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कांगडा , 11 जून [ शिवानी ] ! जिला कांगड़ा के अंतर्गत पढ़ने वाले क्षेत्र नगरोटा सुरिया की सड़क को ठीक करवाने के संदर्भ में आज कुछ ग्रामीणों ने उपायुक्त कार्यालय में पहुंच कर उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान प्रेमचंद विश्वकर्मा ने बताया कि इस सड़क मार्ग की हालत इतनी खस्ता है कि जगह-जगह पर गड्ढे पड़े हुए हैं। जिस वजह से उसे मार्ग पर वाहन ले जाने से वाहन खराब हो रहे हैं। कई दुर्घटनाएं भी हो रही है। उन्होंने बताया कि इस मार्ग में सफर करने में तकरीबन 25 मिनट तक का समय लगता है उन्होंने बताया कि यह मार्ग गगल एयरपोर्ट के साथ लगता एक सीधा लिंक रोड है। लेकिन इसकी हालत इतनी खस्ता है। कि इस रास्ते में गाड़ी डालने से पहले कोई 10 बार सोचेगा। लेकिन स्थानीय लोगों को तो रोज यहीं से सफर करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि चुनावों के दौरान लोगों ने दुखी होकर चुनावों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया था लेकिन उन्हें आश्वासन दिए गए की सड़क को जल्द बनाया जाएगा लेकिन चुनाव के बाद भी अब तक भी इस और कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार के पास इतना सा भी बजट नहीं है जो इस मार्ग की मुरम्मत हो सकें तो वह सरकार फिर सरकार कहलाने के लायक नहीं है।
कांगडा , 11 जून [ शिवानी ] ! जिला कांगड़ा के अंतर्गत पढ़ने वाले क्षेत्र नगरोटा सुरिया की सड़क को ठीक करवाने के संदर्भ में आज कुछ ग्रामीणों ने उपायुक्त कार्यालय में पहुंच कर उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान प्रेमचंद विश्वकर्मा ने बताया कि इस सड़क मार्ग की हालत इतनी खस्ता है कि जगह-जगह पर गड्ढे पड़े हुए हैं। जिस वजह से उसे मार्ग पर वाहन ले जाने से वाहन खराब हो रहे हैं। कई दुर्घटनाएं भी हो रही है।
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उन्होंने बताया कि इस मार्ग में सफर करने में तकरीबन 25 मिनट तक का समय लगता है उन्होंने बताया कि यह मार्ग गगल एयरपोर्ट के साथ लगता एक सीधा लिंक रोड है। लेकिन इसकी हालत इतनी खस्ता है। कि इस रास्ते में गाड़ी डालने से पहले कोई 10 बार सोचेगा। लेकिन स्थानीय लोगों को तो रोज यहीं से सफर करना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि चुनावों के दौरान लोगों ने दुखी होकर चुनावों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया था लेकिन उन्हें आश्वासन दिए गए की सड़क को जल्द बनाया जाएगा लेकिन चुनाव के बाद भी अब तक भी इस और कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार के पास इतना सा भी बजट नहीं है जो इस मार्ग की मुरम्मत हो सकें तो वह सरकार फिर सरकार कहलाने के लायक नहीं है।
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