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शिमला , 02 अक्टूबर [ विशाल सूद ] ! पूरा देश आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मना रहा है। शिमला में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने दोनों महान विभूतियों की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह शिमला के विधायक हरीश जनार्था सहित अन्य गणमान्य लोगों ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को याद किया। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने इस मौके पर कहा कि महात्मा गांधी ने देश में आजादी की अलख जगाई, जिससे देश अंग्रेजो की दासता से मुक्त होने के लिए उनके साथ चला। देश में गरीबी के चलते गांधी ने संकल्प लिया की एक ही वस्त्र पहनेंगे। वहीं लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान जय किसान का नारा दिया। जवान और किसान मिलकर देश को आर्थिक और सुरक्षा से मजबूत करें। आज महात्मा गांधी और शास्त्री जी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि नही बल्कि उनकी अमरता को नमन किया जा रहा है। उन्होंने कहा सभी को राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना से काम करना चाहिए। महात्मा गांधी अहिंसा के पुजारी थे विश्व के अनेक देशों में उनकी प्रतिमा लगाई गई है। उनके अनुयाई के रूप में प्रधानमंत्री रूस और युद्ध को लेकर कह रहे हैं कि युद्ध हल नहीं बल्कि अहिंसा और शांति का मार्ग ही हल है।
शिमला , 02 अक्टूबर [ विशाल सूद ] ! पूरा देश आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मना रहा है। शिमला में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने दोनों महान विभूतियों की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह शिमला के विधायक हरीश जनार्था सहित अन्य गणमान्य लोगों ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को याद किया।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने इस मौके पर कहा कि महात्मा गांधी ने देश में आजादी की अलख जगाई, जिससे देश अंग्रेजो की दासता से मुक्त होने के लिए उनके साथ चला। देश में गरीबी के चलते गांधी ने संकल्प लिया की एक ही वस्त्र पहनेंगे।
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वहीं लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान जय किसान का नारा दिया। जवान और किसान मिलकर देश को आर्थिक और सुरक्षा से मजबूत करें। आज महात्मा गांधी और शास्त्री जी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि नही बल्कि उनकी अमरता को नमन किया जा रहा है। उन्होंने कहा सभी को राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना से काम करना चाहिए।
महात्मा गांधी अहिंसा के पुजारी थे विश्व के अनेक देशों में उनकी प्रतिमा लगाई गई है। उनके अनुयाई के रूप में प्रधानमंत्री रूस और युद्ध को लेकर कह रहे हैं कि युद्ध हल नहीं बल्कि अहिंसा और शांति का मार्ग ही हल है।
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