क्या सरकार में बैठे लोगों को गोबर और कम्पोस्ट में फ़र्क़ नहीं पता है बाक़ी गारंटियों की तरह फिर से हिमाचल के लोगों को ठगने की तैयारी में सुक्खू सरकार प्रदर्शन कर रहे वोकेशनल ट्रेनर्स से मिलने चौड़ा मैदान पहुंचे जयराम ठाकुर
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शिमला , 06 नवंबर : पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि चुनाव के पहले कांग्रेस ने गोबर ख़रीदने की गारंटी दी थी। मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री समेत कांग्रेस के सभी छोटे बड़े नेताओं ने प्रदेश में हर मंच से कहा था कि सरकार बनने के बाद किसानों से वह दो रुपए किलों के हिसाब से गोबर खरीदेंगे और अब दो साल का कार्यकाल बीत जाने के बाद सरकार कह रही है कि वह गोबर नहीं कंपोस्ट खरीदेगी। क्या सरकार में बैठे मुख्यमंत्री, मंत्री और अन्य लोगों को गोबर और कंपोस्ट के बीच का अंतर नहीं समझते हैं। गोबर से कम्पोस्ट बनने में कितना समय लगता है और कितने गोबर से कितनी कम्पोस्ट बनती है यह बात सरकार में बैठे लोग नहीं जानते हैं लेकिन प्रदेश के किसान जानते हैं। एक तरफ़ देश में ज़ीरो बजट खेती के लिए केंद्र सरकार योजनाएं ला रही है। दूसरी तरफ़ सरकार किसानों से बना-बनाया कम्पोस्ट सस्ते दामों में ख़रीदना चाहती है। जब किसान अपने गोबर से कंपोस्ट बना लेगा तो फिर उसे कंपोस्ट को तीन रुपए प्रति किलो बेचने की आवश्यकता क्या है? इतनी मेहनत के बाद तैयार कम्पोस्ट को खरीदने के लिए तीन रुपए की कीमत लगाना सरकार की संवेदनहीनता है। जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार के सारे फैसले हास्यास्पद होते हैं। सरकार सिर्फ और सिर्फ लोगों को ठगने के ही प्रयास करती है। बाकी की गारंटियों की तरह ही सरकार अब गोबर खरीद की गारंटी की भी खाना पूर्ति करना चाहती है। देश भर में हिमाचल सरकार और कांग्रेस की गारंटियों की वजह से हुई किरकिरी से कांग्रेस की पूरी पार्टी ही बैकफुट पर है। जिससे कारण मुख्यमंत्री को आलाकमान की तरफ़ से फटकार भी लगाई जा चुकी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी अब सार्वजनिक तौर पर कह दिया है कि गारंटी देने के पहले ही विचार करना चाहिए। हिमाचल के वर्तमान हालात के कारण पूरे देश में हो रहे चुनावों में कांग्रेस की किरकिरी हुई है। देश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे विधान चुनाव में कांग्रेस के नेताओं का लोगों के बीच जाना मुश्किल हुआ है। ऐसे में मुख्यमंत्री पर दबाव है। इसलिए वह चुनाव के पहले गारंटी पूरी करने का दावा कर अपनी पीठ थपथपवाना चाहते हैं इसलिए फिर से प्रदेश के लोगों के साथ ठगी करने की योजना बना रहे हैं। यह बाकी गारंटियों की तरह ही है जहाँ पर 22 लाख महिलाओं को हर महीने सम्मान निधि देने की बजाय चुनाव के समय 25 हज़ार महिलाओं को एक किस्त देकर गारंटी पूरी करने का दावा कर रही है। उसी तरह डेढ़ लाख पोस्ट खत्म करके हर साल एक लाख नौकरियाँ देने की गारंटी पूरा करने का दावा किया जा रहा है। स्टार्टअप योजना का भी यही हाल है बिना किसी का स्टार्टअप शुरू करवाए ही सरकार ने गारंटी पूरा करने की घोषणा कर दी है। अब बाक़ी गारंटियों के साथ भी वही होने वाला है कि बिना गारंटी पूरा किए ही सरकार प्रदेश के लोगों पर विपक्ष के नेताओं से कहना चाहती है कि सब लोग मान ले कि गारंटियां पूरी हो चुकी हैं और सरकार से कोई और उम्मीद न क़रें। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार साफ़-साफ़ समझ ले कि उन्हें भले ही गोबर और कम्पोस्ट का अंतर पता न हो लेकिन प्रदेश और विपक्ष के लोगों को पता है और उनकी यह चाल हम कामयाब नहीं होने देंगे। मंडी दौरे से वापस आकर नेता प्रतिपक्ष मंगलवार रात सीधे चौड़ा मैदान पहुंचे और वहां पर प्रदर्शन कर रहे वोकेशनल ट्रेनर्स से मुलाकात की। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे ट्रेनर्स से बात कर उनकी समस्याओं को समझा और उनकी मांगों के बारे में पूरी जानकारी ली। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे सभी ट्रेनर्स के मुद्दों को सरकार के समक्ष मजबूती से उठाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि आउटसोर्स से लेकर सभी अस्थाई या गैर सरकारी कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए एक पॉलिसी बने जिससे किसी का शोषण न होने पाए। पूर्व में हमारी सरकार द्वारा इसके लिए प्रभावशाली कदम उठाए थे। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों से आग्रह किया की ठंडी का मौसम है इसलिए छोटे बच्चों को प्रदर्शन स्थल पर ना लाएं। उन्होंने सरकार से भी आग्रह किया कि प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों की मांगों पर मुख्यमंत्री गंभीरता से विचार करें।
शिमला , 06 नवंबर : पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि चुनाव के पहले कांग्रेस ने गोबर ख़रीदने की गारंटी दी थी। मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री समेत कांग्रेस के सभी छोटे बड़े नेताओं ने प्रदेश में हर मंच से कहा था कि सरकार बनने के बाद किसानों से वह दो रुपए किलों के हिसाब से गोबर खरीदेंगे और अब दो साल का कार्यकाल बीत जाने के बाद सरकार कह रही है कि वह गोबर नहीं कंपोस्ट खरीदेगी। क्या सरकार में बैठे मुख्यमंत्री, मंत्री और अन्य लोगों को गोबर और कंपोस्ट के बीच का अंतर नहीं समझते हैं।
गोबर से कम्पोस्ट बनने में कितना समय लगता है और कितने गोबर से कितनी कम्पोस्ट बनती है यह बात सरकार में बैठे लोग नहीं जानते हैं लेकिन प्रदेश के किसान जानते हैं। एक तरफ़ देश में ज़ीरो बजट खेती के लिए केंद्र सरकार योजनाएं ला रही है। दूसरी तरफ़ सरकार किसानों से बना-बनाया कम्पोस्ट सस्ते दामों में ख़रीदना चाहती है। जब किसान अपने गोबर से कंपोस्ट बना लेगा तो फिर उसे कंपोस्ट को तीन रुपए प्रति किलो बेचने की आवश्यकता क्या है? इतनी मेहनत के बाद तैयार कम्पोस्ट को खरीदने के लिए तीन रुपए की कीमत लगाना सरकार की संवेदनहीनता है।
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जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार के सारे फैसले हास्यास्पद होते हैं। सरकार सिर्फ और सिर्फ लोगों को ठगने के ही प्रयास करती है। बाकी की गारंटियों की तरह ही सरकार अब गोबर खरीद की गारंटी की भी खाना पूर्ति करना चाहती है। देश भर में हिमाचल सरकार और कांग्रेस की गारंटियों की वजह से हुई किरकिरी से कांग्रेस की पूरी पार्टी ही बैकफुट पर है। जिससे कारण मुख्यमंत्री को आलाकमान की तरफ़ से फटकार भी लगाई जा चुकी है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी अब सार्वजनिक तौर पर कह दिया है कि गारंटी देने के पहले ही विचार करना चाहिए। हिमाचल के वर्तमान हालात के कारण पूरे देश में हो रहे चुनावों में कांग्रेस की किरकिरी हुई है। देश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे विधान चुनाव में कांग्रेस के नेताओं का लोगों के बीच जाना मुश्किल हुआ है। ऐसे में मुख्यमंत्री पर दबाव है। इसलिए वह चुनाव के पहले गारंटी पूरी करने का दावा कर अपनी पीठ थपथपवाना चाहते हैं इसलिए फिर से प्रदेश के लोगों के साथ ठगी करने की योजना बना रहे हैं।
यह बाकी गारंटियों की तरह ही है जहाँ पर 22 लाख महिलाओं को हर महीने सम्मान निधि देने की बजाय चुनाव के समय 25 हज़ार महिलाओं को एक किस्त देकर गारंटी पूरी करने का दावा कर रही है। उसी तरह डेढ़ लाख पोस्ट खत्म करके हर साल एक लाख नौकरियाँ देने की गारंटी पूरा करने का दावा किया जा रहा है। स्टार्टअप योजना का भी यही हाल है बिना किसी का स्टार्टअप शुरू करवाए ही सरकार ने गारंटी पूरा करने की घोषणा कर दी है।
अब बाक़ी गारंटियों के साथ भी वही होने वाला है कि बिना गारंटी पूरा किए ही सरकार प्रदेश के लोगों पर विपक्ष के नेताओं से कहना चाहती है कि सब लोग मान ले कि गारंटियां पूरी हो चुकी हैं और सरकार से कोई और उम्मीद न क़रें। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार साफ़-साफ़ समझ ले कि उन्हें भले ही गोबर और कम्पोस्ट का अंतर पता न हो लेकिन प्रदेश और विपक्ष के लोगों को पता है और उनकी यह चाल हम कामयाब नहीं होने देंगे।
मंडी दौरे से वापस आकर नेता प्रतिपक्ष मंगलवार रात सीधे चौड़ा मैदान पहुंचे और वहां पर प्रदर्शन कर रहे वोकेशनल ट्रेनर्स से मुलाकात की। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे ट्रेनर्स से बात कर उनकी समस्याओं को समझा और उनकी मांगों के बारे में पूरी जानकारी ली। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे सभी ट्रेनर्स के मुद्दों को सरकार के समक्ष मजबूती से उठाने का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि आउटसोर्स से लेकर सभी अस्थाई या गैर सरकारी कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए एक पॉलिसी बने जिससे किसी का शोषण न होने पाए। पूर्व में हमारी सरकार द्वारा इसके लिए प्रभावशाली कदम उठाए थे। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों से आग्रह किया की ठंडी का मौसम है इसलिए छोटे बच्चों को प्रदर्शन स्थल पर ना लाएं। उन्होंने सरकार से भी आग्रह किया कि प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों की मांगों पर मुख्यमंत्री गंभीरता से विचार करें।
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