!!"18हजार किलोमीटर की यात्रा तय कर पहुंचा शिमला,जन जन तक पहुंचा रहा पर्यावरण जागरूकता का संदेश"!!
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शिमला, 15 सितम्बर, [ विशाल सूद ] ! अपने लिये जिये तो क्या जिये तू जी ए दिल जमाने के लिये शायद यह गीत के बोल संपूर्ण भारत यात्रा पर निकले 23 वर्षीय रेडियो जॉकी के लिए सही बैठते हैं।जहां इतनी कम वर्ष की आयु में युवा अपने भविष्य की सोच में डूबा रहता है वहीं संपूर्ण शुक्ला 2साईकल पर 24 राज्यो का सफर तय कर चुका है।यह यात्रा आने वाले कल के लिए जरूर है लेकिन उस कल के लिए जिनके लिए सभी चिंतिंत हैं।जी हां जल है तो कल है पर्यावरण है तो जीवन है ।इस सन्देश को जन जन तक पहुंचाने के लिए संपूर्ण शुक्ला 18,000किलोमीटर का सफर तय कर शिमला पहुंचा है।जेब मे केवल साठ हजार से शुरू किये गए इस सफर में लोगों का साथ मिलता रहा और संपूर्ण अपने लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए आगे बढ़ता रहा।उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले संपूर्ण ने एक वर्ष पहले यह यात्रा आरंभ की थी संपूर्ण शुक्ला ने कहा कि वह लखनऊ के रहने वाला है। 24 राज्यों से होते हुए 18,000किलोमीटर का सफर तय कर शिमला पहुंचा हूं।उन्होंने कहा कि आज एक वर्ष एक महीना और 14 दिन इस यात्रा के हो चुके हैं।उन्होंने कहा कि आज दौर में प्रकृति को बचाना है।प्रकृति है तो जीवन है इसलिए इस सफर का आगाज किया और अपने जीवन का 1%इस प्रकृति को देने का प्रयास किया है।इस सफर के दौरान स्कूल कॉलेज और लोगों का पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहा हूँ।उन्होंने कहा था 60हजार से यह सफर सफर शुरू हुआ जिसमें से 30 हजार साईकल व अन्य सामान पर खर्च हो गए। बाकी की राशि भी खत्म हो गयी।रातें टेंट में गुजरती हैं और जनता के सहयोग से सफर आगे बढ़ रहा है। अभी शिमला से हरियाणा,राजस्थान से होते हुए दिल्ली के छः हजार किलोमीटर का सफर तय करना बाकी है।इस सफर के दौरान उनका मुख्य ध्येय पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करना है।
शिमला, 15 सितम्बर, [ विशाल सूद ] ! अपने लिये जिये तो क्या जिये तू जी ए दिल जमाने के लिये शायद यह गीत के बोल संपूर्ण भारत यात्रा पर निकले 23 वर्षीय रेडियो जॉकी के लिए सही बैठते हैं।जहां इतनी कम वर्ष की आयु में युवा अपने भविष्य की सोच में डूबा रहता है वहीं संपूर्ण शुक्ला 2साईकल पर 24 राज्यो का सफर तय कर चुका है।यह यात्रा आने वाले कल के लिए जरूर है लेकिन उस कल के लिए जिनके लिए सभी चिंतिंत हैं।जी हां जल है तो कल है पर्यावरण है तो जीवन है ।इस सन्देश को जन जन तक पहुंचाने के लिए संपूर्ण शुक्ला 18,000किलोमीटर का सफर तय कर शिमला पहुंचा है।जेब मे केवल साठ हजार से शुरू किये गए इस सफर में लोगों का साथ मिलता रहा और संपूर्ण अपने लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए आगे बढ़ता रहा।उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले संपूर्ण ने एक वर्ष पहले यह यात्रा आरंभ की थी
संपूर्ण शुक्ला ने कहा कि वह लखनऊ के रहने वाला है। 24 राज्यों से होते हुए 18,000किलोमीटर का सफर तय कर शिमला पहुंचा हूं।उन्होंने कहा कि आज एक वर्ष एक महीना और 14 दिन इस यात्रा के हो चुके हैं।उन्होंने कहा कि आज दौर में प्रकृति को बचाना है।प्रकृति है तो जीवन है इसलिए इस सफर का आगाज किया और अपने जीवन का 1%इस प्रकृति को देने का प्रयास किया है।इस सफर के दौरान स्कूल कॉलेज और लोगों का पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहा हूँ।उन्होंने कहा था 60हजार से यह सफर सफर शुरू हुआ जिसमें से 30 हजार साईकल व अन्य सामान पर खर्च हो गए।
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बाकी की राशि भी खत्म हो गयी।रातें टेंट में गुजरती हैं और जनता के सहयोग से सफर आगे बढ़ रहा है। अभी शिमला से हरियाणा,राजस्थान से होते हुए दिल्ली के छः हजार किलोमीटर का सफर तय करना बाकी है।इस सफर के दौरान उनका मुख्य ध्येय पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करना है।
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