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कुल्लू , 03 मार्च ! कुल्लू जिला की लगघाटी में फागली उत्सव बड़ा देवता यानी कतरूसी नारायण के आर्शिवाद से शुरू हो गया है। देवता कतरूसी नारायाण अपने जठानी स्थाई शिविर से रोपड़ी गांव पंहुचे। वहीं घाटी के लोगों ने देवता का स्वागत किया। इस उत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्वालु देवता के दर्शनों के लिए पंहुच कर आर्शिवाद लिया। देवता ने अपने शिविर से निकल कर देव कार्य को भी संपन किया। उत्सव में देवता के गुर के माध्यम से भविष्यवाणी भी की गई। साथ ही पूरे साल में होनी वाली बड़ी घटनाओं के वारे में देवता के गुर के माध्यम से बताया गया। कारदार बलवीर नेगी ने जानकारी देते हुए कहा कि इस बर्ष बारिश और फसल अच्दी होगी और लोग अपने नीति नियम को न भूले। जो अपनी पुराने नीति नियम है उनके अनुसार चले। जो मानव के लिए आने वाले समय के लिए अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर फागली उत्सव में लोगों ने अपने घरों में विभिन्न प्रकार के व्यंजन मेहमानों को परोसा जाता है। इस उत्सव में लोग अपने ज्येष्ठ पुत्र का मुंडन भी करते है और यह मेला तारापुर कोठी के आराध्य देवता कतरूसी नारायण के आर्शिवाद से विभिन्न गांव में मनाया जाता है। जिसमें रोपड़ी और कतरूसी नारायण के निवास स्थान भलियाणी में और जठानी में पहले फागली मनाई जाएगी और 5 मार्च को खोपरी में मनाई जाएगी।h ttps://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
कुल्लू , 03 मार्च ! कुल्लू जिला की लगघाटी में फागली उत्सव बड़ा देवता यानी कतरूसी नारायण के आर्शिवाद से शुरू हो गया है। देवता कतरूसी नारायाण अपने जठानी स्थाई शिविर से रोपड़ी गांव पंहुचे। वहीं घाटी के लोगों ने देवता का स्वागत किया। इस उत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्वालु देवता के दर्शनों के लिए पंहुच कर आर्शिवाद लिया। देवता ने अपने शिविर से निकल कर देव कार्य को भी संपन किया।
उत्सव में देवता के गुर के माध्यम से भविष्यवाणी भी की गई। साथ ही पूरे साल में होनी वाली बड़ी घटनाओं के वारे में देवता के गुर के माध्यम से बताया गया। कारदार बलवीर नेगी ने जानकारी देते हुए कहा कि इस बर्ष बारिश और फसल अच्दी होगी और लोग अपने नीति नियम को न भूले। जो अपनी पुराने नीति नियम है उनके अनुसार चले। जो मानव के लिए आने वाले समय के लिए अच्छा होगा।
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उन्होंने कहा कि इस अवसर पर फागली उत्सव में लोगों ने अपने घरों में विभिन्न प्रकार के व्यंजन मेहमानों को परोसा जाता है। इस उत्सव में लोग अपने ज्येष्ठ पुत्र का मुंडन भी करते है और यह मेला तारापुर कोठी के आराध्य देवता कतरूसी नारायण के आर्शिवाद से विभिन्न गांव में मनाया जाता है। जिसमें रोपड़ी और कतरूसी नारायण के निवास स्थान भलियाणी में और जठानी में पहले फागली मनाई जाएगी और 5 मार्च को खोपरी में मनाई जाएगी।h
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