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शिमला , 29 जून, [ ब्यूरो रिपोर्ट ] ! भाजपा प्रवक्ता संदीपनी भारद्वाज ने कहा की हिमाचल प्रदेश में लालू और राबड़ी की सरकार का आभास हो रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि हिमाचल प्रदेश की सरकार एक ही परिवार के हाथ में खेल रही है और हिमाचल प्रदेश के मित्र इस परिवार के माध्यम से भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे है, पूर्ण रूप से हिमाचल प्रदेश एक देवभूमि है और देवभूमि में इस तरह का प्रचलन ज्यादा देर नहीं चलता है। मुख्यमंत्री ने क्रशर पॉलिसी क्यों चेंज करी वह अभी तक एक बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह है ? इस बदलाव से कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला है और मुख्यमंत्री ने अपने ही एक रिश्तेदार को इस बदलाव के माध्यम से बड़ा फायदा अपुन जय है। उन्होंने कहा की हिमाचल प्रदेश में कभी इस सरकार के खिलाफ पत्र बम निकलता है, तो कभी खाद्य आपूर्ति विभाग में भ्रष्टाचार के आरोप सामने आते हैं और इस प्रकरण की इंक्वारी के बाद मामले को दबाने के लिए 72 लाख की पेनल्टी लगाई जाती है। संदीपनी ने सरकार के मित्रों से पूछा कि किन परिस्थितियों में 25 रुपए प्रति फुट बिकने वाला रेता 90 रुपए फुट तथा बजरी तीन गुना महंगी हो थी, सरकार बनने के तुरंत बाद प्रदेश में ऐसा होने लगा था। क्या यह घोटाला नहीं था? अभी भाई ऐसा हो रहा है, संदीलन ने सभी उस समय की कमेटियों में मुख्यमंत्री के करीबी लोगों के शामिल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री स्पष्ट करें कि सरकार के अंदर मंत्री, सीपीएस और विधायकों से जुड़े हुए रिश्तेदारों के कुल कितने क्रशर हैं। जिस समय सब क्रशर बंद थे, उस समय सत्ताधारी लोगों के क्रशर बंद क्यों नहीं हुए थे। उन्होंने कहा की झूठ, फरेब, धोखा इस सरकार के तीन यार है, यह है मित्रों की सुक्खू सरकार। जब से कांग्रेस की सरकार हिमाचल प्रदेश में आई है झूठ बोलने का प्रचलन बढ़ गया है, अनेकों और अनगिनत ऐसे उदाहरण है जब लगातार मुख्यमंत्री और उनके मित्र झूठ बोलकर जनता को ठगने का प्रयास करते हैं। कोई भी योजना बनती है तो उसमें केवल मात्र जनता को धोखा मिलता है और धोखे के साथ साथ फरेब साथ मुफ्त मिलता है। संदीपनी ने दावा किया की यह सरकार पूरी तरह से असंतुलित है, यह मित्रो की सरकार कभी भी गिर सकती है।
शिमला , 29 जून, [ ब्यूरो रिपोर्ट ] ! भाजपा प्रवक्ता संदीपनी भारद्वाज ने कहा की हिमाचल प्रदेश में लालू और राबड़ी की सरकार का आभास हो रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि हिमाचल प्रदेश की सरकार एक ही परिवार के हाथ में खेल रही है और हिमाचल प्रदेश के मित्र इस परिवार के माध्यम से भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे है, पूर्ण रूप से हिमाचल प्रदेश एक देवभूमि है और देवभूमि में इस तरह का प्रचलन ज्यादा देर नहीं चलता है।
मुख्यमंत्री ने क्रशर पॉलिसी क्यों चेंज करी वह अभी तक एक बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह है ? इस बदलाव से कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला है और मुख्यमंत्री ने अपने ही एक रिश्तेदार को इस बदलाव के माध्यम से बड़ा फायदा अपुन जय है। उन्होंने कहा की हिमाचल प्रदेश में कभी इस सरकार के खिलाफ पत्र बम निकलता है, तो कभी खाद्य आपूर्ति विभाग में भ्रष्टाचार के आरोप सामने आते हैं और इस प्रकरण की इंक्वारी के बाद मामले को दबाने के लिए 72 लाख की पेनल्टी लगाई जाती है।
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संदीपनी ने सरकार के मित्रों से पूछा कि किन परिस्थितियों में 25 रुपए प्रति फुट बिकने वाला रेता 90 रुपए फुट तथा बजरी तीन गुना महंगी हो थी, सरकार बनने के तुरंत बाद प्रदेश में ऐसा होने लगा था। क्या यह घोटाला नहीं था? अभी भाई ऐसा हो रहा है, संदीलन ने सभी उस समय की कमेटियों में मुख्यमंत्री के करीबी लोगों के शामिल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री स्पष्ट करें कि सरकार के अंदर मंत्री, सीपीएस और विधायकों से जुड़े हुए रिश्तेदारों के कुल कितने क्रशर हैं। जिस समय सब क्रशर बंद थे, उस समय सत्ताधारी लोगों के क्रशर बंद क्यों नहीं हुए थे।
उन्होंने कहा की झूठ, फरेब, धोखा इस सरकार के तीन यार है, यह है मित्रों की सुक्खू सरकार। जब से कांग्रेस की सरकार हिमाचल प्रदेश में आई है झूठ बोलने का प्रचलन बढ़ गया है, अनेकों और अनगिनत ऐसे उदाहरण है जब लगातार मुख्यमंत्री और उनके मित्र झूठ बोलकर जनता को ठगने का प्रयास करते हैं।
कोई भी योजना बनती है तो उसमें केवल मात्र जनता को धोखा मिलता है और धोखे के साथ साथ फरेब साथ मुफ्त मिलता है। संदीपनी ने दावा किया की यह सरकार पूरी तरह से असंतुलित है, यह मित्रो की सरकार कभी भी गिर सकती है।
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