- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला , 22 जुलाई [ शिवानी ] ! हिमाचल प्रदेश मे इस बार सेब सीजन ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है। बागवान भारी मात्रा मे सेब व अन्य फल लेकर मंडियो में पहुंच रहे है। मंडी में फ़सल के अच्छे दाम मिलने से बाग़वानों के चेहरों पर रौनक देखने को मिल रही है। आपको बता दें हिमाचल के बागवानों की आर्थिकी हिमाचल में पैदा होने वाले इन्हीं फलों पर निर्भर करती है। यहां के बागवान का कहना है कि इस बार मंडियों में सेब के अच्छे दाम मिल रहे है। उन्होंने बताया कि एक सेब का एक बाॅक्स लगभग 1000 से लेकर 3000 रुपए में बिक रहा है। जिससे अब उन्हें इसके ओर अच्छी दाम मिलने की आस जागी है। वहीं उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने बताया कि सेब सीजन तो शुरू हो चुका है लेकिन पीछे 15 से 20 दिन बारिश की कमी के कारण ये सीजन थोड़ा सा लेट शुरू हुआ है। उन्होंने कहां कि प्रशासनिक स्तर की बात की जाए तो जो सेब कंट्रोल रूम खोले जाते है वो अब खोल दिए गए है। इसमें पुलिस विभाग और रेवेन्यू विभाग ओर एसडीएम की निगरानी में उनकी देखरेख की जा रही है और एपीएमसी के माध्यम से सभी मड़ियों के लिए ट्रांसपोर्टेशन और ट्रैफिक को लेकर व्यवस्था को सुचारु किया गया है। वहीं उन्होंने बताया कि एस पी शिमला ने खुद सभी रास्तों का निरीक्षण किया है। और सभी व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया है।
शिमला , 22 जुलाई [ शिवानी ] ! हिमाचल प्रदेश मे इस बार सेब सीजन ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है। बागवान भारी मात्रा मे सेब व अन्य फल लेकर मंडियो में पहुंच रहे है। मंडी में फ़सल के अच्छे दाम मिलने से बाग़वानों के चेहरों पर रौनक देखने को मिल रही है।
आपको बता दें हिमाचल के बागवानों की आर्थिकी हिमाचल में पैदा होने वाले इन्हीं फलों पर निर्भर करती है। यहां के बागवान का कहना है कि इस बार मंडियों में सेब के अच्छे दाम मिल रहे है। उन्होंने बताया कि एक सेब का एक बाॅक्स लगभग 1000 से लेकर 3000 रुपए में बिक रहा है। जिससे अब उन्हें इसके ओर अच्छी दाम मिलने की आस जागी है।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
वहीं उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने बताया कि सेब सीजन तो शुरू हो चुका है लेकिन पीछे 15 से 20 दिन बारिश की कमी के कारण ये सीजन थोड़ा सा लेट शुरू हुआ है। उन्होंने कहां कि प्रशासनिक स्तर की बात की जाए तो जो सेब कंट्रोल रूम खोले जाते है वो अब खोल दिए गए है। इसमें पुलिस विभाग और रेवेन्यू विभाग ओर एसडीएम की निगरानी में उनकी देखरेख की जा रही है और एपीएमसी के माध्यम से सभी मड़ियों के लिए ट्रांसपोर्टेशन और ट्रैफिक को लेकर व्यवस्था को सुचारु किया गया है। वहीं उन्होंने बताया कि एस पी शिमला ने खुद सभी रास्तों का निरीक्षण किया है। और सभी व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया है।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -