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शिमला ! मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज जिला शिमला के उप-मंडल कुपवी में आयोजित समारोह के दौरान ‘इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख-सम्मान निधि योजना’ के अंतर्गत कुपवी क्षेत्र की 2171 पात्र महिलाओं को 97,69,500 रुपये की राशि वितरित की।मुख्यमंत्री ने कुपवी में 81.23 करोड़ रुपये लागत की विकासात्मक परियोजनाएं क्षेत्र के लोगों को समर्पित की। उन्होंने 2.32 करोड़ रुपये की लागत से काटली खड्ड पर 40 मीटर लंबे पुल, 2.65 करोड़ रुपये की लागत से लोहाना खड्ड पर निर्मित पुल, 3.04 करोड़ रुपये की लागत से बासाधार-ज्ञानकोट सड़क पर भ्रोट खड्ड पर निर्मित पुल, 85 लाख रुपये की लागत से कुठार-कनोड़ी सड़क पर निर्मित पुल और 7.72 करोड़ रुपये की लागत से सैंज-देहा-चौपाल सड़क पर निर्मित बजरौली पुल का लोकार्पण किया। उन्होंने 8.67 करोड़ रुपये की लागत से सडनाडा-खगना सड़क, 6.08 करोड़ रुपये की लागत से नेरी-थुन्दल सड़क, 3.48 करोड़ रुपये से भडावग से दशोली सड़क, 2.72 करोड़ रुपये की लागत से मझोली से बाग सड़क, 7.68 करोड़ रुपये की लागत से हरिपुरधार से मझोली सड़क, 8.38 करोड़ रुपये की लागत से कोठी से कनाह सड़क, 10.02 करोड़ रुपये से कुपवी से धोताली सड़क, 6.28 करोड़ रुपये से सरांह से जोड़ना सड़क तथा 11.34 करोड़ रुपये से कुपवी से मशोत सड़क के मैटलिंग व टारिंग कार्यो के लोकार्पण किए। मुख्यमंत्री ने सुख-आश्रय योजना के तहत छः लाभार्थियों को 4-4 हजार रुपये प्रति लाभार्थी, दो लाभार्थियों को गृह निर्माण के लिए एक-एक लाख रुपये, मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना के तहत 13 लाभार्थियों को वित्तीय सहायता, बेटी है अनमोल योजना के तहत 6 लाभार्थियों को 21-21 हजार रुपये की एफडी वितरित की। श्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार व्यवस्था परिवर्तन के ध्येय से कार्य कर रही है। सरकार के नवोन्मेषी प्रयासों और दृढ़ इच्छाशक्ति से हिमाचल निरन्तर आत्मनिर्भर राज्य के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर आगे बढ़ रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से अनेक योजनाएं और कार्यक्रम लागू किए गए हैं। प्रदेश के इतिहास में पहली बार दूध खरीद का न्यूनतम मूल्य तय किया गया है। हिमाचल प्रदेश गेहूं और मक्की पर सबसे ज्यादा समर्थन मूल्य देने वाला देश का पहला राज्य भी बना है। यह पहल दर्शाती है कि राज्य सरकार ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए संवेदनशीलता से प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि कठिन क्षेत्र होने के कारण कुपवी में ‘इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना’ के नियमों में परिवर्तन किया जाएगा। नौकरी करने वाली महिलाओं के अतिरिक्त यहां सभी महिलाओं को 1500-1500 रुपये प्रतिमाह प्रदान किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कुपवी को जिला परिषद् का अलग वार्ड बनाने के प्रयास करने तथा कुपवी में एसडीओ, आईपीएच एवं पीडब्ल्यूडी को अधिशासी अभियंता की शक्तियां प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कुपवी में आईटीआई खोलने पर विचार किया जाएगा तथा क्षेत्र के लिए की गई घोषणाओं के शीघ्र ही शिलान्यास किए जाएंगे। उन्होंने क्षेत्र में समुचित चिकित्सकों की तैनाती का भी आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वेष की भावना से नहीं बल्कि जनसेवा की भावना से कार्य कर रही है। हमारी सरकार प्रदेश के संसाधनों की संरक्षक है। प्रदेश के संसाधनों की सुरक्षा और सामाजिक समानता व अधिकारिता सुनिश्चित करने के लिए हम निरन्तर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी। शिक्षा का आधारभूत ढांचा सुदृढ़ किया जाएगा। विद्यालयों में अध्यापकों की कमी होने पर प्रति घंटा के आधार पर अध्यापकों की सेवाएं ली जाएगी जब तक कि विद्यालय में नियमित अध्यापक तैनात नहीं किए जाते। इसके दृष्टिगत प्रधानाचार्यों को अधीकृत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम व्यवस्था परिवर्तन से कार्य कर रहे हैं क्योंकि बदलाव प्रकृति का नियम है। बदलाव यदि जनहित हो तो वह सर्वोपरि होता है। ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि 11 दिसम्बर को प्रदेश सरकार का दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने के अवसर पर बिलासपुर में आयोजित समारोह में छः नई योजनाओं का शुभारंभ किया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना, राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना, इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना, ओपीएस, हिमाचल प्रदेश उपोष्ण कटिबंधीय बागवानी, सिंचाई और मूल्य संवर्धन परियोजना, राजीव गांधी ई-टैक्सी योजना, हरित ऊर्जा राज्य, राजीव गांधी आदर्श डे-बोर्डिंग स्कूल, डॉ. वाई.एस. परमार विद्यार्थी ऋण योजना सहित प्रदेश सरकार की विभिन्न पहलों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को गुणवत्तापूर्ण बनाने पर विशेष अधिमान दे रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ-साथ दूर-दराज क्षेत्रों के लोगों को उनके घर-द्वार के समीप गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बना कर वहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की उपलब्धियों से हत्तोसाहित होकर प्रदेश भाजपा कई तरह के प्रपंच कर रही है। भाजपा नेता ध्यान भटकाने वाली बयानबाजी करने तक सीमित हो चुके हैं। वहीं, प्रदेश सरकार की विकासोन्मुखी नीतियों से राज्य के लोगों के जीवन में सुखद् बदलाव आया है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के कमजोर वर्गाें को सशक्त करने के लिए योजनाएं व कार्यक्रम लागू कर रही है। ‘इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना’ के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान कर उनका सशक्तिकरण करने के प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के तहत 4000 से अधिक बच्चों को ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ के रूप में अपनाया गया है। अब इस योजना का विस्तार कर परित्यक्त बच्चों को भी इसमें शामिल किया गया है। इस क्षेत्र में स्वास्थ्य व सामाजिक अधिकारिता से जुड़ी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस महासचिव रजनीश किम्टा ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश की आर्थिक उन्नति और समाज के हर वर्ग तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने का दृढ़ प्रयास कर रहे हैं। बारिश के कारण आई आपदा के दौरान चौपाल विधानसभा क्षेत्र में लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की गई। हर प्रभावित को समयबद्ध मुआवजा प्रदान किया गया है। सरकार के प्रतिनिधि निरंतर क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और यहां चहुंमुखी विकास सुनिश्चित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने शिरगुल मंदिर कुपवी में पूजा-अर्चना की। उन्होंने जय दुर्गा माता महिला मंडल को एक लाख रुपये और दुर्गा माता च्यामा प्रांगण महिला मंडल को पांच लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा की।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जनसमस्याएं भी सुनीं और अधिकारियों को उनका त्वरित निवारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वयं सहायता समूह द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया। उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उन्हें सम्मानित भी किया।इस अवसर पर आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। कांग्रेस नेता यशपाल ने मुख्यमंत्री और उपस्थित गणमान्यों का आभार व्यक्त किया। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सह-सचिव सुरेन्द्र शर्मा, पंचायत समिति सदस्य जय लाल शर्मा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव चन्द्रमोहन, कांग्रेस नेता हरि सिंह पचनायक, सचिव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता आशीष सिंघमार, निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता किरण भड़ाना, निदेशक महिला एवं बाल विकास श्रीमती गंधर्व राठौर, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी, वरिष्ठ अधिकारी, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि और गणमान्य लोग इस अवसर पर उपस्थित थे।
शिमला ! मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज जिला शिमला के उप-मंडल कुपवी में आयोजित समारोह के दौरान ‘इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख-सम्मान निधि योजना’ के अंतर्गत कुपवी क्षेत्र की 2171 पात्र महिलाओं को 97,69,500 रुपये की राशि वितरित की।
मुख्यमंत्री ने कुपवी में 81.23 करोड़ रुपये लागत की विकासात्मक परियोजनाएं क्षेत्र के लोगों को समर्पित की। उन्होंने 2.32 करोड़ रुपये की लागत से काटली खड्ड पर 40 मीटर लंबे पुल, 2.65 करोड़ रुपये की लागत से लोहाना खड्ड पर निर्मित पुल, 3.04 करोड़ रुपये की लागत से बासाधार-ज्ञानकोट सड़क पर भ्रोट खड्ड पर निर्मित पुल, 85 लाख रुपये की लागत से कुठार-कनोड़ी सड़क पर निर्मित पुल और 7.72 करोड़ रुपये की लागत से सैंज-देहा-चौपाल सड़क पर निर्मित बजरौली पुल का लोकार्पण किया।
उन्होंने 8.67 करोड़ रुपये की लागत से सडनाडा-खगना सड़क, 6.08 करोड़ रुपये की लागत से नेरी-थुन्दल सड़क, 3.48 करोड़ रुपये से भडावग से दशोली सड़क, 2.72 करोड़ रुपये की लागत से मझोली से बाग सड़क, 7.68 करोड़ रुपये की लागत से हरिपुरधार से मझोली सड़क, 8.38 करोड़ रुपये की लागत से कोठी से कनाह सड़क, 10.02 करोड़ रुपये से कुपवी से धोताली सड़क, 6.28 करोड़ रुपये से सरांह से जोड़ना सड़क तथा 11.34 करोड़ रुपये से कुपवी से मशोत सड़क के मैटलिंग व टारिंग कार्यो के लोकार्पण किए।
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मुख्यमंत्री ने सुख-आश्रय योजना के तहत छः लाभार्थियों को 4-4 हजार रुपये प्रति लाभार्थी, दो लाभार्थियों को गृह निर्माण के लिए एक-एक लाख रुपये, मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना के तहत 13 लाभार्थियों को वित्तीय सहायता, बेटी है अनमोल योजना के तहत 6 लाभार्थियों को 21-21 हजार रुपये की एफडी वितरित की।
श्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार व्यवस्था परिवर्तन के ध्येय से कार्य कर रही है। सरकार के नवोन्मेषी प्रयासों और दृढ़ इच्छाशक्ति से हिमाचल निरन्तर आत्मनिर्भर राज्य के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर आगे बढ़ रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से अनेक योजनाएं और कार्यक्रम लागू किए गए हैं। प्रदेश के इतिहास में पहली बार दूध खरीद का न्यूनतम मूल्य तय किया गया है। हिमाचल प्रदेश गेहूं और मक्की पर सबसे ज्यादा समर्थन मूल्य देने वाला देश का पहला राज्य भी बना है। यह पहल दर्शाती है कि राज्य सरकार ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए संवेदनशीलता से प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि कठिन क्षेत्र होने के कारण कुपवी में ‘इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना’ के नियमों में परिवर्तन किया जाएगा। नौकरी करने वाली महिलाओं के अतिरिक्त यहां सभी महिलाओं को 1500-1500 रुपये प्रतिमाह प्रदान किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कुपवी को जिला परिषद् का अलग वार्ड बनाने के प्रयास करने तथा कुपवी में एसडीओ, आईपीएच एवं पीडब्ल्यूडी को अधिशासी अभियंता की शक्तियां प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कुपवी में आईटीआई खोलने पर विचार किया जाएगा तथा क्षेत्र के लिए की गई घोषणाओं के शीघ्र ही शिलान्यास किए जाएंगे। उन्होंने क्षेत्र में समुचित चिकित्सकों की तैनाती का भी आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वेष की भावना से नहीं बल्कि जनसेवा की भावना से कार्य कर रही है। हमारी सरकार प्रदेश के संसाधनों की संरक्षक है। प्रदेश के संसाधनों की सुरक्षा और सामाजिक समानता व अधिकारिता सुनिश्चित करने के लिए हम निरन्तर कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी। शिक्षा का आधारभूत ढांचा सुदृढ़ किया जाएगा। विद्यालयों में अध्यापकों की कमी होने पर प्रति घंटा के आधार पर अध्यापकों की सेवाएं ली जाएगी जब तक कि विद्यालय में नियमित अध्यापक तैनात नहीं किए जाते। इसके दृष्टिगत प्रधानाचार्यों को अधीकृत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम व्यवस्था परिवर्तन से कार्य कर रहे हैं क्योंकि बदलाव प्रकृति का नियम है। बदलाव यदि जनहित हो तो वह सर्वोपरि होता है।
ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि 11 दिसम्बर को प्रदेश सरकार का दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने के अवसर पर बिलासपुर में आयोजित समारोह में छः नई योजनाओं का शुभारंभ किया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना, राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना, इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना, ओपीएस, हिमाचल प्रदेश उपोष्ण कटिबंधीय बागवानी, सिंचाई और मूल्य संवर्धन परियोजना, राजीव गांधी ई-टैक्सी योजना, हरित ऊर्जा राज्य, राजीव गांधी आदर्श डे-बोर्डिंग स्कूल, डॉ. वाई.एस. परमार विद्यार्थी ऋण योजना सहित प्रदेश सरकार की विभिन्न पहलों की विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को गुणवत्तापूर्ण बनाने पर विशेष अधिमान दे रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ-साथ दूर-दराज क्षेत्रों के लोगों को उनके घर-द्वार के समीप गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बना कर वहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की उपलब्धियों से हत्तोसाहित होकर प्रदेश भाजपा कई तरह के प्रपंच कर रही है। भाजपा नेता ध्यान भटकाने वाली बयानबाजी करने तक सीमित हो चुके हैं। वहीं, प्रदेश सरकार की विकासोन्मुखी नीतियों से राज्य के लोगों के जीवन में सुखद् बदलाव आया है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के कमजोर वर्गाें को सशक्त करने के लिए योजनाएं व कार्यक्रम लागू कर रही है। ‘इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना’ के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान कर उनका सशक्तिकरण करने के प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के तहत 4000 से अधिक बच्चों को ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ के रूप में अपनाया गया है। अब इस योजना का विस्तार कर परित्यक्त बच्चों को भी इसमें शामिल किया गया है। इस क्षेत्र में स्वास्थ्य व सामाजिक अधिकारिता से जुड़ी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस महासचिव रजनीश किम्टा ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश की आर्थिक उन्नति और समाज के हर वर्ग तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने का दृढ़ प्रयास कर रहे हैं। बारिश के कारण आई आपदा के दौरान चौपाल विधानसभा क्षेत्र में लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की गई। हर प्रभावित को समयबद्ध मुआवजा प्रदान किया गया है। सरकार के प्रतिनिधि निरंतर क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और यहां चहुंमुखी विकास सुनिश्चित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने शिरगुल मंदिर कुपवी में पूजा-अर्चना की। उन्होंने जय दुर्गा माता महिला मंडल को एक लाख रुपये और दुर्गा माता च्यामा प्रांगण महिला मंडल को पांच लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा की।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जनसमस्याएं भी सुनीं और अधिकारियों को उनका त्वरित निवारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वयं सहायता समूह द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया।
उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उन्हें सम्मानित भी किया।इस अवसर पर आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। कांग्रेस नेता यशपाल ने मुख्यमंत्री और उपस्थित गणमान्यों का आभार व्यक्त किया। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सह-सचिव सुरेन्द्र शर्मा, पंचायत समिति सदस्य जय लाल शर्मा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव चन्द्रमोहन, कांग्रेस नेता हरि सिंह पचनायक, सचिव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता आशीष सिंघमार, निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता किरण भड़ाना, निदेशक महिला एवं बाल विकास श्रीमती गंधर्व राठौर, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी, वरिष्ठ अधिकारी, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि और गणमान्य लोग इस अवसर पर उपस्थित थे।
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