माना क्षेत्रीय प्रबंधक के नोटिस की भाषा हो सकती थी बेहतर।
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शिमला , 30 नवंबर [ विशाल सूद ] ! एचआरटीसी बस में ऑडियो सुनने की जांच मामले में एचआरटीसी प्रबंध निर्देशक रोहन चंद ठाकुर ने शिमला में पत्रकार वार्ता की और कहा कि किसी भी प्रकार की शिकायत मामले में एचआरटीसी द्वारा तथ्यों की जांच करना रूटिंन प्रक्रिया है । इस मामले में एचआरटीसी ड्राइवर और कंडक्टर की कोई भी गलती नहीं पाई गई। उन्होंने माना कि क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा जो नोटिस जारी किए गए उसमें बेहतर भाषा का प्रयोग किया जा सकता था। जिसकी कमी के चलते यह मामला उठा है । 2 दिन पहले एक शिकायतकर्ता की शिकायत पर एचटीसी के ढली क्षेत्रीय प्रबंधक ने शिमला में एचआरटीसी ड्राइवर और कंडक्टर को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था जिससे यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। शिकायतकर्ता ने कुछ दिन पहले शिमला में एचआरटीसी बस में किसी यात्री द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के खिलाफ एक वीडियो ऊंची आवाज में चलाने की शिकायत की थी। शिकायतकर्ता ने आपत्ती जताई थी कि ऐसे ऑडियो से एक सरकारी बस में इन नेताओं के खिलाफ गलत प्रचार हुआ था। शिकायत कर्ता ने इस मामले में ऑडियो चलाने वाले व्यक्ति अथवा चालक व परिचालक से कोई शिकायत नहीं की थी अपितु मुख्यमंत्री कार्यालय को लिखित शिकायत भेजी थी। जिस पर एचआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक ने नोटिस जारी किया और चालक, परिचालक से स्पष्टीकरण लिया था। आज पत्रकार वार्ता कर रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि सोशल मीडिया के समय में आजकल किसी भी मामले का वायरल होना नहीं रोका जा सकता, लेकिन हाल ही में वायरल हुई मामले में एचआरटीसी अथवा एचआरटीसी कर्मचारियों की कोई संलिप्तता नहीं पाई गई है। स्पष्ट किया कि विभाग को लेकर आई किसी भी प्रकार की शिकायत को लेकर तथ्यों की जांच करना विभाग की एक रूटीन प्रक्रिया है और इसी के तहत इस मामले को भी जांचा गया है।
शिमला , 30 नवंबर [ विशाल सूद ] ! एचआरटीसी बस में ऑडियो सुनने की जांच मामले में एचआरटीसी प्रबंध निर्देशक रोहन चंद ठाकुर ने शिमला में पत्रकार वार्ता की और कहा कि किसी भी प्रकार की शिकायत मामले में एचआरटीसी द्वारा तथ्यों की जांच करना रूटिंन प्रक्रिया है । इस मामले में एचआरटीसी ड्राइवर और कंडक्टर की कोई भी गलती नहीं पाई गई। उन्होंने माना कि क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा जो नोटिस जारी किए गए उसमें बेहतर भाषा का प्रयोग किया जा सकता था। जिसकी कमी के चलते यह मामला उठा है ।
2 दिन पहले एक शिकायतकर्ता की शिकायत पर एचटीसी के ढली क्षेत्रीय प्रबंधक ने शिमला में एचआरटीसी ड्राइवर और कंडक्टर को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था जिससे यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। शिकायतकर्ता ने कुछ दिन पहले शिमला में एचआरटीसी बस में किसी यात्री द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के खिलाफ एक वीडियो ऊंची आवाज में चलाने की शिकायत की थी।
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शिकायतकर्ता ने आपत्ती जताई थी कि ऐसे ऑडियो से एक सरकारी बस में इन नेताओं के खिलाफ गलत प्रचार हुआ था। शिकायत कर्ता ने इस मामले में ऑडियो चलाने वाले व्यक्ति अथवा चालक व परिचालक से कोई शिकायत नहीं की थी अपितु मुख्यमंत्री कार्यालय को लिखित शिकायत भेजी थी। जिस पर एचआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक ने नोटिस जारी किया और चालक, परिचालक से स्पष्टीकरण लिया था।
आज पत्रकार वार्ता कर रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि सोशल मीडिया के समय में आजकल किसी भी मामले का वायरल होना नहीं रोका जा सकता, लेकिन हाल ही में वायरल हुई मामले में एचआरटीसी अथवा एचआरटीसी कर्मचारियों की कोई संलिप्तता नहीं पाई गई है। स्पष्ट किया कि विभाग को लेकर आई किसी भी प्रकार की शिकायत को लेकर तथ्यों की जांच करना विभाग की एक रूटीन प्रक्रिया है और इसी के तहत इस मामले को भी जांचा गया है।
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