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ऊना , 19 जुलाई ! अभिभावक/अध्यापक बच्चों को जागरूकता के साथ-साथ शिक्षित भी करें। ग्राम सभाओं में भी पंचायत प्रतिनिधि लोगों को नशे के विरूद्ध जागरूक करें। वर्तमान में नशा हमारे समाज में तेज़ी से फैल रहा है। इसके प्रभाव में ज्यदातर छोटी आयु के बच्चे आ रहे हैं। ऐसे में भावी पीढ़ी को नशे के चंगुल से बाहर निकालने के लिए जिला प्रशासन द्वारा कडे़ प्रयास किए जा रहे हैं। यह बात उपायुक्त राघव शर्मा ने नशा मुक्त ऊना अभियान के अंतर्गत ऊना ब्लाॅक के पंचायत प्रतिनिधियों के साथ आयोजित हुई बैठक के दौरान कही। उन्होंने कहा कि जिला में नशा मुक्त ऊना अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण स्तर तक लोगों के बीच पहुंच कर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से नशे के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों व नशे की रोकथाम के बारे में आमजन में जागरूकता फैलाना है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गिरोह नशे का कारोबार कर रहे हैं तथा योजनाबद्ध तरीके से युवा पीढ़ी को नशे की ओर धकेल रही है। उन्होंने कहा कि नशे से युवा और बच्चों को बचाने के लिए सबसे पहले शिक्षण संस्थानों में ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है। क्योंकि शिक्षण संस्थानों के बच्चें ही ज्यादातर नशे की गरिफत में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक दिन में इस समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता। इस सामाजिक कुरिती को जड़ों से खत्म करने के लिए आमजन को भी अपना महत्वपूर्ण सहयोग देना होगा। उन्होंने कहा कि बच्चों को जागरूकता के साथ-साथ शिक्षित करना भी आवश्यक है जिसमें अध्यापक और अभिभावक अपनी महत्पूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि बच्चों के मन में नशे से होने वाले दुष्प्रभावों बारे घर से ही जागरूक पैदा करें ताकि वे नशें की बुराईयों से परिचित हो सकें। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ एक वातावरण पैदा करने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर नशा नहीं होना चाहिए। क्योंकि जब बच्चें सार्वजनिक रूप से नशा नहीं देखेंगे तो उसका बच्चों पर काफी प्रभाव पडे़गा। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से कहा कि वे संबंधित पंचायतों में नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के संदेश बाॅल राईटिंग व स्लोगन के माध्यम से सुनिश्चित करें तथा ग्राम सभाओं में भी जागरूक व शिक्षित करें। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रधान इस विषय पर व्यक्तिगत रूप से कार्य करके एक बेहतरीन माॅडल स्थापित करें ताकि दूसरी पंचायतों के लिए उदाहरण बन सके। उन्होंने कहा कि ऊना जिला को नशा मुक्त बनाने के लिए पहली बार जिला में प्रोजैक्ट आॅफिस खोला गया है। इसके अलावा नशे के खिलाफ किसी भी प्रकार की सहायता व जानकारी लेने के लिए हेल्पलाइन नंबर 94180-64444 पर सम्पर्क किय जा सकता है।
ऊना , 19 जुलाई ! अभिभावक/अध्यापक बच्चों को जागरूकता के साथ-साथ शिक्षित भी करें। ग्राम सभाओं में भी पंचायत प्रतिनिधि लोगों को नशे के विरूद्ध जागरूक करें।
वर्तमान में नशा हमारे समाज में तेज़ी से फैल रहा है। इसके प्रभाव में ज्यदातर छोटी आयु के बच्चे आ रहे हैं। ऐसे में भावी पीढ़ी को नशे के चंगुल से बाहर निकालने के लिए जिला प्रशासन द्वारा कडे़ प्रयास किए जा रहे हैं। यह बात उपायुक्त राघव शर्मा ने नशा मुक्त ऊना अभियान के अंतर्गत ऊना ब्लाॅक के पंचायत प्रतिनिधियों के साथ आयोजित हुई बैठक के दौरान कही। उन्होंने कहा कि जिला में नशा मुक्त ऊना अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण स्तर तक लोगों के बीच पहुंच कर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से नशे के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों व नशे की रोकथाम के बारे में आमजन में जागरूकता फैलाना है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गिरोह नशे का कारोबार कर रहे हैं तथा योजनाबद्ध तरीके से युवा पीढ़ी को नशे की ओर धकेल रही है। उन्होंने कहा कि नशे से युवा और बच्चों को बचाने के लिए सबसे पहले शिक्षण संस्थानों में ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है। क्योंकि शिक्षण संस्थानों के बच्चें ही ज्यादातर नशे की गरिफत में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक दिन में इस समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता। इस सामाजिक कुरिती को जड़ों से खत्म करने के लिए आमजन को भी अपना महत्वपूर्ण सहयोग देना होगा। उन्होंने कहा कि बच्चों को जागरूकता के साथ-साथ शिक्षित करना भी आवश्यक है जिसमें अध्यापक और अभिभावक अपनी महत्पूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि बच्चों के मन में नशे से होने वाले दुष्प्रभावों बारे घर से ही जागरूक पैदा करें ताकि वे नशें की बुराईयों से परिचित हो सकें। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ एक वातावरण पैदा करने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर नशा नहीं होना चाहिए। क्योंकि जब बच्चें सार्वजनिक रूप से नशा नहीं देखेंगे तो उसका बच्चों पर काफी प्रभाव पडे़गा। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से कहा कि वे संबंधित पंचायतों में नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के संदेश बाॅल राईटिंग व स्लोगन के माध्यम से सुनिश्चित करें तथा ग्राम सभाओं में भी जागरूक व शिक्षित करें। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रधान इस विषय पर व्यक्तिगत रूप से कार्य करके एक बेहतरीन माॅडल स्थापित करें ताकि दूसरी पंचायतों के लिए उदाहरण बन सके।
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उन्होंने कहा कि ऊना जिला को नशा मुक्त बनाने के लिए पहली बार जिला में प्रोजैक्ट आॅफिस खोला गया है। इसके अलावा नशे के खिलाफ किसी भी प्रकार की सहायता व जानकारी लेने के लिए हेल्पलाइन नंबर 94180-64444 पर सम्पर्क किय जा सकता है।
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