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शिमला ! पूर्व उद्योग मंत्री व जसवां परागपुर से भाजपा विधायक बिक्रम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु के नेतृत्व में चल रही कांग्रेस सरकार में प्रत्येक मन्त्री की अपनी डफली व अपना राग वाली स्थिति है। बिक्रम ठाकुर ने आरोप लगाया कि सरकार में आपसी सामंजस्य की भारी कमी है। प्रदेश की जनता आए दिन सीएम, डिप्टी सीएम व मंत्रियों के बयानों में विरोधाभास को देख रही है। पूर्व उद्योग मन्त्री बिक्रम ठाकुर ने प्रदेश सरकार से प्रश्न करते हुए कहा कि क्या मंत्रिमंडल के सदस्य कैबिनेट मीटिंग में भी हिमाचल की बात करते हैं या प्रदेश की जनता की आँख में धूल झोंकने का प्रयास ही किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आए दिन प्रदेश सरकार केंद्र को कोसती है कि हिमाचल को मदद नहीं दी जा रही, लेकिन सुक्खू सरकार के मंत्री कभी नितिन गडकरी तो कभी वित्त मंत्रालय के पास जाकर विकास योजनाओं का लाभ ले रहे हैं। यहां केंद्र को कोसने के बाद मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, मन्त्री अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार से मिल संतुष्टि वाली फोटो सोशल मीडिया में पोस्ट करते हैं। अभी डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ऊना के लिए मेडिकल कॉलेज की मांग जेपी नड्डा से कर रहे हैं। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि सरकार के वचन और कर्म में विरोधाभास साफ तौर पर नजर आता है। पूर्व उद्योग मन्त्री ने कहा कि जयराम सरकार के समय मिले प्रोजेक्ट का लाभ हिमाचल सरकार के मुख्यमंत्री लेना नही चाहते। मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए केंद्र की मदद ठुकरा दी गयी। इस पर सीएम ने विधानसभा में भी अपना वक्तव्य रखा और कहा कि नियम शर्ते हिमाचल के पक्ष में नही है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि क्या हिमाचल में मात्र सीएम सुखविंदर सुक्खू जी ही अर्थशास्त्री हैं? पूर्व में जो सरकार यह संस्थान हिमाचल में लेकर आयी, उन्होंने नियम,कायदे क़ानून नहीं पढ़े क्या? बल्क ड्रग पार्क जिससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कम से कम 50,000 लोगों को रोजगार मिलना है परंतु प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस प्रोजेक्ट में बिजली पानी की सुविधा देने को लेकर अलग ही लाइन पर चले हैं। पूर्व मन्त्री बिक्रम ठाकुर ने कहा की कहीं मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री से दुराग्रह से ग्रस्त तो नही, जिससे उन्हें लगता है कि उपमुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में यदि इतना विकास हो गया तो उसका राजनितिक लाभ उन्हें सदैव मिलता रहेगा और उनका राजनैतिक कद उनसे ताकतवर हो सकता है इसलिए इस कार्य को पूरा ही न होने दिया जाए। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार मात्र केंद्र सरकार पर आधारित है, अपने स्तर पर आजतक कोई भी विकास कार्य को गति नही दे पाई है। पूर्व की जयराम ठाकुर सरकार में जो प्रोजेक्ट प्रदेश में आए हैं उससे आत्मनिर्भर भारत की सोच को एक बड़ी गति मिलेगी और रोजगार के साधन भी प्रशस्त होंगे परंतु प्रदेश सरकार के आपसी विरोधाभास के कारण इन संस्थानों को अम्लीजामा पहनाने में केंद्र सरकार को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि अपने आपसी लाभ हानि को ध्यान न देकर प्रदेश हित के कार्यों के साथ छेड़छाड़ न करें ।
शिमला ! पूर्व उद्योग मंत्री व जसवां परागपुर से भाजपा विधायक बिक्रम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु के नेतृत्व में चल रही कांग्रेस सरकार में प्रत्येक मन्त्री की अपनी डफली व अपना राग वाली स्थिति है। बिक्रम ठाकुर ने आरोप लगाया कि सरकार में आपसी सामंजस्य की भारी कमी है। प्रदेश की जनता आए दिन सीएम, डिप्टी सीएम व मंत्रियों के बयानों में विरोधाभास को देख रही है। पूर्व उद्योग मन्त्री बिक्रम ठाकुर ने प्रदेश सरकार से प्रश्न करते हुए कहा कि क्या मंत्रिमंडल के सदस्य कैबिनेट मीटिंग में भी हिमाचल की बात करते हैं या प्रदेश की जनता की आँख में धूल झोंकने का प्रयास ही किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आए दिन प्रदेश सरकार केंद्र को कोसती है कि हिमाचल को मदद नहीं दी जा रही, लेकिन सुक्खू सरकार के मंत्री कभी नितिन गडकरी तो कभी वित्त मंत्रालय के पास जाकर विकास योजनाओं का लाभ ले रहे हैं। यहां केंद्र को कोसने के बाद मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, मन्त्री अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार से मिल संतुष्टि वाली फोटो सोशल मीडिया में पोस्ट करते हैं। अभी डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ऊना के लिए मेडिकल कॉलेज की मांग जेपी नड्डा से कर रहे हैं। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि सरकार के वचन और कर्म में विरोधाभास साफ तौर पर नजर आता है।
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पूर्व उद्योग मन्त्री ने कहा कि जयराम सरकार के समय मिले प्रोजेक्ट का लाभ हिमाचल सरकार के मुख्यमंत्री लेना नही चाहते। मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए केंद्र की मदद ठुकरा दी गयी। इस पर सीएम ने विधानसभा में भी अपना वक्तव्य रखा और कहा कि नियम शर्ते हिमाचल के पक्ष में नही है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि क्या हिमाचल में मात्र सीएम सुखविंदर सुक्खू जी ही अर्थशास्त्री हैं? पूर्व में जो सरकार यह संस्थान हिमाचल में लेकर आयी, उन्होंने नियम,कायदे क़ानून नहीं पढ़े क्या? बल्क ड्रग पार्क जिससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कम से कम 50,000 लोगों को रोजगार मिलना है परंतु प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस प्रोजेक्ट में बिजली पानी की सुविधा देने को लेकर अलग ही लाइन पर चले हैं।
पूर्व मन्त्री बिक्रम ठाकुर ने कहा की कहीं मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री से दुराग्रह से ग्रस्त तो नही, जिससे उन्हें लगता है कि उपमुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में यदि इतना विकास हो गया तो उसका राजनितिक लाभ उन्हें सदैव मिलता रहेगा और उनका राजनैतिक कद उनसे ताकतवर हो सकता है इसलिए इस कार्य को पूरा ही न होने दिया जाए।
बिक्रम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार मात्र केंद्र सरकार पर आधारित है, अपने स्तर पर आजतक कोई भी विकास कार्य को गति नही दे पाई है। पूर्व की जयराम ठाकुर सरकार में जो प्रोजेक्ट प्रदेश में आए हैं उससे आत्मनिर्भर भारत की सोच को एक बड़ी गति मिलेगी और रोजगार के साधन भी प्रशस्त होंगे परंतु प्रदेश सरकार के आपसी विरोधाभास के कारण इन संस्थानों को अम्लीजामा पहनाने में केंद्र सरकार को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि अपने आपसी लाभ हानि को ध्यान न देकर प्रदेश हित के कार्यों के साथ छेड़छाड़ न करें ।
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