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शिमला , 30 मार्च ! स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक मजबूत करने के उद्देश्य से चिकित्सा शिक्षा निदेशालय (डीएमई) और स्वास्थ्य सेवाएं निदेशालय (डीएचएस) में कर्मचारियों के संवर्ग को अलग करने की अधिसूचना जारी की है। इस प्रक्रिया के तहत नर्सिंग, पैरामेडिकल स्टाफ, मिनिस्ट्रियल स्टाफ, रेडियोग्राफर, ऑपरेशन थियेटर सहायक, चालक एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को अपनी पसंद के अनुसार संवर्ग चुनने का अवसर दिया गया, जिसमें 74.44 प्रतिशत कर्मचारियों ने डीएचएस को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि अंतिम रूप से निर्धारित संरचना के अनुसार, 14,573 कर्मचारी डीएचएस में शामिल हुए हैं, जबकि 5,002 कर्मचारियों ने डीएमई को चुना है। राज्य सरकार अब दोनों निदेशालयों के लिए अलग-अलग भर्ती प्रक्रिया संचालित करेगी, जिससे कर्मचारियों की संख्या संतुलित बनी रहे और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो। यह निर्णय मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को उन्नत करने के लिए उठाए जा रहे विभिन्न कदमों के अनुरूप है। पिछले दो वर्षों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की गई हैं और आने वाले समय में स्वास्थ्य संस्थानों में पुरानी चिकित्सा उपकरणों को अत्याधुनिक तकनीक से बदला जाएगा, जिससे राज्य के लोगों को और बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होगी। राज्य सरकार प्रदेशवासियों को सुलभ एवं उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है और भविष्य में भी स्वास्थ्य सेवाओं के सशक्तिकरण के लिए आवश्यक सुधार जारी रखेगी।
शिमला , 30 मार्च ! स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक मजबूत करने के उद्देश्य से चिकित्सा शिक्षा निदेशालय (डीएमई) और स्वास्थ्य सेवाएं निदेशालय (डीएचएस) में कर्मचारियों के संवर्ग को अलग करने की अधिसूचना जारी की है।
इस प्रक्रिया के तहत नर्सिंग, पैरामेडिकल स्टाफ, मिनिस्ट्रियल स्टाफ, रेडियोग्राफर, ऑपरेशन थियेटर सहायक, चालक एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को अपनी पसंद के अनुसार संवर्ग चुनने का अवसर दिया गया, जिसमें 74.44 प्रतिशत कर्मचारियों ने डीएचएस को प्राथमिकता दी है।
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उन्होंने कहा कि अंतिम रूप से निर्धारित संरचना के अनुसार, 14,573 कर्मचारी डीएचएस में शामिल हुए हैं, जबकि 5,002 कर्मचारियों ने डीएमई को चुना है। राज्य सरकार अब दोनों निदेशालयों के लिए अलग-अलग भर्ती प्रक्रिया संचालित करेगी, जिससे कर्मचारियों की संख्या संतुलित बनी रहे और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो।
यह निर्णय मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को उन्नत करने के लिए उठाए जा रहे विभिन्न कदमों के अनुरूप है। पिछले दो वर्षों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की गई हैं और आने वाले समय में स्वास्थ्य संस्थानों में पुरानी चिकित्सा उपकरणों को अत्याधुनिक तकनीक से बदला जाएगा, जिससे राज्य के लोगों को और बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होगी।
राज्य सरकार प्रदेशवासियों को सुलभ एवं उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है और भविष्य में भी स्वास्थ्य सेवाओं के सशक्तिकरण के लिए आवश्यक सुधार जारी रखेगी।
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