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शिमला , 21 मार्च [ विशाल सूद ] ! हिमाचल विधानसभा में बजट पर चर्चा पर शुक्रवार दोपहर बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने सदन में अपना जवाब दिया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर कर्ज को लेकर निशाना साधा और पूर्व की भाजपा सरकार पर सबसे ज्यादा कर्ज लेने के आरोप लगा दिया. इस पर पर विपक्ष भड़क गया और सदन में नारेबाजी शुरू कर दी. काफी देर सदन में नारेबाजी के बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया और मुख्यमंत्री पर झूठे आंकड़े सदन में पेश करने के आरोप लगा दिया. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि 3 दिन तक बजट पर सदन के अंदर चर्चा हुई. आज मुख्यमंत्री सदन में बजट पर जवाब देना शुरू किया लेकिन बातों को तोड़ मरोड़ कर और झूठे आंकड़े सदन में पेश कर रहे थे. पूर्व की सरकार ने लोन लिया था उसको लेकर सही आंकड़े पेश नहीं किया जा रहे थे. इस पर जब आपत्ति जताई गई तो उनको बोलने का समय नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि जो कर्ज उनकी सरकार द्वारा लिया गया था उसमें से पूर्व की सरकारों द्वारा लिए गए कर्ज की किस्त देने में ही अधिकतर राशि ब्याज देने में खर्च हुई. 5 सालों में भाजपा ने केवल 19 हज़ार 600 करोड रुपए ही कर्ज लिया. लेकिन हैरानी की बात है कि प्रदेश की सुक्खू सरकार ने 2 सालों में ही 30 हज़ार करोड़ का कर्ज ले लिया है. इसके चलते प्रदेश पर 1 लाख करोड़ का कर्ज हो गया है. अब तक लिए गए कर्ज में 30% लोन केवल सूक्खु सरकार ने लिया है. उन्होंने कहा कि इस तरह से झूठे आंकड़े पेश कर के तथ्य ठीक नहीं किए जा सकते और न ही प्रदेश की आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाया जा सकता है. मुख्यमंत्री को स्वीकार करना चाहिए आर्थिक स्थिति खराब है और इसे सुधारने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि तीन दिन तक बजट पर सार्थक चर्चा हुई है सत्ता पक्ष और विपक्ष ने तमाम मुद्दों को उठाया है लेकिन मुख्यमंत्री जब इसका जवाब देने लगे तो उसमें तथ्य नहीं है जिसके चलते विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया.
शिमला , 21 मार्च [ विशाल सूद ] ! हिमाचल विधानसभा में बजट पर चर्चा पर शुक्रवार दोपहर बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने सदन में अपना जवाब दिया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर कर्ज को लेकर निशाना साधा और पूर्व की भाजपा सरकार पर सबसे ज्यादा कर्ज लेने के आरोप लगा दिया. इस पर पर विपक्ष भड़क गया और सदन में नारेबाजी शुरू कर दी. काफी देर सदन में नारेबाजी के बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया और मुख्यमंत्री पर झूठे आंकड़े सदन में पेश करने के आरोप लगा दिया.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि 3 दिन तक बजट पर सदन के अंदर चर्चा हुई. आज मुख्यमंत्री सदन में बजट पर जवाब देना शुरू किया लेकिन बातों को तोड़ मरोड़ कर और झूठे आंकड़े सदन में पेश कर रहे थे. पूर्व की सरकार ने लोन लिया था उसको लेकर सही आंकड़े पेश नहीं किया जा रहे थे. इस पर जब आपत्ति जताई गई तो उनको बोलने का समय नहीं दिया गया.
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उन्होंने कहा कि जो कर्ज उनकी सरकार द्वारा लिया गया था उसमें से पूर्व की सरकारों द्वारा लिए गए कर्ज की किस्त देने में ही अधिकतर राशि ब्याज देने में खर्च हुई. 5 सालों में भाजपा ने केवल 19 हज़ार 600 करोड रुपए ही कर्ज लिया. लेकिन हैरानी की बात है कि प्रदेश की सुक्खू सरकार ने 2 सालों में ही 30 हज़ार करोड़ का कर्ज ले लिया है. इसके चलते प्रदेश पर 1 लाख करोड़ का कर्ज हो गया है.
अब तक लिए गए कर्ज में 30% लोन केवल सूक्खु सरकार ने लिया है. उन्होंने कहा कि इस तरह से झूठे आंकड़े पेश कर के तथ्य ठीक नहीं किए जा सकते और न ही प्रदेश की आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाया जा सकता है. मुख्यमंत्री को स्वीकार करना चाहिए आर्थिक स्थिति खराब है और इसे सुधारने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि तीन दिन तक बजट पर सार्थक चर्चा हुई है सत्ता पक्ष और विपक्ष ने तमाम मुद्दों को उठाया है लेकिन मुख्यमंत्री जब इसका जवाब देने लगे तो उसमें तथ्य नहीं है जिसके चलते विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया.
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