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शिमला , 18 मार्च [ विशाल सूद ] ! हिमाचल के कुल्लू से शुरू हुए भिंडरावाला के झंडे का विवाद अब पंजाब पहुंच गया है। पंजाब के होशियारपुर और अन्य स्थानों पर एचआरटीसी की बसों को रोककर भिंडरावाला के पोस्टर लगाए जा रहे हैं। भिंडरावाला के पोस्टर को लेकर उपजे विवाद पर अब लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने मामले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश में शांतिप्रिय माहौल बना रहे ये सरकार का दायित्व है। हिमाचल में बहुत से ऐसे धार्मिक स्थल है जहां पर बाहर के राज्यों के दूसरे धर्मों के लोग आते हैं। उनका स्वागत करते हैं लेकिन ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होनी चाहिए जिससे यहां का माहौल खराब हो। पंजाब में भी एचआरटीसी की बस में भिंडरावाला की तस्वीर लगाई गई है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। पंजाब सरकार को इसमें संज्ञान लेना चाहिए।विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने भी सदन में कहा है कि वह पंजाब के सीएम से बात करेंगे। भविष्य में इस तरीके की कोई परिस्थिति न बनें उसके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए। केंद्र सरकार को भी इसका संज्ञान लेना चाहिए क्योंकि ये केवल दो राज्यों तक ही सीमित नहीं है। शांति और भाईचारा दोनों राज्यों में बना रहे सबका दायित्व बनता है।
शिमला , 18 मार्च [ विशाल सूद ] ! हिमाचल के कुल्लू से शुरू हुए भिंडरावाला के झंडे का विवाद अब पंजाब पहुंच गया है। पंजाब के होशियारपुर और अन्य स्थानों पर एचआरटीसी की बसों को रोककर भिंडरावाला के पोस्टर लगाए जा रहे हैं। भिंडरावाला के पोस्टर को लेकर उपजे विवाद पर अब लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने मामले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश में शांतिप्रिय माहौल बना रहे ये सरकार का दायित्व है। हिमाचल में बहुत से ऐसे धार्मिक स्थल है जहां पर बाहर के राज्यों के दूसरे धर्मों के लोग आते हैं। उनका स्वागत करते हैं लेकिन ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होनी चाहिए जिससे यहां का माहौल खराब हो। पंजाब में भी एचआरटीसी की बस में भिंडरावाला की तस्वीर लगाई गई है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
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पंजाब सरकार को इसमें संज्ञान लेना चाहिए।विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने भी सदन में कहा है कि वह पंजाब के सीएम से बात करेंगे। भविष्य में इस तरीके की कोई परिस्थिति न बनें उसके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए। केंद्र सरकार को भी इसका संज्ञान लेना चाहिए क्योंकि ये केवल दो राज्यों तक ही सीमित नहीं है। शांति और भाईचारा दोनों राज्यों में बना रहे सबका दायित्व बनता है।
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