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शिमला , 23 नवंबर ! हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति ने 23 नवंबर को अपना 34वां स्थापना दिवस मनाया। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के विज्ञान सभागार में आयोजित इस समारोह में प्रदेश भर से समिति के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस मौके पर समिति ने 80 वर्ष की आयु से अधिक उम्र के अपने वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को ज्ञान विज्ञान सम्मान देकर सम्मानित किया। इसके अलावा समिति ने हिमाचल विज्ञान मंच के संस्थापक सचिव, हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. कुलदीप सिंह तंवर, संस्थापक सचिव डॉ. कुलविंदर सिंह, सोसाइटी फॉर टेक्नोलॉजी एंड डेवलपमेंट के संस्थापक सचिव जोगिंदर वालिया को भी स्मृति चिन्ह प्रदान किए। विशिष्ट अतिथि के तौर पर आमंत्रित पद्मश्री डॉ. ओमेश भारती और पद्मश्री नेक राम शर्मा को समिति द्वारा सम्मानित किया गया। समिति ने सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति को भी सम्मानित किया।समारोह के आयोजन पर विचार प्रकट करते हुए राज्य सचिव सत्यवान पुंडीर ने कहा कि हमारी ऊर्जा और उत्साह तब और बढ़ जाता है कार्यकर्ता एक–दूसरे का हौसला बढ़ाते हैं और ईमानदार प्रयासों से कार्यों को आगे बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा संगठन अपनी समृद्ध विरासत और सामूहिक कार्यशैली के कारण विशिष्ट है। संगठन के 34वें स्थापना दिवस के अवसर पर चार पीढ़ियों का संगम था जिन्होंने समिति को अलग अलग दौर में संगठन को नेतृत्व दिया और काम किया।इस अवसर पर संस्थापक अध्यक्ष डॉ तंवर ने समिति के शिक्षा, वैज्ञानिक जागरूकता, पर्यावरण, स्वास्थ्य, जेंडर, युवाओं में बढ़ती नशे की समस्या आदि मुद्दों पर किये जा रहे हस्तक्षेप को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। विशिष्ट अतिथि डॉ. पी.सी. नेगी ने समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के मुद्दों पर समाज में प्राथमिकता से कार्य करने की जरूरत है और जिसे ज्ञान विज्ञान समिति जैसी संस्था ही बखूबी कर सकती है। राज्य उपाध्यक्ष जीयानन्द शर्मा विशिष्ट अतिथियों सहित प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। शर्मा ने कहा कि इस आयोजन के लिए मंडी, कुल्लू, सोलन इकइयों सहित शोघी इकाई, मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल संजौली, सहित संगठन के विभिन्न शुभचिंतकों और हमदर्दों ने सहयोग किया। समिति ने इस आयोजन में विशेष योगदान देने के लिए लोक सांस्कृतिक मंच हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय व स्थानीय पार्षद वीरेंद्र ठाकुर का भी आभार जताया।
शिमला , 23 नवंबर ! हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति ने 23 नवंबर को अपना 34वां स्थापना दिवस मनाया। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के विज्ञान सभागार में आयोजित इस समारोह में प्रदेश भर से समिति के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस मौके पर समिति ने 80 वर्ष की आयु से अधिक उम्र के अपने वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को ज्ञान विज्ञान सम्मान देकर सम्मानित किया।
इसके अलावा समिति ने हिमाचल विज्ञान मंच के संस्थापक सचिव, हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. कुलदीप सिंह तंवर, संस्थापक सचिव डॉ. कुलविंदर सिंह, सोसाइटी फॉर टेक्नोलॉजी एंड डेवलपमेंट के संस्थापक सचिव जोगिंदर वालिया को भी स्मृति चिन्ह प्रदान किए। विशिष्ट अतिथि के तौर पर आमंत्रित पद्मश्री डॉ. ओमेश भारती और पद्मश्री नेक राम शर्मा को समिति द्वारा सम्मानित किया गया।
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समिति ने सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति को भी सम्मानित किया।समारोह के आयोजन पर विचार प्रकट करते हुए राज्य सचिव सत्यवान पुंडीर ने कहा कि हमारी ऊर्जा और उत्साह तब और बढ़ जाता है कार्यकर्ता एक–दूसरे का हौसला बढ़ाते हैं और ईमानदार प्रयासों से कार्यों को आगे बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा संगठन अपनी समृद्ध विरासत और सामूहिक कार्यशैली के कारण विशिष्ट है।
संगठन के 34वें स्थापना दिवस के अवसर पर चार पीढ़ियों का संगम था जिन्होंने समिति को अलग अलग दौर में संगठन को नेतृत्व दिया और काम किया।इस अवसर पर संस्थापक अध्यक्ष डॉ तंवर ने समिति के शिक्षा, वैज्ञानिक जागरूकता, पर्यावरण, स्वास्थ्य, जेंडर, युवाओं में बढ़ती नशे की समस्या आदि मुद्दों पर किये जा रहे हस्तक्षेप को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।
विशिष्ट अतिथि डॉ. पी.सी. नेगी ने समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के मुद्दों पर समाज में प्राथमिकता से कार्य करने की जरूरत है और जिसे ज्ञान विज्ञान समिति जैसी संस्था ही बखूबी कर सकती है।
राज्य उपाध्यक्ष जीयानन्द शर्मा विशिष्ट अतिथियों सहित प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। शर्मा ने कहा कि इस आयोजन के लिए मंडी, कुल्लू, सोलन इकइयों सहित शोघी इकाई, मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल संजौली, सहित संगठन के विभिन्न शुभचिंतकों और हमदर्दों ने सहयोग किया। समिति ने इस आयोजन में विशेष योगदान देने के लिए लोक सांस्कृतिक मंच हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय व स्थानीय पार्षद वीरेंद्र ठाकुर का भी आभार जताया।
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