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शिमला ,14 मार्च [ हरीश गौतम ] ! नेहरू युवा केंद्र शिमला ,युवा मामले विभाग भारत सरकार द्वारा सात दिवसीय 14वा जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का आयोजन सूद धर्मशाला में किया जा रहा है जिसमें देश के पाच राज्यो के नों जिलो के आदिवासी युवा प्रतिभागी भाग ले रहे है ,कार्यक्रम के तृतीय दिन में युवा प्रतिभागियों का भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन किया गया । संकटमोचन मंदिर जहां भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति का परिचय कराया गया जिससे की सभी में एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना जागृत हो , इसके बाद इण्डियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ एडवांस स्टडी का भ्रमण कराया गया जहां सभी को संस्थान में होने वाली रिसर्च के बारे में जानकारी दी गई ,भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान की इमारत में कई ऐतिहासिक निर्णय किए गए हैं। शिमला सम्मेलन यहां 1945 में आयोजित किया गया था। ये राष्ट्रीय महत्व की संस्थान है । शाम के समय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बालाघाट (मध्य प्रदेश ) , कांकेर( झारखण्ड), सराइकला (उड़ीसा) के द्वारा लोकनृत्य की प्रस्तुति दी गई ।कार्यक्रम के अंत में ज़िला युवा अधिकारी नेहरू युवा केंद्र शिमला मनीषा शर्मा ने सभी का धन्यवाद किया साथ ही उन्होंने कहा कि आदिवासी युवा आदान प्रदान कार्यक्रम के माध्यम से भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता को जानने -पहचानने का ये नेहरू युवा केंद्र संगठन का गृह मंत्रालय के सहयोग से एक प्रयास हैं । इस कार्यक्रम में युवा प्रतिभागियों के साथ केंद्रीय सुरक्षा बल के 20 एस्कॉर्ट्स भाग ले रहे हैं। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला ,14 मार्च [ हरीश गौतम ] ! नेहरू युवा केंद्र शिमला ,युवा मामले विभाग भारत सरकार द्वारा सात दिवसीय 14वा जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का आयोजन सूद धर्मशाला में किया जा रहा है जिसमें देश के पाच राज्यो के नों जिलो के आदिवासी युवा प्रतिभागी भाग ले रहे है ,कार्यक्रम के तृतीय दिन में युवा प्रतिभागियों का भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
संकटमोचन मंदिर जहां भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति का परिचय कराया गया जिससे की सभी में एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना जागृत हो , इसके बाद इण्डियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ एडवांस स्टडी का भ्रमण कराया गया जहां सभी को संस्थान में होने वाली रिसर्च के बारे में जानकारी दी गई ,भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान की इमारत में कई ऐतिहासिक निर्णय किए गए हैं। शिमला सम्मेलन यहां 1945 में आयोजित किया गया था। ये राष्ट्रीय महत्व की संस्थान है ।
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शाम के समय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बालाघाट (मध्य प्रदेश ) , कांकेर( झारखण्ड), सराइकला (उड़ीसा) के द्वारा लोकनृत्य की प्रस्तुति दी गई ।कार्यक्रम के अंत में ज़िला युवा अधिकारी नेहरू युवा केंद्र शिमला मनीषा शर्मा ने सभी का धन्यवाद किया साथ ही उन्होंने कहा कि आदिवासी युवा आदान प्रदान कार्यक्रम के माध्यम से भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता को जानने -पहचानने का ये नेहरू युवा केंद्र संगठन का गृह मंत्रालय के सहयोग से एक प्रयास हैं ।
इस कार्यक्रम में युवा प्रतिभागियों के साथ केंद्रीय सुरक्षा बल के 20 एस्कॉर्ट्स भाग ले रहे हैं।
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