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बिलासपुर ! नगर नियोजन, आवास एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी ने मिनर्वा स्कूल में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए स्कूल के होनहार छात्रों को नवाजा।मंत्री ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की शिक्षा का उद्देश्य केवल पाठ्यक्रम आधारित ज्ञान तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि बच्चों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो बच्चों में सृजनशीलता, नेतृत्व क्षमता और नैतिक मूल्यों का विकास कर सके।मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार शिक्षा प्रणाली में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है और नई नीतियों के माध्यम से विद्यार्थियों को उनके सर्वांगीण विकास के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने आधुनिक तकनीक, कौशल विकास और खेलों को शिक्षा के साथ जोड़ने पर विशेष जोर दिया।अपने संबोधन में मंत्री ने विद्यार्थियों से अपील की कि वे अपने उद्देश्यों को स्पष्ट रखें और देश के निर्माण में अपनी भूमिका सुनिश्चित करें। उन्होंने शिक्षकों और अभिभावकों को भी बच्चों के विकास में सक्रिय योगदान देने की बात कही।उन्होंने कहा कि अध्यापक अपने अनुभव के माध्यम से छात्रों को न केवल सही राह दिखा सकते हैं अपितु भविष्य में लक्ष्य प्राप्ति में उनका मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य सवारने और सही दिशा प्रदान करने में अभिभावकों के साथ-साथ अध्यापकों की भी महत्वपूर्ण जिम्मेवारी है। उन्होंने अध्यापकों से छात्रों के लिए पथ प्रदर्शक की भूमिका निभाने का आह्वान किया और छात्रों की प्रतिभा की पहचान कर इन्हें ओर निखारने की दिशा में सकारात्मक शुरुआत करने पर बल दिया। उन्होंने विद्यालय के होनहार विद्यार्थियों को उपलब्धियों के लिए शुभकामनाए दी।प्रधानाचार्य परवेश चंदेल ने मुख्य अतिथि के स्वागत किया और स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि विद्यालय ने शैक्षणिक, खेलकूद और सांस्कृतिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उन्होंने बताया कि विद्यालय के 22 विद्यार्थियों ने एनईटी (हमीरपुर) परीक्षा उत्तीर्ण की। 52 विद्यार्थियों ने एमबीबीएस प्रवेश परीक्षा में सफलता पाई। उन्होंने बताया कि विद्यालय के10वीं और 12वीं कक्षाओं में 8 विद्यार्थियों ने हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की मेरिट मैं स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि खेलकूद प्रतियोगिताओं में भी विद्यालय के छात्रों ने जिला और राज्य स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करके पदक हासिल किए है।समारोह में विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।मुख्यतिथि ने शैक्षणिक, खेलकूद और अन्य वार्षिक गतिविधियों में अग्रणी रहने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
बिलासपुर ! नगर नियोजन, आवास एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी ने मिनर्वा स्कूल में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए स्कूल के होनहार छात्रों को नवाजा।मंत्री ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की शिक्षा का उद्देश्य केवल पाठ्यक्रम आधारित ज्ञान तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि बच्चों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो बच्चों में सृजनशीलता, नेतृत्व क्षमता और नैतिक मूल्यों का विकास कर सके।
मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार शिक्षा प्रणाली में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है और नई नीतियों के माध्यम से विद्यार्थियों को उनके सर्वांगीण विकास के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने आधुनिक तकनीक, कौशल विकास और खेलों को शिक्षा के साथ जोड़ने पर विशेष जोर दिया।
अपने संबोधन में मंत्री ने विद्यार्थियों से अपील की कि वे अपने उद्देश्यों को स्पष्ट रखें और देश के निर्माण में अपनी भूमिका सुनिश्चित करें। उन्होंने शिक्षकों और अभिभावकों को भी बच्चों के विकास में सक्रिय योगदान देने की बात कही।
उन्होंने कहा कि अध्यापक अपने अनुभव के माध्यम से छात्रों को न केवल सही राह दिखा सकते हैं अपितु भविष्य में लक्ष्य प्राप्ति में उनका मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य सवारने और सही दिशा प्रदान करने में अभिभावकों के साथ-साथ अध्यापकों की भी महत्वपूर्ण जिम्मेवारी है।
उन्होंने अध्यापकों से छात्रों के लिए पथ प्रदर्शक की भूमिका निभाने का आह्वान किया और छात्रों की प्रतिभा की पहचान कर इन्हें ओर निखारने की दिशा में सकारात्मक शुरुआत करने पर बल दिया। उन्होंने विद्यालय के होनहार विद्यार्थियों को उपलब्धियों के लिए शुभकामनाए दी।
प्रधानाचार्य परवेश चंदेल ने मुख्य अतिथि के स्वागत किया और स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि विद्यालय ने शैक्षणिक, खेलकूद और सांस्कृतिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उन्होंने बताया कि विद्यालय के 22 विद्यार्थियों ने एनईटी (हमीरपुर) परीक्षा उत्तीर्ण की। 52 विद्यार्थियों ने एमबीबीएस प्रवेश परीक्षा में सफलता पाई। उन्होंने बताया कि विद्यालय के10वीं और 12वीं कक्षाओं में 8 विद्यार्थियों ने हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की मेरिट मैं स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि खेलकूद प्रतियोगिताओं में भी विद्यालय के छात्रों ने जिला और राज्य स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करके पदक हासिल किए है।
समारोह में विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।मुख्यतिथि ने शैक्षणिक, खेलकूद और अन्य वार्षिक गतिविधियों में अग्रणी रहने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
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