जिला स्तरीय महाशिवरात्रि महोत्सव का इस बार 25 से 27 तक होगा आयोजन
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धर्मशाला , 14 फरवरी ! आपने अधिकतर जगह भगवान शिव की पूर्ण प्रतिमा भी पूजा होते हुए देखी होगी, लेकिन देश में एक ऐसी जगह जहां दो भागों में बंटे शिवलिंग की पूजा होती है। यही नहीं दो भागों का आकार भी एक जैसा नहीं है। वैसे इसे अर्धनारीश्वर शिवलिंग भी कहा जाता है। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की विधानसभा इंदौरा में स्थित काठगढ़ महादेव का यह मंदिर विश्व का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां दो भागों में बंटा शिवलिंग हैं। प्राचीन शिव मंदिर सुधार सभा काठगढ़ के प्रेस सचिव सुरिंदर शर्मा ने बताया कि यह स्वयंभू प्रकट शिवलिंग है जो भागों में विभक्त है जिसके एक स्वरूप को शिव और दूसरे को मां पार्वती के रूप में माना जाता है। मां पार्वती और भगवान शिव के दोनों भागों के बीच का अंतर ग्रहों और नक्षत्रों के हिसाब से घटता बढ़ता रहता है। गर्मियों में इस प्रतिमा के बीच काफी अंतर आ जाता है , वहीं सर्दियों में यह अंतर कम हो जाता है और महाशिवरात्रि के दिन इनके ऊपर के सिरे आपस मे मिल जाते है।यह शिवलिंग अष्टकोणीय है और काले भूरे रंग का है। शिव रूप में पूजे जाने वाले शिवलिंग की ऊचांई 7-8 फीट और पार्वती के रूप में अराध्य का हिस्सा 5-6 फुट ऊंचा है। माना जाता है जब विश्व विजेता सिंकदर पंजाब पहुंचा तो वो ब्यास नदी को पार नहीं कर पाया। यह भी शिव का ही प्रताप था जहां उसे इस जगह से वापिस जाना पड़ा था।उससे पूर्व मीरथल नामक गांव में पांच हजार सैनिको को खुले मैदान में आराम करने के लिए कहा। उसी समय सिंकदर ने देखा कि एक फकीर शिवलिंग की पूजा करने में व्यस्त था। वहीं इसे लेकर मान्यता है कि जब ब्रह्मा और विष्णु में अपने अपने आपको श्रेष्ठ साबित करने की होड़ लगी तब महादेव ने एक लिंग के रुप मे दोनों के बीच प्रकट होकर उस युद्ध को खत्म किया था और यह शिवलिंग उसी का प्रारूप है।इस मन्दिर मे हर बर्ष की भांति इस साल भी जिला स्तरीय महाशिवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है । जंहा दूर दूर से बाहरी राज्यो से भी श्रद्धालु दर्शन करने आते है। इस बार भी महाशिवरात्रि महोत्सव के उपलक्ष्य पर तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जा रहा है जिसकी तैयारियों को लेकर मन्दिर कमेटी व प्रशासन जुट गया है। जिला स्तरीय महाशिवरात्रि महोत्सव का इस वार 25 से 27 तक होगा अयोजन एसडीएम इंदौरा सुरेन्द्र सिंह ने जानकारी देते हुए वताया की काठगढ़ मन्दिर मे चलने बाले जिला स्तरीय महाशिवरात्रि महोत्सव को लेकर प्रशासन तैयारियों मे जुट चुका है। इस बार भी काठगढ़ मे जिला स्तरीय महाशिवरात्रि महोत्सव के उपलक्ष्य पर आयोजन होने बाला कार्यक्रम तीन दिन तक चलेगा जिसमे अलग अलग कार्यक्रम होंगे जिनकी रुपरेखा बनाई जा रही है । जगहो को चिन्हित कर लिया गया है पार्किंग की विशेष व्यवस्था की गयी है । ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से बनी रहे इस के लिए प्लान तैयार किया गया। इस सुरक्षाके मध्यनजर से इस वार भारी पुलिस बल तैनात किया जा रहा है ।
धर्मशाला , 14 फरवरी ! आपने अधिकतर जगह भगवान शिव की पूर्ण प्रतिमा भी पूजा होते हुए देखी होगी, लेकिन देश में एक ऐसी जगह जहां दो भागों में बंटे शिवलिंग की पूजा होती है। यही नहीं दो भागों का आकार भी एक जैसा नहीं है। वैसे इसे अर्धनारीश्वर शिवलिंग भी कहा जाता है।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की विधानसभा इंदौरा में स्थित काठगढ़ महादेव का यह मंदिर विश्व का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां दो भागों में बंटा शिवलिंग हैं। प्राचीन शिव मंदिर सुधार सभा काठगढ़ के प्रेस सचिव सुरिंदर शर्मा ने बताया कि यह स्वयंभू प्रकट शिवलिंग है जो भागों में विभक्त है जिसके एक स्वरूप को शिव और दूसरे को मां पार्वती के रूप में माना जाता है। मां पार्वती और भगवान शिव के दोनों भागों के बीच का अंतर ग्रहों और नक्षत्रों के हिसाब से घटता बढ़ता रहता है।
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गर्मियों में इस प्रतिमा के बीच काफी अंतर आ जाता है , वहीं सर्दियों में यह अंतर कम हो जाता है और महाशिवरात्रि के दिन इनके ऊपर के सिरे आपस मे मिल जाते है।यह शिवलिंग अष्टकोणीय है और काले भूरे रंग का है। शिव रूप में पूजे जाने वाले शिवलिंग की ऊचांई 7-8 फीट और पार्वती के रूप में अराध्य का हिस्सा 5-6 फुट ऊंचा है। माना जाता है जब विश्व विजेता सिंकदर पंजाब पहुंचा तो वो ब्यास नदी को पार नहीं कर पाया।
यह भी शिव का ही प्रताप था जहां उसे इस जगह से वापिस जाना पड़ा था।उससे पूर्व मीरथल नामक गांव में पांच हजार सैनिको को खुले मैदान में आराम करने के लिए कहा। उसी समय सिंकदर ने देखा कि एक फकीर शिवलिंग की पूजा करने में व्यस्त था।
वहीं इसे लेकर मान्यता है कि जब ब्रह्मा और विष्णु में अपने अपने आपको श्रेष्ठ साबित करने की होड़ लगी तब महादेव ने एक लिंग के रुप मे दोनों के बीच प्रकट होकर उस युद्ध को खत्म किया था और यह शिवलिंग उसी का प्रारूप है।इस मन्दिर मे हर बर्ष की भांति इस साल भी जिला स्तरीय महाशिवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है ।
जंहा दूर दूर से बाहरी राज्यो से भी श्रद्धालु दर्शन करने आते है। इस बार भी महाशिवरात्रि महोत्सव के उपलक्ष्य पर तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जा रहा है जिसकी तैयारियों को लेकर मन्दिर कमेटी व प्रशासन जुट गया है।
जिला स्तरीय महाशिवरात्रि महोत्सव का इस वार 25 से 27 तक होगा अयोजन एसडीएम इंदौरा सुरेन्द्र सिंह ने जानकारी देते हुए वताया की काठगढ़ मन्दिर मे चलने बाले जिला स्तरीय महाशिवरात्रि महोत्सव को लेकर प्रशासन तैयारियों मे जुट चुका है। इस बार भी काठगढ़ मे जिला स्तरीय महाशिवरात्रि महोत्सव के उपलक्ष्य पर आयोजन होने बाला कार्यक्रम तीन दिन तक चलेगा जिसमे अलग अलग कार्यक्रम होंगे जिनकी रुपरेखा बनाई जा रही है । जगहो को चिन्हित कर लिया गया है पार्किंग की विशेष व्यवस्था की गयी है ।
ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से बनी रहे इस के लिए प्लान तैयार किया गया। इस सुरक्षाके मध्यनजर से इस वार भारी पुलिस बल तैनात किया जा रहा है ।
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