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मंडी , 28 जून ! वल्लभ महाविद्यालय के नव निर्माणाधिन भवन का कार्य अब अंतिम चरण में है जिसके लिए ठेकेदार द्वारा फंड की डिमांड रखी गई है। भवन निर्माण का टेंडर 32 करोड़ रूपए में हुआ था। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा पूर्व सरकार के समय 28 करोड़ रूपए एक मुश्त दिया था। बाद में इस भवन की इमारत का नक्षा भी बदलना पड़ा जिसके बाद 43 करोड़ रूपए कि लागत से इस भवन का निर्माण होना शुरू हुआ। लेकिन वर्तमान सरकार के समय में इस भवन का कार्य कई दिनों तक फंडीग न होने के कारण लटका रहा। शुक्रवार को सदर विधायक अनिल शर्मा ने भवन निर्माण कार्य का निरीक्षण लोक निर्माण विभाग के अधिकारीयों के साथ किया जिसमें उन्होंने भवन निर्माण में कितना समय और किस प्रकार का कार्य हुआ है इसको लेकर ठेकेदार से भी बातचीत की। वहीं ठेकेदार ने फंडीग की डिमांड कर 3 महिने में भवन को तैयार करने का आश्वासन दिया। इस दौरान अनिल शर्मा ने बताया कि इमारत के पूर्ण कार्य के लिए उन्होंने वर्तमान सरकार और मुख्यमंत्री से भी आग्रह किया जिसमें उन्होंने यह भी कहा कि भवन का पूर्ण निर्माण करना लाजमी है लेकिन यह जांच का विषय भी हैं कि भवन निर्माण की लागत कैसे बढ़ी। उन्होंने बताया कि भवन निर्माण के लिए कुछ समय पहले ही वर्तमान सरकार द्वारा 5 करोड़ की राशि दी गई और 2 करोड़ कॉलेज फंड से डायवर्ट किए और 3 करोड़ कि राशि अभी और जारी सरकार द्वारा जारी कर दी गई है जिसमें लगभग 10 करोड़ की लागत से इस भवन को निर्माण कार्य के लिए जारी हुआ है।
मंडी , 28 जून ! वल्लभ महाविद्यालय के नव निर्माणाधिन भवन का कार्य अब अंतिम चरण में है जिसके लिए ठेकेदार द्वारा फंड की डिमांड रखी गई है। भवन निर्माण का टेंडर 32 करोड़ रूपए में हुआ था। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा पूर्व सरकार के समय 28 करोड़ रूपए एक मुश्त दिया था।
बाद में इस भवन की इमारत का नक्षा भी बदलना पड़ा जिसके बाद 43 करोड़ रूपए कि लागत से इस भवन का निर्माण होना शुरू हुआ। लेकिन वर्तमान सरकार के समय में इस भवन का कार्य कई दिनों तक फंडीग न होने के कारण लटका रहा।
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शुक्रवार को सदर विधायक अनिल शर्मा ने भवन निर्माण कार्य का निरीक्षण लोक निर्माण विभाग के अधिकारीयों के साथ किया जिसमें उन्होंने भवन निर्माण में कितना समय और किस प्रकार का कार्य हुआ है इसको लेकर ठेकेदार से भी बातचीत की।
वहीं ठेकेदार ने फंडीग की डिमांड कर 3 महिने में भवन को तैयार करने का आश्वासन दिया। इस दौरान अनिल शर्मा ने बताया कि इमारत के पूर्ण कार्य के लिए उन्होंने वर्तमान सरकार और मुख्यमंत्री से भी आग्रह किया जिसमें उन्होंने यह भी कहा कि भवन का पूर्ण निर्माण करना लाजमी है लेकिन यह जांच का विषय भी हैं कि भवन निर्माण की लागत कैसे बढ़ी।
उन्होंने बताया कि भवन निर्माण के लिए कुछ समय पहले ही वर्तमान सरकार द्वारा 5 करोड़ की राशि दी गई और 2 करोड़ कॉलेज फंड से डायवर्ट किए और 3 करोड़ कि राशि अभी और जारी सरकार द्वारा जारी कर दी गई है जिसमें लगभग 10 करोड़ की लागत से इस भवन को निर्माण कार्य के लिए जारी हुआ है।
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