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चम्बा, 12 सितम्बर, [ रीना सहोत्रा ] ! मणिमहेश यात्रा के शाही स्नान में लाखों की संख्या में श्र्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर भोले नाथ की असीम कृपा को प्राप्त किया। शाही स्नान से पहले मंगलवार को संचुई के शिव गुरों की छड़ी ने डल झील तोड़ने की रस्म को अदा किया। उसके बाद कार्तिक स्वामी कुगती के गुरों ने डल झील के माँ काली के डल को पार कर रस्म को निभाया। शिव भक्त की लाखों की भीड़ ने भोलेनाथ का जयकारा लगाकर शाही स्नान में डुबकी लगाई । बुधवार को दोपहर के बाद तक लोग स्नान करते रहे । कृष्ण जन्माष्टमी के शाही स्नान के दौरान भी एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पवित्र दल झील में डुबकी लगाई थी मंगलवार और बुधवार को मौसम साफ रहने की वजह से यहां पर स्थानीय श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ गई । इस शाही स्नान पर प्रशासन की ओर से भी सभी तैयारियां कस ली गई थी। यहां हर चप्पे चप्पे पर एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ व पुलिस जवानों को तैनात किया गया था। इस दौरान जगह-जगह पर मेडिकल कैंप का भी आयोजन किया गया था कृष्ण जन्माष्टमी से लेकर राधाअष्टमी तक चलने वाली यात्रा में अब तक 6 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने शाही स्नान में डुबकी लगाई है और भगवान की असीम कृपा प्राप्त की और भगवान भोलेनाथ के दर्शन किए हैं । इस दौरान सबसे ज्यादा यात्री हिमाचल के पड़ोसी राज्य पंजाब से आए हैं ।
चम्बा, 12 सितम्बर, [ रीना सहोत्रा ] ! मणिमहेश यात्रा के शाही स्नान में लाखों की संख्या में श्र्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर भोले नाथ की असीम कृपा को प्राप्त किया।
शाही स्नान से पहले मंगलवार को संचुई के शिव गुरों की छड़ी ने डल झील तोड़ने की रस्म को अदा किया। उसके बाद कार्तिक स्वामी कुगती के गुरों ने डल झील के माँ काली के डल को पार कर रस्म को निभाया।
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शिव भक्त की लाखों की भीड़ ने भोलेनाथ का जयकारा लगाकर शाही स्नान में डुबकी लगाई । बुधवार को दोपहर के बाद तक लोग स्नान करते रहे ।
कृष्ण जन्माष्टमी के शाही स्नान के दौरान भी एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पवित्र दल झील में डुबकी लगाई थी मंगलवार और बुधवार को मौसम साफ रहने की वजह से यहां पर स्थानीय श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ गई ।
इस शाही स्नान पर प्रशासन की ओर से भी सभी तैयारियां कस ली गई थी। यहां हर चप्पे चप्पे पर एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ व पुलिस जवानों को तैनात किया गया था।
इस दौरान जगह-जगह पर मेडिकल कैंप का भी आयोजन किया गया था कृष्ण जन्माष्टमी से लेकर राधाअष्टमी तक चलने वाली यात्रा में अब तक 6 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने शाही स्नान में डुबकी लगाई है और भगवान की असीम कृपा प्राप्त की और भगवान भोलेनाथ के दर्शन किए हैं । इस दौरान सबसे ज्यादा यात्री हिमाचल के पड़ोसी राज्य पंजाब से आए हैं ।
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