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कुल्लू , 01 जून ! जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के ग्राम पंचायत बर्षेणी के पुलगा गांव में ग्रामीणों की एक विशेष बैठक आयोजित की गई। वहीं बैठक में ग्रामीणों ने लिस्तु नाला में बनाए जा रहे प्रोजेक्ट का विरोध किया। वही, ग्रामीणों ने जिला प्रशासन व प्रोजेक्ट प्रबंधन से मांग रखी कि लिस्तु नाला में प्रोजेक्ट ना बनाया जाए। ताकि ग्रामीणों की धार्मिक आस्था से कोई छेड़छाड़ ना हो सके। इस बैठक में ग्राम पंचायत बरषेनी के प्रधान रविंद्र कुमार व उपप्रधान लूदर चंद विशेष रूप से मौजूद रहे। पंचायत के प्रधान रविंद्र कुमार ने बताया कि यह बैठक देवता नारायण के प्रांगण में आयोजित हुई। तो वहीं बैठक में डैम साइड कार्यस्थल का भी ग्रामीणों के द्वारा दौरा किया गया। ग्रामीणों ने इस दौरान यह मांग रखी कि लिस्तु नाला से अगर छेड़छाड़ की जाती है तो गांव की और जाने वाली पीने के पानी की सप्लाई प्रभावित होगी और यही पानी देवता के कार्य मे प्रयोग में लाया जाता है। वही ग्रामीणों ने कहा कि प्रोजेक्ट प्रबंधन के द्वारा लिस्तु नाला में काम करने के लिए पंचायत ने एन ओ सी नहीं दी गई है। जबकि प्रोजेक्ट प्रबंधन के द्वारा जो एनओसी ली गई है वह गरडी नाला की है। पंचायत के लोगों को गरडी नाला में प्रोजेक्ट बढ़ने पर किसी भी प्रकार की आपत्ति नहीं है। लेकिन लिस्तु नाला के पानी से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए। प्रोजेक्ट प्रबंधन के द्वारा जिस जगह के लिए एनओसी ली गई है उन्हें उसी चिन्हित स्थान पर ही प्रोजेक्ट का निर्माण करना चाहिए। पंचायत प्रधान रविंद्र कुमार ने बताया कि इस बार एक जिला प्रशासन को भी अवगत करवाया गया है और मांग रखी गई है कि ग्रामीणों की मांग के अनुसार लिस्तु नाला के साथ छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए। नाला से छेड़छाड़ करने पर जहां पीने के पानी की सप्लाई प्रभावित होगी। तो वही देव आस्था भी लोगों की खंडित होगी। ऐसे में जिला प्रशासन इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए प्रोजेक्ट प्रबंधन को निर्देश जारी करें। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
कुल्लू , 01 जून ! जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के ग्राम पंचायत बर्षेणी के पुलगा गांव में ग्रामीणों की एक विशेष बैठक आयोजित की गई।
वहीं बैठक में ग्रामीणों ने लिस्तु नाला में बनाए जा रहे प्रोजेक्ट का विरोध किया। वही, ग्रामीणों ने जिला प्रशासन व प्रोजेक्ट प्रबंधन से मांग रखी कि लिस्तु नाला में प्रोजेक्ट ना बनाया जाए। ताकि ग्रामीणों की धार्मिक आस्था से कोई छेड़छाड़ ना हो सके। इस बैठक में ग्राम पंचायत बरषेनी के प्रधान रविंद्र कुमार व उपप्रधान लूदर चंद विशेष रूप से मौजूद रहे। पंचायत के प्रधान रविंद्र कुमार ने बताया कि यह बैठक देवता नारायण के प्रांगण में आयोजित हुई। तो वहीं बैठक में डैम साइड कार्यस्थल का भी ग्रामीणों के द्वारा दौरा किया गया।
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ग्रामीणों ने इस दौरान यह मांग रखी कि लिस्तु नाला से अगर छेड़छाड़ की जाती है तो गांव की और जाने वाली पीने के पानी की सप्लाई प्रभावित होगी और यही पानी देवता के कार्य मे प्रयोग में लाया जाता है। वही ग्रामीणों ने कहा कि प्रोजेक्ट प्रबंधन के द्वारा लिस्तु नाला में काम करने के लिए पंचायत ने एन ओ सी नहीं दी गई है। जबकि प्रोजेक्ट प्रबंधन के द्वारा जो एनओसी ली गई है वह गरडी नाला की है।
पंचायत के लोगों को गरडी नाला में प्रोजेक्ट बढ़ने पर किसी भी प्रकार की आपत्ति नहीं है। लेकिन लिस्तु नाला के पानी से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए। प्रोजेक्ट प्रबंधन के द्वारा जिस जगह के लिए एनओसी ली गई है उन्हें उसी चिन्हित स्थान पर ही प्रोजेक्ट का निर्माण करना चाहिए। पंचायत प्रधान रविंद्र कुमार ने बताया कि इस बार एक जिला प्रशासन को भी अवगत करवाया गया है और मांग रखी गई है कि ग्रामीणों की मांग के अनुसार लिस्तु नाला के साथ छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए। नाला से छेड़छाड़ करने पर जहां पीने के पानी की सप्लाई प्रभावित होगी। तो वही देव आस्था भी लोगों की खंडित होगी। ऐसे में जिला प्रशासन इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए प्रोजेक्ट प्रबंधन को निर्देश जारी करें।
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