता में है और अपने हक्को की आवाज उठाने वाले शिक्षक साथियों को निलंबित कर दिया है। प्रदेश के कर्मचारियों के हक्को को छीनने वाले कुछ चाटुकार स्वम्भु कर्मचारी है जो सरकार को गुमराह कर रहे है।
आज अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पूर्व प्रान्त महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर ने शिक्षा निदेशालय में क्रमिक अनशन पर बैठे प्राथमिक शिक्षक संघ के साथियों से मुलाक़ात हुई तथा उनकी मांगो पर चर्चा हुई।हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री आदरणीय सुखविंदर सिंह सुखू जी और शिक्षामंत्री रोहित ठाकुर जी से निवेदन है कि जिन शिक्षकों का सरकार ने निलंबित किया है उन्हें बहाल करे तथा शिक्षकों को वार्तालाप हेतु बुला कर उनकी मांगो पर चर्चा कर उसका निवारण करे। सरकार द्वारा शिक्षक साथियो का निलंबन उनके लोकतान्त्रिक अधिकारों का हनन है उसे तुरंत प्रभाव से वापिस ले लेना चाहिए।
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