!!"हिमाचल के विशेष उल्लेख के लिए जताया केंद्र सरकार का आभार "!!
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काँगड़ा , 23 जुलाई, [ ब्यूरो रिपोर्ट ] ! केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किया गया बजट सर्वस्पर्शी, सर्वसमावेशी, विकासोन्मुखी और 140 करोड़ देशवासियों की आशाओं और अमृतकाल के सभी संकल्पों को सिद्ध करने वाला बजट 2024-25 में पेश किया गया है। आम बजट 2024 विकास से प्रेरित बजट है और 2047 के आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को छूने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में उठाया दृढ़ कदम है। पूर्व उद्योग मंत्री व विधायक बिक्रम ठाकुर ने आम बजट 2024 में हिमाचल के विषय में अलग से बात रखने पर प्रधानमंत्री मोदी व वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सातवीं बार बजट पेश करके न्याय रिकॉर्ड कायम किया है। इस बजट में उनका फोकस शिक्षा, रोजगार, किसान, महिला और युवाओं पर रहा है जोकि विकास की धुरी है। पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पिछले वर्ष आई आपदा से प्रदेश को उभरने के लिए विशेष योजनाओं का उल्लेख जो बजट में हुआ है उससे हिमाचल जैसे कठिन परिस्थितियों वाले राज्य को संबल मिलेगा। हिमाचल प्रदेश के लोग जो आपदा से राहत का इंतजार कर रहे है उनके लिए यह वरदान से कम नहीं होगा। उन्होंने कहा कि रोजगार एवं कौशल प्रशिक्षण के क्षेत्र में केंद्र सरकार द्वारा विशेष प्रावधान किए हैं जो युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में उनका योगदान सुनिश्चित करेगा। प्रशिक्षण के लिए 2लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। 5 वर्ष में एक करोड़ युवाओं को देश की प्रतिष्ठित कम्पनियों में इंटर्नशिप के साथ प्रोत्साहन राशि के रूप में 5000-5000रुपए देने और केंद्र सरकार द्वारा एक बार 6000रूपए देगी। ठाकुर ने कहा कि बजट में चार मुख्य वर्गों गरीब, युवा, किसान और महिलाओं पर फोकस किया गया है।आम बजट 2024-25 'विकसित भारत-आत्मनिर्भर भारत' के निर्माण का आर्थिक दस्तावेज है। इसमें अंत्योदय की भावना, विकास की असीम संभावना है। इस आम बजट में अन्नदाता किसानों की समृद्धि के एक लाख 52 हजार करोड़ रुपये कृषि और सहायक उपकरण के लिए, महिला सशक्तिकरण के लिए तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक का प्रावधान किया गया है। देश के युवाओं को और अधिक साधन संसाधन मिले और अधिक स्वरोजगार बढ़े उसके लिए निवेश को बढ़ाया गया है, कृषि, पर्यटन और MSME पर विशेष ध्यान दिया गया है। ये ऐसे सेक्टर हैं जो देश की GDP में ग्रोथ करते हैं और रोजगार के अवसर देते हैं।
काँगड़ा , 23 जुलाई, [ ब्यूरो रिपोर्ट ] ! केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किया गया बजट सर्वस्पर्शी, सर्वसमावेशी, विकासोन्मुखी और 140 करोड़ देशवासियों की आशाओं और अमृतकाल के सभी संकल्पों को सिद्ध करने वाला बजट 2024-25 में पेश किया गया है। आम बजट 2024 विकास से प्रेरित बजट है और 2047 के आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को छूने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में उठाया दृढ़ कदम है।
पूर्व उद्योग मंत्री व विधायक बिक्रम ठाकुर ने आम बजट 2024 में हिमाचल के विषय में अलग से बात रखने पर प्रधानमंत्री मोदी व वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सातवीं बार बजट पेश करके न्याय रिकॉर्ड कायम किया है। इस बजट में उनका फोकस शिक्षा, रोजगार, किसान, महिला और युवाओं पर रहा है जोकि विकास की धुरी है।
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पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पिछले वर्ष आई आपदा से प्रदेश को उभरने के लिए विशेष योजनाओं का उल्लेख जो बजट में हुआ है उससे हिमाचल जैसे कठिन परिस्थितियों वाले राज्य को संबल मिलेगा। हिमाचल प्रदेश के लोग जो आपदा से राहत का इंतजार कर रहे है उनके लिए यह वरदान से कम नहीं होगा। उन्होंने कहा कि रोजगार एवं कौशल प्रशिक्षण के क्षेत्र में केंद्र सरकार द्वारा विशेष प्रावधान किए हैं जो युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में उनका योगदान सुनिश्चित करेगा।
प्रशिक्षण के लिए 2लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। 5 वर्ष में एक करोड़ युवाओं को देश की प्रतिष्ठित कम्पनियों में इंटर्नशिप के साथ प्रोत्साहन राशि के रूप में 5000-5000रुपए देने और केंद्र सरकार द्वारा एक बार 6000रूपए देगी।
ठाकुर ने कहा कि बजट में चार मुख्य वर्गों गरीब, युवा, किसान और महिलाओं पर फोकस किया गया है।आम बजट 2024-25 'विकसित भारत-आत्मनिर्भर भारत' के निर्माण का आर्थिक दस्तावेज है। इसमें अंत्योदय की भावना, विकास की असीम संभावना है। इस आम बजट में अन्नदाता किसानों की समृद्धि के एक लाख 52 हजार करोड़ रुपये कृषि और सहायक उपकरण के लिए, महिला सशक्तिकरण के लिए तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक का प्रावधान किया गया है।
देश के युवाओं को और अधिक साधन संसाधन मिले और अधिक स्वरोजगार बढ़े उसके लिए निवेश को बढ़ाया गया है, कृषि, पर्यटन और MSME पर विशेष ध्यान दिया गया है। ये ऐसे सेक्टर हैं जो देश की GDP में ग्रोथ करते हैं और रोजगार के अवसर देते हैं।
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