कहा, योजनाओं के नाम बदल कर बन रहे खुद को बुद्धजीवी भाजपा अंत्योदय की भावना से करती है कार्य, जनता के लिए 6 करोड़ ही नही 600 करोड़ भी कर सकती है भाजपा खर्च
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शिमला , 11 नवंबर [ विशाल सूद ] ! भाजपा मुख्य प्रवक्ता राकेश जमवाल ने सीपीएस संजय अवस्थी के ब्यान पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार अपनी नाकामी से जनता का ध्यान भटकाने का कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार जनता की असल समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए इस तरह के बयान देकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है। भाजपा द्वारा शुरू की योजनाओं को कॉपी पेस्ट कर नाम बदल कर मात्र ज़ब जनता को विश्वास दिलाने की आवश्यकता महसूस होती है तो इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। मुख्य प्रवक्ता राकेश जम्वाल ने यह भी कहा कि जनमंच में सैंकड़ो किलोमीटर दूर से लोग राजधानी न पहुँच कर अपने नजदीकी स्थानों पर समस्या सुलझा सकते थे, तो क्या सरकार उन्हें खाना भी न पूछती, जनता को खाना खिलाने के लिए यदि सरकार के 6करोड़ भी लग जाए तो कम है जिसका भाजपा को कोई मलाल नही है। यहां तो प्रदेश में ऐसी सरकार चल रही है जनता को लूटने पर विश्वास रखती है। कांग्रेस सरकार फ़िजुल खर्च के नाम पर 10₹ मात्र में मिलने वाला समोसा 20गुना अधिक दाम पर खरीदती हैं और भर्ष्टाचार पर कार्रवाही करने की जगह सीआईडी को समोसा ढूंढने में लगा कर जांच बिठाती है। राकेश जम्वाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार भाजपा की उन नीतियों और योजनाओं को बदनाम करना चाहती है, जिन्होंने हिमाचल में पारदर्शिता और जवाबदेही का माहौल तैयार किया। जनमंच जैसे कार्यक्रम भाजपा सरकार की पहल थी, जिसमें सीधे जनता से संवाद कर उनकी समस्याओं का समाधान किया जाता था। इसके माध्यम से प्रदेश में हजारों समस्याओं का निपटारा हुआ, और इसका उद्देश्य सरकार को जनता के करीब लाना था, न कि जनता पर अनावश्यक खर्च का बोझ डालना। प्रदेश में दिसंबर 2017 में भाजपा की सरकार बनने के छह महीने के भीतर लोगों की समस्याओं को उनके घर-द्वार निपटाने के लिए जनमंच कार्यक्रम शुरू किया गया था। यह इसलिए जरूरी था क्योंकि पहाड़ों में यातायात सुगम नहीं होता। ऐसे में हर व्यक्ति अपनी समस्या या मांग लेकर सरकार तक नहीं पहुंच पाता था। साथ ही, शिकायतकर्ता के समय और पैसे की भी बर्बादी होती थी। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विचार पर 3 जून 2018 को राज्य के सभी जिलों में पहला जनमंच का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा जनमंच कार्यक्रम के माध्यम से प्रत्येक महीने के पहले रविवार को सभी जिलों में सरकार के मंत्री जन शिकायतों का निपटारा करते हैं। प्रदेश में अब तक 256 जनमंच के माध्यम से 55 हज़ार 249 जन समस्याएं और शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें से करीब 50 हज़ार से ज्यादा समस्याओं और शिकायतों का निपटारा कर दिया गया था। उन्होंने कहा संजय अवस्थी ने अपने बयान में भ्रष्टाचार का जिक्र किया, लेकिन यह भूल गए कि कांग्रेस के दो साल के कार्यकाल में भ्रष्टाचार को लेकर कोई पारदर्शी कार्रवाई नहीं की गई है। भाजपा सरकार ने विकास और पारदर्शिता को प्राथमिकता दी थी, जबकि कांग्रेस सरकार केवल दिखावे के कार्यों में उलझी हुई है। राकेश जम्वाल ने कांग्रेस नेताओं को चेतावनी दी कि वे भाजपा पर निराधार आरोप लगाने के बजाय अपने कार्यों में सुधार करें और प्रदेश की जनता की असल समस्याओं पर ध्यान दें।
शिमला , 11 नवंबर [ विशाल सूद ] ! भाजपा मुख्य प्रवक्ता राकेश जमवाल ने सीपीएस संजय अवस्थी के ब्यान पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार अपनी नाकामी से जनता का ध्यान भटकाने का कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार जनता की असल समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए इस तरह के बयान देकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है। भाजपा द्वारा शुरू की योजनाओं को कॉपी पेस्ट कर नाम बदल कर मात्र ज़ब जनता को विश्वास दिलाने की आवश्यकता महसूस होती है तो इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
मुख्य प्रवक्ता राकेश जम्वाल ने यह भी कहा कि जनमंच में सैंकड़ो किलोमीटर दूर से लोग राजधानी न पहुँच कर अपने नजदीकी स्थानों पर समस्या सुलझा सकते थे, तो क्या सरकार उन्हें खाना भी न पूछती, जनता को खाना खिलाने के लिए यदि सरकार के 6करोड़ भी लग जाए तो कम है जिसका भाजपा को कोई मलाल नही है। यहां तो प्रदेश में ऐसी सरकार चल रही है जनता को लूटने पर विश्वास रखती है। कांग्रेस सरकार फ़िजुल खर्च के नाम पर 10₹ मात्र में मिलने वाला समोसा 20गुना अधिक दाम पर खरीदती हैं और भर्ष्टाचार पर कार्रवाही करने की जगह सीआईडी को समोसा ढूंढने में लगा कर जांच बिठाती है।
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राकेश जम्वाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार भाजपा की उन नीतियों और योजनाओं को बदनाम करना चाहती है, जिन्होंने हिमाचल में पारदर्शिता और जवाबदेही का माहौल तैयार किया। जनमंच जैसे कार्यक्रम भाजपा सरकार की पहल थी, जिसमें सीधे जनता से संवाद कर उनकी समस्याओं का समाधान किया जाता था। इसके माध्यम से प्रदेश में हजारों समस्याओं का निपटारा हुआ, और इसका उद्देश्य सरकार को जनता के करीब लाना था, न कि जनता पर अनावश्यक खर्च का बोझ डालना।
प्रदेश में दिसंबर 2017 में भाजपा की सरकार बनने के छह महीने के भीतर लोगों की समस्याओं को उनके घर-द्वार निपटाने के लिए जनमंच कार्यक्रम शुरू किया गया था। यह इसलिए जरूरी था क्योंकि पहाड़ों में यातायात सुगम नहीं होता। ऐसे में हर व्यक्ति अपनी समस्या या मांग लेकर सरकार तक नहीं पहुंच पाता था। साथ ही, शिकायतकर्ता के समय और पैसे की भी बर्बादी होती थी। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विचार पर 3 जून 2018 को राज्य के सभी जिलों में पहला जनमंच का आयोजन किया गया।
उन्होंने कहा जनमंच कार्यक्रम के माध्यम से प्रत्येक महीने के पहले रविवार को सभी जिलों में सरकार के मंत्री जन शिकायतों का निपटारा करते हैं। प्रदेश में अब तक 256 जनमंच के माध्यम से 55 हज़ार 249 जन समस्याएं और शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें से करीब 50 हज़ार से ज्यादा समस्याओं और शिकायतों का निपटारा कर दिया गया था।
उन्होंने कहा संजय अवस्थी ने अपने बयान में भ्रष्टाचार का जिक्र किया, लेकिन यह भूल गए कि कांग्रेस के दो साल के कार्यकाल में भ्रष्टाचार को लेकर कोई पारदर्शी कार्रवाई नहीं की गई है। भाजपा सरकार ने विकास और पारदर्शिता को प्राथमिकता दी थी, जबकि कांग्रेस सरकार केवल दिखावे के कार्यों में उलझी हुई है। राकेश जम्वाल ने कांग्रेस नेताओं को चेतावनी दी कि वे भाजपा पर निराधार आरोप लगाने के बजाय अपने कार्यों में सुधार करें और प्रदेश की जनता की असल समस्याओं पर ध्यान दें।
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