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कांगडा ! मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज जिला कांगड़ा के पौंग डैम में पक्षियों को निहारा और प्रसिद्ध पर्यटक स्थल बाथू की लड़ी में प्राचीन मंदिरों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और प्रदेश सरकार इस क्षेत्र में पर्यटन को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रही है।ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि साइबेरिया और मंगोलिया से प्रवासी पक्षी पौंग डैम में आते हैं यह देश भर से आए पर्यटकों का मुख्य आकर्षण होते हैं। उन्होंने वन विभाग को इन पक्षियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पर्यटकों की सुविधा के लिए दो नावें पहले ही तैनात की जा चुकी हैं और आगंतुकों के लिए दो अन्य स्पीड बोट की सुविधा शीघ्र ही उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अतिरिक्त क्षेत्र में पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की पहल से क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और पिछले वर्ष इस क्षेत्र में लगभग 25 से 30 हजार पर्यटकों ने भ्रमण किया था। क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पौंग डैम के निकट क्षेत्रीय जल केन्द्र में जल क्रीड़ा गतिविधियांे को शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के बासा में 3.20 करोड़ रुपये की लागत से वाइल्ड लाइफ इटरप्रिटेशन सेंटर स्थापित किया गया है ताकि पर्यटकों को बेहतरीन अनुभव प्राप्त हो और वन्य जीव से संबंधित शैक्षणिक संसाधन उपलब्ध करवाए जा सकें। उन्होंने कहा कि इस केंद्र का उद्देश्य वन्य जीवों के संरक्षण के महत्व और इन पक्षियों के प्रवास स्वरूप के बारे में जागरूकता लाना है। उन्होंने कहा कि केंद्र में ठहरने और डोरमेट्री की व्यवस्था भी की गई है, जहां कॉलेज और स्कूलों के छात्र पौंग की समृद्ध जैव विविधता के बारे में जानकारी हासिल कर सकेंगे। इसके माध्यम से युवाओं को प्रकृति से जुड़ने, पर्यावरण संरक्षण और पर्यावरण के गहन अध्ययन का अवसर उपलब्ध होगा। उन्होंने पक्षी प्रेमियों और विद्यार्थियों से पक्षियों की आकर्षक दुनिया का अनुभव प्राप्त करने के लिए पौंग क्षेत्र का दौरा करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष पौंग बांध पर आने वाले प्रवासी पक्षियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। क्षेत्र में दिसंबर, 2024 तक 92,885 प्रवासी पक्षियों की संख्या दर्ज की गई हैं तथा सीजन के अंत तक इनकी संख्या एक लाख होने की संभावना है। इसकी तुलना में पिछले वर्ष अक्तूबर से जनवरी तक पूरे सीजन के दौरान 85,000 पक्षी यहां आए थे। उन्होंने कहा कि औसतन प्रतिवर्ष 100 प्रजातियों के प्रवासी पक्षी पौंग बांध आते हैं, इस वर्ष इनकी 85 प्रजातियां देखी जा चुकी हैं। कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार, आयुष मंत्री यादविंद्र गोमा, उपायुक्त हेमराज बैरवा, पुलिस अधीक्षक, पुलिस जिला नूरपुर एवं देहरा अशोक रतन तथा अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
कांगडा ! मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज जिला कांगड़ा के पौंग डैम में पक्षियों को निहारा और प्रसिद्ध पर्यटक स्थल बाथू की लड़ी में प्राचीन मंदिरों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और प्रदेश सरकार इस क्षेत्र में पर्यटन को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रही है।ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि साइबेरिया और मंगोलिया से प्रवासी पक्षी पौंग डैम में आते हैं यह देश भर से आए पर्यटकों का मुख्य आकर्षण होते हैं। उन्होंने वन विभाग को इन पक्षियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पर्यटकों की सुविधा के लिए दो नावें पहले ही तैनात की जा चुकी हैं और आगंतुकों के लिए दो अन्य स्पीड बोट की सुविधा शीघ्र ही उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अतिरिक्त क्षेत्र में पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की पहल से क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और पिछले वर्ष इस क्षेत्र में लगभग 25 से 30 हजार पर्यटकों ने भ्रमण किया था। क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पौंग डैम के निकट क्षेत्रीय जल केन्द्र में जल क्रीड़ा गतिविधियांे को शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के बासा में 3.20 करोड़ रुपये की लागत से वाइल्ड लाइफ इटरप्रिटेशन सेंटर स्थापित किया गया है ताकि पर्यटकों को बेहतरीन अनुभव प्राप्त हो और वन्य जीव से संबंधित शैक्षणिक संसाधन उपलब्ध करवाए जा सकें। उन्होंने कहा कि इस केंद्र का उद्देश्य वन्य जीवों के संरक्षण के महत्व और इन पक्षियों के प्रवास स्वरूप के बारे में जागरूकता लाना है।
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उन्होंने कहा कि केंद्र में ठहरने और डोरमेट्री की व्यवस्था भी की गई है, जहां कॉलेज और स्कूलों के छात्र पौंग की समृद्ध जैव विविधता के बारे में जानकारी हासिल कर सकेंगे। इसके माध्यम से युवाओं को प्रकृति से जुड़ने, पर्यावरण संरक्षण और पर्यावरण के गहन अध्ययन का अवसर उपलब्ध होगा। उन्होंने पक्षी प्रेमियों और विद्यार्थियों से पक्षियों की आकर्षक दुनिया का अनुभव प्राप्त करने के लिए पौंग क्षेत्र का दौरा करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष पौंग बांध पर आने वाले प्रवासी पक्षियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। क्षेत्र में दिसंबर, 2024 तक 92,885 प्रवासी पक्षियों की संख्या दर्ज की गई हैं तथा सीजन के अंत तक इनकी संख्या एक लाख होने की संभावना है। इसकी तुलना में पिछले वर्ष अक्तूबर से जनवरी तक पूरे सीजन के दौरान 85,000 पक्षी यहां आए थे। उन्होंने कहा कि औसतन प्रतिवर्ष 100 प्रजातियों के प्रवासी पक्षी पौंग बांध आते हैं, इस वर्ष इनकी 85 प्रजातियां देखी जा चुकी हैं।
कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार, आयुष मंत्री यादविंद्र गोमा, उपायुक्त हेमराज बैरवा, पुलिस अधीक्षक, पुलिस जिला नूरपुर एवं देहरा अशोक रतन तथा अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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