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कुल्लु , 21 जुलाई ! हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश का दौर जारी जारी है। जिला कुल्लू में अभी भी तबाही का दौर खत्म नहीं हो रहा है। बीती रात को कुल्लू जिला के विभिन्न इलाको मणिकर्ण, सैंज घाटी के रैला स्थित पाशी, और मनाली- कुल्लू वामतट मार्ग के करजां नाले में बाढ़ आने की सूचना है। मणिकर्ण में जहां के गुरुद्वारा के पीछे से अचानक भारी मलबा व पानी बाढ़ के रुप में नीचे की तरफ आया। जिस कारण मणिकर्ण में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा । स्थानीय दुकानदारों ने भाग कर जान बचाई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इस घटना में 10 दुकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। दुकानों में पानी व मलबा भर गया है। जबकि मणिकर्ण गुरुद्वारा व शिव मंदिर के गेट में भी मलबा व पानी भर आया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां न तो नाला है और ही कोई भूस्खलन क्षेत्र था। अचानक इतनी बारिश हुई कि पहाड़ी से भारी पानी व मलबा नीचे की ओर आया और पहाड़ी ने नाले का रूप धारण कर लिया है। तो वही सैंज घाटी के रैला स्थित पाशी में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। इस घटना से जहां स्कूल की बिल्डिंग ध्वस्त हो गई है लेकिन किसी तरह की जानी नुकसान की सूचना नहीं है। यह घटना रात्रि करीब 2:30 बजे घटी जब बादल फटने की सूचना से सैंज नदी में एक बार फिर उफान आ गया और सैंज बाजार में अफरा-तफरी मच गई। सैंज बाजार के लोग रात को घर छोड़कर सुरक्षित स्थान की ओर भाग गए। लेकिन बाद में स्थिति सामान्य हुई है। गौर रहे कि इससे पहले 10 जुलाई को सैंज में तबाही मच चुकी है और 40 मकान 30 दुकानों के बहने के अलावा कई दुकानों व घरों में मलवा भर आया है। इसके अलावा कई दुकानें व मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके इलावा मनाली- कुल्लू वामतट मार्ग के करजां नाले में भी बाढ़ आने की सूचना है। इस घटना से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है लेकिन लोगों के घरों व खेतों में पानी व मलबा घुस आया है और कुछ वाहन भी आए चपेट में आ गए हैं। वही डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि प्रशासन की टीम मौके की ओर रवाना हो गई है और नुकसान का जायजा लिया जा रहा है।
कुल्लु , 21 जुलाई ! हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश का दौर जारी जारी है। जिला कुल्लू में अभी भी तबाही का दौर खत्म नहीं हो रहा है। बीती रात को कुल्लू जिला के विभिन्न इलाको मणिकर्ण, सैंज घाटी के रैला स्थित पाशी, और मनाली- कुल्लू वामतट मार्ग के करजां नाले में बाढ़ आने की सूचना है।
मणिकर्ण में जहां के गुरुद्वारा के पीछे से अचानक भारी मलबा व पानी बाढ़ के रुप में नीचे की तरफ आया। जिस कारण मणिकर्ण में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा । स्थानीय दुकानदारों ने भाग कर जान बचाई।
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प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इस घटना में 10 दुकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। दुकानों में पानी व मलबा भर गया है। जबकि मणिकर्ण गुरुद्वारा व शिव मंदिर के गेट में भी मलबा व पानी भर आया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां न तो नाला है और ही कोई भूस्खलन क्षेत्र था।
अचानक इतनी बारिश हुई कि पहाड़ी से भारी पानी व मलबा नीचे की ओर आया और पहाड़ी ने नाले का रूप धारण कर लिया है। तो वही सैंज घाटी के रैला स्थित पाशी में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। इस घटना से जहां स्कूल की बिल्डिंग ध्वस्त हो गई है लेकिन किसी तरह की जानी नुकसान की सूचना नहीं है।
यह घटना रात्रि करीब 2:30 बजे घटी जब बादल फटने की सूचना से सैंज नदी में एक बार फिर उफान आ गया और सैंज बाजार में अफरा-तफरी मच गई। सैंज बाजार के लोग रात को घर छोड़कर सुरक्षित स्थान की ओर भाग गए। लेकिन बाद में स्थिति सामान्य हुई है।
गौर रहे कि इससे पहले 10 जुलाई को सैंज में तबाही मच चुकी है और 40 मकान 30 दुकानों के बहने के अलावा कई दुकानों व घरों में मलवा भर आया है। इसके अलावा कई दुकानें व मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके इलावा मनाली- कुल्लू वामतट मार्ग के करजां नाले में भी बाढ़ आने की सूचना है।
इस घटना से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है लेकिन लोगों के घरों व खेतों में पानी व मलबा घुस आया है और कुछ वाहन भी आए चपेट में आ गए हैं। वही डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि प्रशासन की टीम मौके की ओर रवाना हो गई है और नुकसान का जायजा लिया जा रहा है।
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