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चम्बा ! चम्बा जिला के उपमंडल तीसा के अंतर्गत आती सनवाल पंचायत में सेब घोटाले के बाद अब एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। *यहां एक खच्चर से 1 करोड़ 53 लाख 55 हजार रुपए के सामान का ढुलान दिखाया गया, जबकि वैंडर के पास केवल एक ही खच्चर उपलब्ध है। मामले की जांच में सामने आया कि जिस वैंडर के खाते में यह भारी-भरकम राशि आई, वह अब भी बीपीएल श्रेणी में दर्ज है सरकारी खाते से वैंडर को ढुलान के लिए पैसे दिए गए, लेकिन बाद में ये रकम पंचायत प्रतिनिधियों और उनके रिश्तेदारों के खातों में चैक व अन्य माध्यमों से ट्रांसफर कर दी गई। बताते चले कि तीसा पुलिस को सनवाल पंचायत में वैंडरों की आड़ में करोड़ों की धांधली की शिकायत प्राप्त हुई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर अपनी छानबीन आगे बढ़ाई तो छानबीन शुरू करते ही सनसनीखेज खुलासे सामने आ रहे हैं। एक बीपीएल परिवार से संबंध रखने वाले सदस्य के खाते से डेढ़ करोड़ रुपए की राशि का लेन-देन होना जांच का विषय बन गया है। वहीं पुलिस अब इस जांच में जुटी है कि वैंडर ने इतनी बड़ी राशि प्रतिनिधियों के खाते में क्यों भेजी। जांच के बाद ही इसका खुलासा हो पाएगा। पंचायत में सामग्री ढुलान के लिए लिए वैंडर लगाए जाते हैं। इसके लिए सनवाल में खच्चर का वैंडर लगाया गया था। वैंडर के कई कार्यों में ढुलान के बिल लगाए गए, जिसके लिए सरकारी खाते से वैंडर को लाखों रुपए मिलते थे, लेकिन बिल अदायगी के बाद यह राशि वैंडर के खाते से पंचायत प्रतिनिधियों के खाते में ट्रांसफर कर दी जाती थी। वहीं इस मामले ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि वैंडर द्वारा लाखों में राशि पंचायत प्रतिनिधियों के खाते में क्यों डाली गई। जब हिसाब लगाया गया तो हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए, जिसमें खच्चर वैंडर के खाते से करीब 1 करोड़ 53 लाख 55 हजार की राशि जारी हुई है।
चम्बा ! चम्बा जिला के उपमंडल तीसा के अंतर्गत आती सनवाल पंचायत में सेब घोटाले के बाद अब एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। *यहां एक खच्चर से 1 करोड़ 53 लाख 55 हजार रुपए के सामान का ढुलान दिखाया गया, जबकि वैंडर के पास केवल एक ही खच्चर उपलब्ध है। मामले की जांच में सामने आया कि जिस वैंडर के खाते में यह भारी-भरकम राशि आई, वह अब भी बीपीएल श्रेणी में दर्ज है सरकारी खाते से वैंडर को ढुलान के लिए पैसे दिए गए, लेकिन बाद में ये रकम पंचायत प्रतिनिधियों और उनके रिश्तेदारों के खातों में चैक व अन्य माध्यमों से ट्रांसफर कर दी गई।
बताते चले कि तीसा पुलिस को सनवाल पंचायत में वैंडरों की आड़ में करोड़ों की धांधली की शिकायत प्राप्त हुई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर अपनी छानबीन आगे बढ़ाई तो छानबीन शुरू करते ही सनसनीखेज खुलासे सामने आ रहे हैं। एक बीपीएल परिवार से संबंध रखने वाले सदस्य के खाते से डेढ़ करोड़ रुपए की राशि का लेन-देन होना जांच का विषय बन गया है। वहीं पुलिस अब इस जांच में जुटी है कि वैंडर ने इतनी बड़ी राशि प्रतिनिधियों के खाते में क्यों भेजी। जांच के बाद ही इसका खुलासा हो पाएगा।
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पंचायत में सामग्री ढुलान के लिए लिए वैंडर लगाए जाते हैं। इसके लिए सनवाल में खच्चर का वैंडर लगाया गया था। वैंडर के कई कार्यों में ढुलान के बिल लगाए गए, जिसके लिए सरकारी खाते से वैंडर को लाखों रुपए मिलते थे, लेकिन बिल अदायगी के बाद यह राशि वैंडर के खाते से पंचायत प्रतिनिधियों के खाते में ट्रांसफर कर दी जाती थी। वहीं इस मामले ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि वैंडर द्वारा लाखों में राशि पंचायत प्रतिनिधियों के खाते में क्यों डाली गई। जब हिसाब लगाया गया तो हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए, जिसमें खच्चर वैंडर के खाते से करीब 1 करोड़ 53 लाख 55 हजार की राशि जारी हुई है।
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