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सोलन , 07 अगस्त, [ पंकज गोल्डी ] ! बददी बरोटीवाला नालागढ़ इंडस्ट्रियल एरिया में फायर एनओसी न मिलने पर आज बीबीएन के उद्योग संगठनों के पदाधिकारियों ने फायर आफिसर बददी को ज्ञापन सौंपा। लघु उद्योग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन व फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्रीज के पदाधिकारियों ने कहा कि जब से कैमीकल उद्योग में आग लगी थी तब से प्रदेश सरकार व बी.बी.एन.डी.ए एवं फायर विभाग ने अपने नियम इतने सख्त कर दिए कि एनओसी लेना एक पहाड बन गया। इसी संदर्भ में आज हिमाचल के स्माल स्केल सैक्टर के औद्योगिक संगठन लघु उद्योग संघ का एक प्रतिनिधिमंडल आज अपने चेयरमैन विचित्र सिंह पटियाल व फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्रीज के प्रदेशाध्यक्ष चिरंजीव सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में फायर आफिसर बददी हेमराज राणा को मिला। लघु उद्योग संघ प्रवक्ता हरीश खजूरिया ने बताया कि वर्तमान में एमएसएमई सैक्टर में फायर एनओसी लेना एक बडा मिशन बन गया है। पूर्प में फायर की प्रोविजल एनओसी मिल जाती थी तो उद्यमी का काम शुरु हो जाता है लेकिन अब हर जगह यह अनिवार्य कर दिया है कि कोई भी फैक्ट्री लायसेंस लेना है तो उससे पहले फायर एनओसी होना ही चाहिए। इस कारण से न ड्रग लायसेंस मिल पा रहा है न ही फैक्ट्री लायसेंस बन पा रहा है। बीबीएन में नए आने वाले वो सूक्ष्म एवं लघु उद्योग है जिन्होने बैंकों से ऋण लेकर कारखाने तो लगा दिए लेकिन फायर एनओसी उनको नहीं मिल पा रहा है जिससे उनका उत्पादन प्रभावित हो रहा है। इसके पीछे मुख्य कारण है कि विभाग ने अपने नियम व कानून इतने सख्त कर दिए हैं कि उसको पूर्ण करना हर किसी के वश का नहीं है। कई कई उद्योग में तो 10 से 15 फीसदी राशि फायर सुरक्षा उपकरण एवं पंजीकरण में जा रही है। महासचिव अनिल मलिक ने कहा कि डेढ लाख लीटर या 50 हजार लीटर का टैंक बनाना हर किसी के लिए संभव नहीं है इसलिए इसमें रिलैक्सेशन दी जानी चाहिए। उन्होने कहा कि फायर एनओसी का कार्य चलता रहना लेकिन उद्यमी को अन्य लायसेंस समय पर मिल जाने चाहिए। इस विषय में फायर आफिसर हेमराज राणा ने कहा कि वो सरकार ने तय कर रखे हैं और हम उससे बाहर नहीं जा सकते। हमारे पास जो नियम पूरे करता है तो हम तुरंत उसकी फाईल को शिमला भेजे देते हैं। हमारे पास कोई फाईल एक हफते से ज्यादा लंबित नहीं रहती। शीघ्र ही उद्योग मंत्री व उद्योग सचिव से मिलेंगे-वहीं दूसरी ओर लघु उद्योग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक राणा ने कहा कि यह गंभीर मसला है कि जो लोग हमारे राज्य में निवेश करने आ रहे हैं उनको एक छोटी सी चीज के कारण कारखाने प्रारंभ करने में दिक्कत आ रही है। उन्होने कहा कि इस संदर्भ में हम शीघ्र ही प्रदेश के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान व उद्योग विभाग के प्रधान सचिव से मिलेंगे ताकि फायर एनओसी का सरलीकरण हो सके।
सोलन , 07 अगस्त, [ पंकज गोल्डी ] !
बददी बरोटीवाला नालागढ़ इंडस्ट्रियल एरिया में फायर एनओसी न मिलने पर आज बीबीएन के उद्योग संगठनों के पदाधिकारियों ने फायर आफिसर बददी को ज्ञापन सौंपा। लघु उद्योग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन व फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्रीज के पदाधिकारियों ने कहा कि जब से कैमीकल उद्योग में आग लगी थी तब से प्रदेश सरकार व बी.बी.एन.डी.ए एवं फायर विभाग ने अपने नियम इतने सख्त कर दिए कि एनओसी लेना एक पहाड बन गया।
इसी संदर्भ में आज हिमाचल के स्माल स्केल सैक्टर के औद्योगिक संगठन लघु उद्योग संघ का एक प्रतिनिधिमंडल आज अपने चेयरमैन विचित्र सिंह पटियाल व फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्रीज के प्रदेशाध्यक्ष चिरंजीव सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में फायर आफिसर बददी हेमराज राणा को मिला। लघु उद्योग संघ प्रवक्ता हरीश खजूरिया ने बताया कि वर्तमान में एमएसएमई सैक्टर में फायर एनओसी लेना एक बडा मिशन बन गया है। पूर्प में फायर की प्रोविजल एनओसी मिल जाती थी तो उद्यमी का काम शुरु हो जाता है लेकिन अब हर जगह यह अनिवार्य कर दिया है कि कोई भी फैक्ट्री लायसेंस लेना है तो उससे पहले फायर एनओसी होना ही चाहिए।
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इस कारण से न ड्रग लायसेंस मिल पा रहा है न ही फैक्ट्री लायसेंस बन पा रहा है। बीबीएन में नए आने वाले वो सूक्ष्म एवं लघु उद्योग है जिन्होने बैंकों से ऋण लेकर कारखाने तो लगा दिए लेकिन फायर एनओसी उनको नहीं मिल पा रहा है जिससे उनका उत्पादन प्रभावित हो रहा है। इसके पीछे मुख्य कारण है कि विभाग ने अपने नियम व कानून इतने सख्त कर दिए हैं कि उसको पूर्ण करना हर किसी के वश का नहीं है। कई कई उद्योग में तो 10 से 15 फीसदी राशि फायर सुरक्षा उपकरण एवं पंजीकरण में जा रही है। महासचिव अनिल मलिक ने कहा कि डेढ लाख लीटर या 50 हजार लीटर का टैंक बनाना हर किसी के लिए संभव नहीं है इसलिए इसमें रिलैक्सेशन दी जानी चाहिए। उन्होने कहा कि फायर एनओसी का कार्य चलता रहना लेकिन उद्यमी को अन्य लायसेंस समय पर मिल जाने चाहिए।
इस विषय में फायर आफिसर हेमराज राणा ने कहा कि वो सरकार ने तय कर रखे हैं और हम उससे बाहर नहीं जा सकते। हमारे पास जो नियम पूरे करता है तो हम तुरंत उसकी फाईल को शिमला भेजे देते हैं। हमारे पास कोई फाईल एक हफते से ज्यादा लंबित नहीं रहती।
शीघ्र ही उद्योग मंत्री व उद्योग सचिव से मिलेंगे-
वहीं दूसरी ओर लघु उद्योग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक राणा ने कहा कि यह गंभीर मसला है कि जो लोग हमारे राज्य में निवेश करने आ रहे हैं उनको एक छोटी सी चीज के कारण कारखाने प्रारंभ करने में दिक्कत आ रही है। उन्होने कहा कि इस संदर्भ में हम शीघ्र ही प्रदेश के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान व उद्योग विभाग के प्रधान सचिव से मिलेंगे ताकि फायर एनओसी का सरलीकरण हो सके।
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