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शिमल , 28 अप्रैल [ विशाल सूद ] ! गत रोज राजकीय अर्धराजकीय चालक एवं परिचालक महासंघ के जो चुनाव हमीरपुर के सलासी में रखे गए थे, उस चुनाव का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया गया, प्रैस विज्ञप्ति को दिए गए बयान में मुख्य रूप से एक पूरे पैनल में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों (भगतराम, लोक निर्माण विभाग, लाल चंद पर्यावरण विभाग, राहुल नेगी वित विभाग, विनोद चंदेल स्वास्थ्य विभाग) ने जिला के कई प्रधानों से चर्चा करने के पश्चात डेलीगेट प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए इस चुनाव का बहिष्कार किया गया। भगत राम ने कहा कि, पहले इस चुनाव को करवाने के लिए सचिवालय से पर्यवेक्षक (गुरुदेव सिंह) को लगाया गया था, पूरे प्रदेश के चालकों से जब बात की गई तो, सबने डेलीगेट प्रकिया को गलत करार दिया, क्योंकि हर जिला में चालकों का अनुपात भिन्न है, जैसे कि शिमला जिला में लगभग 450 (चालक परिचालक) की संख्या है, तो कई जिलों में चालकों की संख्या क्रमश 35, 50,70,160 इत्यादि है, इसलिए जो चुनाव समिति ने प्रत्येक जिला से सिर्फ15 डेलिगेट की संख्या निर्धारित की थी। यही चुनाव की धांधली होने का मुख्य बिंदु था, जबकि संविधान के अनुसार 5, या 10 सदस्यों के अनुपात पर एक डेलीगेट नियुक्त किया जाता रहा है, लेकिन बिना किसी आमसभा के आयोजन के बिना इस चुनाव कमेटी अथवा पूर्व में कार्यरत कार्यकारिणी के कुछ लोगों ने निजी फायदे के लिए मौजूदा संविधान पर पैन से ही खुद लिखकर संविधान संशोधन कर लिया, जो कि पूरे प्रदेश के चालकों और परिचालकों के लिए आपत्तिजनक और शर्मनाक है। तत्पश्चात दिनांक 25.04.2025 को इसी बात को चुनाव के लिए लगाए गए पर्यवेक्षक श्री गुरदेव को इस बात से अवगत करवाया गया, शायद इसी कारण से इन्हीं 4,5 चालकों और चुनाव कमेटी ने चुनाव वाले दिन पर्यवेक्षक को ही बदल दिया, और राज्य एनपीएस संघ के सौरव वैद्य को चुनाव पर्यवेक्षक लगाया गया, हम सब ने मिलकर एक बार पुनः नए लगाए गए पर्यवेक्षक को लिखित रूप से इस डेलीगेट प्रकिया को बदलने, या स्वतंत्र रूप से चुनाव करवाने को कहा, लेकिन उन्होंने इसे अनदेखा किया, साथ ही चुनाव प्रकिया के बीच जब दिन का भोज शुरू हुआ , तब सभी लोगों ने भोजन के लिए अपना स्थान ग्रहण किया, लेकिन चुनाव अधिकारी एआरओ श्री रमन (जिलाप्रधान हमीरपुर)ने सभी सदस्यों के सामने रखी थालियों को उठवा दिया, जिससे लगभग 200 चालक काफी ज्यादा आक्रोशित हो गए, और चुनाव की धांधली और अभद्र व्यवहार के कारण नारेबाजी कर राज्य चालक एवं परिचालक महासंघ के चुनाव का बहिष्कार किया गया, अब जल्द ही राज्य चालक एवं परिचालक महासंघ के चुनाव मिनिस्टीरियल संघ के राज्य अध्यक्ष श्री त्रिलोक ठाकुर की अध्यक्षता में खुले रूप से करवाने का ऐलान कर लिया है, जिसमें लगभग सभी जिला के सदस्यों से बातचीत हो चुकी है, आगामी चुनाव शीघ्र करवाए जाएंगे, जिसकी तारीख का ऐलान जल्द ही किया जाएगा, और चालक एवं परिचालक भाइयों की भावनाओं का साथ दिया जाएगा।
शिमल , 28 अप्रैल [ विशाल सूद ] ! गत रोज राजकीय अर्धराजकीय चालक एवं परिचालक महासंघ के जो चुनाव हमीरपुर के सलासी में रखे गए थे, उस चुनाव का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया गया, प्रैस विज्ञप्ति को दिए गए बयान में मुख्य रूप से एक पूरे पैनल में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों (भगतराम, लोक निर्माण विभाग, लाल चंद पर्यावरण विभाग, राहुल नेगी वित विभाग, विनोद चंदेल स्वास्थ्य विभाग) ने जिला के कई प्रधानों से चर्चा करने के पश्चात डेलीगेट प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए इस चुनाव का बहिष्कार किया गया।
भगत राम ने कहा कि, पहले इस चुनाव को करवाने के लिए सचिवालय से पर्यवेक्षक (गुरुदेव सिंह) को लगाया गया था, पूरे प्रदेश के चालकों से जब बात की गई तो, सबने डेलीगेट प्रकिया को गलत करार दिया, क्योंकि हर जिला में चालकों का अनुपात भिन्न है, जैसे कि शिमला जिला में लगभग 450 (चालक परिचालक) की संख्या है, तो कई जिलों में चालकों की संख्या क्रमश 35, 50,70,160 इत्यादि है, इसलिए जो चुनाव समिति ने प्रत्येक जिला से सिर्फ15 डेलिगेट की संख्या निर्धारित की थी।
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यही चुनाव की धांधली होने का मुख्य बिंदु था, जबकि संविधान के अनुसार 5, या 10 सदस्यों के अनुपात पर एक डेलीगेट नियुक्त किया जाता रहा है, लेकिन बिना किसी आमसभा के आयोजन के बिना इस चुनाव कमेटी अथवा पूर्व में कार्यरत कार्यकारिणी के कुछ लोगों ने निजी फायदे के लिए मौजूदा संविधान पर पैन से ही खुद लिखकर संविधान संशोधन कर लिया, जो कि पूरे प्रदेश के चालकों और परिचालकों के लिए आपत्तिजनक और शर्मनाक है।
तत्पश्चात दिनांक 25.04.2025 को इसी बात को चुनाव के लिए लगाए गए पर्यवेक्षक श्री गुरदेव को इस बात से अवगत करवाया गया, शायद इसी कारण से इन्हीं 4,5 चालकों और चुनाव कमेटी ने चुनाव वाले दिन पर्यवेक्षक को ही बदल दिया, और राज्य एनपीएस संघ के सौरव वैद्य को चुनाव पर्यवेक्षक लगाया गया, हम सब ने मिलकर एक बार पुनः नए लगाए गए पर्यवेक्षक को लिखित रूप से इस डेलीगेट प्रकिया को बदलने, या स्वतंत्र रूप से चुनाव करवाने को कहा, लेकिन उन्होंने इसे अनदेखा किया, साथ ही चुनाव प्रकिया के बीच जब दिन का भोज शुरू हुआ , तब सभी लोगों ने भोजन के लिए अपना स्थान ग्रहण किया, लेकिन चुनाव अधिकारी एआरओ श्री रमन (जिलाप्रधान हमीरपुर)ने सभी सदस्यों के सामने रखी थालियों को उठवा दिया, जिससे लगभग 200 चालक काफी ज्यादा आक्रोशित हो गए, और चुनाव की धांधली और अभद्र व्यवहार के कारण नारेबाजी कर राज्य चालक एवं परिचालक महासंघ के चुनाव का बहिष्कार किया गया, अब जल्द ही राज्य चालक एवं परिचालक महासंघ के चुनाव मिनिस्टीरियल संघ के राज्य अध्यक्ष श्री त्रिलोक ठाकुर की अध्यक्षता में खुले रूप से करवाने का ऐलान कर लिया है, जिसमें लगभग सभी जिला के सदस्यों से बातचीत हो चुकी है, आगामी चुनाव शीघ्र करवाए जाएंगे, जिसकी तारीख का ऐलान जल्द ही किया जाएगा, और चालक एवं परिचालक भाइयों की भावनाओं का साथ दिया जाएगा।
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