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शिमला , 21 नवंबर [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश में निवास करने वाले उत्तराखंड और झारखंड राज्यों के नागरिकों के लिए राजभवन में ‘मिलन कार्यक्रम’ का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम हाल ही में आयोजित इन राज्यों के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल उपस्थित रहे। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि भारत सरकार ने राजभवनों में राज्यों के स्थापना दिवस मनाने की परम्परा को शुरू किया है, जो ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का प्रतीक है तथा इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को जोड़ना है। उन्होंने कहा कि हमें अपने मूल्यों को नहीं भूलना चाहिए और न ही विकास से मुंह मोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि मूल्यों और विकास दोनों को साथ लेकर चलने से ही हम अपनी संस्कृति को बचा सकते है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को भी देवभूमि कहा जाता है, लेकिन यहां के धार्मिक स्थलों की पवित्रता को बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों को पिकनिक स्थल बनना हमारी संस्कृति के लिए उचित नहीं है। इस अवसर पर झारखंड राज्य से संबंध रखने वाले पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा ने अपने अनुभव साझा किए। अतिरिक्त मुख्य सचिव के.के. पंत भी इस अवसर पर उपस्थित रहे तथा उन्होंने उत्तराखंड राज्य की समृद्ध संस्कृति पर अपने विचार व्यक्त किए।राज्यपाल ने सभी अतिथियों को हिमाचली टोपी और शॉल भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव सी.पी. वर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
शिमला , 21 नवंबर [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश में निवास करने वाले उत्तराखंड और झारखंड राज्यों के नागरिकों के लिए राजभवन में ‘मिलन कार्यक्रम’ का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम हाल ही में आयोजित इन राज्यों के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल उपस्थित रहे।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि भारत सरकार ने राजभवनों में राज्यों के स्थापना दिवस मनाने की परम्परा को शुरू किया है, जो ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का प्रतीक है तथा इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को जोड़ना है। उन्होंने कहा कि हमें अपने मूल्यों को नहीं भूलना चाहिए और न ही विकास से मुंह मोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि मूल्यों और विकास दोनों को साथ लेकर चलने से ही हम अपनी संस्कृति को बचा सकते है।
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उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को भी देवभूमि कहा जाता है, लेकिन यहां के धार्मिक स्थलों की पवित्रता को बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों को पिकनिक स्थल बनना हमारी संस्कृति के लिए उचित नहीं है।
इस अवसर पर झारखंड राज्य से संबंध रखने वाले पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा ने अपने अनुभव साझा किए। अतिरिक्त मुख्य सचिव के.के. पंत भी इस अवसर पर उपस्थित रहे तथा उन्होंने उत्तराखंड राज्य की समृद्ध संस्कृति पर अपने विचार व्यक्त किए।राज्यपाल ने सभी अतिथियों को हिमाचली टोपी और शॉल भेंट कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव सी.पी. वर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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