सिर्फ़ ऋण लेने और ‘जनता पर टैक्स लादो’ मॉडल से कैसे आत्म निर्भर बनेगा हिमाचल : जयराम ठाकुर सदस्यता अभियान और संगठनात्मक चुनाव बैठक में शामिल हुए नेता प्रतिपक्ष
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मंडी , 04 नवंबर ! नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री हर दिन एक नए झूठ के सहारे आगे बढ़ रहे हैं। प्रदेश के वर्तमान आर्थिक हालात सबके सामने हैं। बिना केंद्र सरकार के सहयोग के न ही कर्मचारियों को वेतन दिया जा रहा है और न ही पेंशनधारियों को पेंशन। सरकार प्रदेश में राजस्व अर्जन के विकल्पों को भी सुदृढ़ नहीं कर रही है। मुख्यमंत्री कहते हैं कि 2027 में हिमाचल पूरी तरह आत्मनिर्भर हो जाएगा। लेकिन मुख्यमंत्री यह नहीं बता रहे हैं कि यह लक्ष्य हासिल कैसे किया जाएगा? सरकार हर महीना क्षमता से ज़्यादा ऋण लेने के मॉडल पर आगे बढ़ रही है। हर महीना एक हज़ार करोड़ रुपए से ज़्यादा कर्ज लेना सुक्खू सरकार का रूटीन है। ऐसे में सवाल उठता है कि प्रदेश सरकार ऐसा क्या कर रही है जिससे कि अगले तीन साल में प्रदेश की अर्थव्यवस्था पटरी पर आ जाएगी। प्रदेश के लोग यह जानना चाहते हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार झूठ बोलकर दिन काट रही है। आज प्रदेश के विकास की गति पूरी तरह से रुक गई है। सरकार एक जन कल्याणकारी राज्य के रूप में कार्य नहीं कर रही है। जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार प्रदेश की आय बढ़ाने वाले साधनों को विकसित करने पर ध्यान नहीं दे रही है। उद्योग और इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास सरकार की प्राथमिकता में है ही नहीं। औद्योगिक क्षेत्रों में माफिया हावी है। सरकार की नीतियों और उपेक्षा के कारण उद्योग प्रदेश से पलायन कर रहे हैं। ऐसे में प्रदेश की आर्थिक स्थिति कैसे मजबूत होगी। केंद्र सरकार ने पूर्व सरकार के प्रयासों के कारण हिमाचल प्रदेश को बल्क ड्रग पार्क और मेडिकल डिवाइसेज पार्क की सौगात दी थी। लेकिन आज वह भी प्रदेश सरकार की राजनीति में फंस रहा है। मुख्यमंत्री को यह ध्यान रखना चाहिए कि प्रदेश की आय में वृद्धि और रोजगार के अवसरों के निर्माण में उद्योग महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए उनके अनुकूल माहौल बनाना सरकार की जिम्मेदारी है। लेकिन सरकार उद्योगों के प्रतिकूल परिस्थितियां पैदा कर रही है। जिसका खामियाजा प्रदेश की आर्थिकी को उठाना पड़ रहा है। आज प्रदेश की सरकार और मुख्यमंत्री जिस ढर्रे पर चल रहे हैं वह ‘जनता पर टैक्स लादो’ का मॉडल है। यह मॉडल न ही तो जनहितकारी है और न ही व्यावहारिक। इसलिए मुख्यमंत्री को प्रदेश के लोगों पर टैक्स लादने और अपने मित्रों को फैसिलिटेट करने से बाज आएँ और बड़े और कड़े फैसलों की शुरुआत सरकार से करें। नेता प्रतिपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश के संगठनात्मक जिला सुंदरनगर कार्यालय में आयोजित सक्रिय सदस्यता अभियान और संगठनात्मक चुनाव के दृष्टिगत हुई बैठक में भाग लिया। बैठक में सदस्यता अभियान को गति देने और आगामी संगठनात्मक चुनाव पर सार्थक चर्चा हुई। इस बैठक में भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेखा वर्मा, प्रदेश प्रभारी श्रीकांत शर्मा, संगठनात्मक चुनाव अधिकारी एक लोकसभा सांसद डॉ राजीव भारद्वाज, महामंत्री एवं राज्य सभा सांसद डॉ सिकंदर कुमार, महामंत्री बिहारी लाल शर्मा, सुंदर नगर जिला अध्यक्ष हीरालाल, सुन्दर नगर विधायक राकेश जंवाल समेत सभी प्रदेश पदाधिकारी उपस्थित रहे।
मंडी , 04 नवंबर ! नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री हर दिन एक नए झूठ के सहारे आगे बढ़ रहे हैं। प्रदेश के वर्तमान आर्थिक हालात सबके सामने हैं। बिना केंद्र सरकार के सहयोग के न ही कर्मचारियों को वेतन दिया जा रहा है और न ही पेंशनधारियों को पेंशन। सरकार प्रदेश में राजस्व अर्जन के विकल्पों को भी सुदृढ़ नहीं कर रही है।
मुख्यमंत्री कहते हैं कि 2027 में हिमाचल पूरी तरह आत्मनिर्भर हो जाएगा। लेकिन मुख्यमंत्री यह नहीं बता रहे हैं कि यह लक्ष्य हासिल कैसे किया जाएगा? सरकार हर महीना क्षमता से ज़्यादा ऋण लेने के मॉडल पर आगे बढ़ रही है। हर महीना एक हज़ार करोड़ रुपए से ज़्यादा कर्ज लेना सुक्खू सरकार का रूटीन है। ऐसे में सवाल उठता है कि प्रदेश सरकार ऐसा क्या कर रही है जिससे कि अगले तीन साल में प्रदेश की अर्थव्यवस्था पटरी पर आ जाएगी।
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प्रदेश के लोग यह जानना चाहते हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार झूठ बोलकर दिन काट रही है। आज प्रदेश के विकास की गति पूरी तरह से रुक गई है। सरकार एक जन कल्याणकारी राज्य के रूप में कार्य नहीं कर रही है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार प्रदेश की आय बढ़ाने वाले साधनों को विकसित करने पर ध्यान नहीं दे रही है। उद्योग और इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास सरकार की प्राथमिकता में है ही नहीं। औद्योगिक क्षेत्रों में माफिया हावी है। सरकार की नीतियों और उपेक्षा के कारण उद्योग प्रदेश से पलायन कर रहे हैं। ऐसे में प्रदेश की आर्थिक स्थिति कैसे मजबूत होगी।
केंद्र सरकार ने पूर्व सरकार के प्रयासों के कारण हिमाचल प्रदेश को बल्क ड्रग पार्क और मेडिकल डिवाइसेज पार्क की सौगात दी थी। लेकिन आज वह भी प्रदेश सरकार की राजनीति में फंस रहा है। मुख्यमंत्री को यह ध्यान रखना चाहिए कि प्रदेश की आय में वृद्धि और रोजगार के अवसरों के निर्माण में उद्योग महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए उनके अनुकूल माहौल बनाना सरकार की जिम्मेदारी है। लेकिन सरकार उद्योगों के प्रतिकूल परिस्थितियां पैदा कर रही है। जिसका खामियाजा प्रदेश की आर्थिकी को उठाना पड़ रहा है।
आज प्रदेश की सरकार और मुख्यमंत्री जिस ढर्रे पर चल रहे हैं वह ‘जनता पर टैक्स लादो’ का मॉडल है। यह मॉडल न ही तो जनहितकारी है और न ही व्यावहारिक। इसलिए मुख्यमंत्री को प्रदेश के लोगों पर टैक्स लादने और अपने मित्रों को फैसिलिटेट करने से बाज आएँ और बड़े और कड़े फैसलों की शुरुआत सरकार से करें।
नेता प्रतिपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश के संगठनात्मक जिला सुंदरनगर कार्यालय में आयोजित सक्रिय सदस्यता अभियान और संगठनात्मक चुनाव के दृष्टिगत हुई बैठक में भाग लिया। बैठक में सदस्यता अभियान को गति देने और आगामी संगठनात्मक चुनाव पर सार्थक चर्चा हुई।
इस बैठक में भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेखा वर्मा, प्रदेश प्रभारी श्रीकांत शर्मा, संगठनात्मक चुनाव अधिकारी एक लोकसभा सांसद डॉ राजीव भारद्वाज, महामंत्री एवं राज्य सभा सांसद डॉ सिकंदर कुमार, महामंत्री बिहारी लाल शर्मा, सुंदर नगर जिला अध्यक्ष हीरालाल, सुन्दर नगर विधायक राकेश जंवाल समेत सभी प्रदेश पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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