- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला , 27 ऑक्टूबर [ विशाल सूद ] ! बचत भवन चम्बा में भाषा एवं संस्कृति विभाग चम्बा द्वारा ज़िला स्तरीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमे उपायुक्त चंबा श्री मुकेश रेपसवाल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की इनके अलावा इस कार्यक्रम में एडीसी चम्बा पृथी पाल सिंह और पुलिस अधीक्षक च अभिषेक यादव ने वशिष्ठ अतिथि भाग लिया इसके साथ ज़िक भाषा अधिकारी तुकेश शर्मा भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। इस ज़िला स्तरीय काव्य गोष्ठी में काव्य गोष्ठी में चम्बा जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए कवियों ने अपना-अपना कविता पाठ किया। एडीसी पृथी पाल सिंह जी ने अपनी कविता 'शिव' और 'खज्जियार में लेटी एक प्रेयसी' पढ़ी जिसको सुनकर सभा मे सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। इस कार्यक्रम का मंच संचालन जगजीत आज़ाद और यदुवीर टंडन ने किया। इस सम्मेलन में कवि करुण ने अपनी कविता'ओ चहन्दा मैं झुकी जा ' पहाड़ी में पढ़ी , पारुल जसरोटिया की कविता 'चला बहनजी चुगली लांदे' राकेश ठाकुर ने अपनी कविता 'एक क्रांति का सिरफिरा,सबकी आंखों का किरकिरा ने बहुत वाह-वाही लूटी इसके अलावा शाम अजनबी ने अपनी कविता 'सौ बर्ष की योजनाएं सब यहीं रह जायेगी , किरण बशिष्ठ ने दिल्ली होना कहाँ आसान , उपासना पुष्प ने 'कई बर्षो के जीवन मे कविता कही इसके बाद प्रोफेसर प्रशांत रमण ने तरन्नुम में अपनी कविता गया कर सुनाई। पहाड़ी कवि 'भूपेंद्र जसरोटिया ने अपनी कविता 'मैं भी रैप गाना"कविता का पाठ किया , केवल कुमार ने भारत अगर बचाना है कविता का पाठ किया इसके अलावा कुमार साहिल ने अपनी गजलों से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया , वरिष्ठ कवि अशोक दर्द ने अपनी कविता 'मंत्री बन गया 'मैं खूब वाही-बाही लूटी इसके अन्य कवियों में किशोर कालिया, अर्जुन नेगी, अजय यादव, दिनेश ठाकुर, प्रेमानंद ठाकुर, , अनीश मिर्जा, विमला देवी, सोमी प्रकाश भुवेटा, कृष्ण अग्निहोत्री, हर्षिता अग्निहोत्री, और होशियार सिंह भारद्वाज ने अपने-अपने अनूठे अंदाज में कविता पाठ किया। इस कार्यक्रम में बरिष्ठ कवियों के साथ-साथ युवा और बाल कवियों ने भी भाग लिया। इस कार्यक्रम की सफलता पर कार्यक्रम के मुख्यातिथि उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने कवियों को संबोधित करते हुए सबको बधाई दी और कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से सबको अपनी कला और अभिव्यक्ति करने का बेहतर मौका मिलता है जिससे की कविता जैसी कला की सम्रद्धि होती है। चम्बा में कवियों और कलाकारों की कमी नही है इस तरह के कार्यक्रम नए कवियों को भी तराशने का मौका देते है।
शिमला , 27 ऑक्टूबर [ विशाल सूद ] ! बचत भवन चम्बा में भाषा एवं संस्कृति विभाग चम्बा द्वारा ज़िला स्तरीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमे उपायुक्त चंबा श्री मुकेश रेपसवाल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की इनके अलावा इस कार्यक्रम में एडीसी चम्बा पृथी पाल सिंह और पुलिस अधीक्षक च अभिषेक यादव ने वशिष्ठ अतिथि भाग लिया इसके साथ ज़िक भाषा अधिकारी तुकेश शर्मा भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।
इस ज़िला स्तरीय काव्य गोष्ठी में काव्य गोष्ठी में चम्बा जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए कवियों ने अपना-अपना कविता पाठ किया। एडीसी पृथी पाल सिंह जी ने अपनी कविता 'शिव' और 'खज्जियार में लेटी एक प्रेयसी' पढ़ी जिसको सुनकर सभा मे सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
इस कार्यक्रम का मंच संचालन जगजीत आज़ाद और यदुवीर टंडन ने किया। इस सम्मेलन में कवि करुण ने अपनी कविता'ओ चहन्दा मैं झुकी जा ' पहाड़ी में पढ़ी , पारुल जसरोटिया की कविता 'चला बहनजी चुगली लांदे' राकेश ठाकुर ने अपनी कविता 'एक क्रांति का सिरफिरा,सबकी आंखों का किरकिरा ने बहुत वाह-वाही लूटी इसके अलावा शाम अजनबी ने अपनी कविता 'सौ बर्ष की योजनाएं सब यहीं रह जायेगी , किरण बशिष्ठ ने दिल्ली होना कहाँ आसान , उपासना पुष्प ने 'कई बर्षो के जीवन मे कविता कही इसके बाद प्रोफेसर प्रशांत रमण ने तरन्नुम में अपनी कविता गया कर सुनाई।
पहाड़ी कवि 'भूपेंद्र जसरोटिया ने अपनी कविता 'मैं भी रैप गाना"कविता का पाठ किया , केवल कुमार ने भारत अगर बचाना है कविता का पाठ किया इसके अलावा कुमार साहिल ने अपनी गजलों से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया , वरिष्ठ कवि अशोक दर्द ने अपनी कविता 'मंत्री बन गया 'मैं खूब वाही-बाही लूटी इसके अन्य कवियों में किशोर कालिया, अर्जुन नेगी, अजय यादव, दिनेश ठाकुर, प्रेमानंद ठाकुर, , अनीश मिर्जा, विमला देवी, सोमी प्रकाश भुवेटा, कृष्ण अग्निहोत्री, हर्षिता अग्निहोत्री, और होशियार सिंह भारद्वाज ने अपने-अपने अनूठे अंदाज में कविता पाठ किया।
इस कार्यक्रम में बरिष्ठ कवियों के साथ-साथ युवा और बाल कवियों ने भी भाग लिया। इस कार्यक्रम की सफलता पर कार्यक्रम के मुख्यातिथि उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने कवियों को संबोधित करते हुए सबको बधाई दी और कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से सबको अपनी कला और अभिव्यक्ति करने का बेहतर मौका मिलता है जिससे की कविता जैसी कला की सम्रद्धि होती है। चम्बा में कवियों और कलाकारों की कमी नही है इस तरह के कार्यक्रम नए कवियों को भी तराशने का मौका देते है।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -