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शिमला, 5, फरवरी [ विशाल सूद ] ! भाजपा सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि कांग्रेस पार्टी केवल मात्र आलोचना कार्य केंद्र बन कर रह गई है। बार-बार कांग्रेस पार्टी इसी बात का रोना रोती है कि केंद्र से पैसा नहीं, मिलने पर कांग्रेस पार्टी की सरकार केंद्र सरकार धन्यवाद तक नहीं करती है, पर केवल मात्र आलोचना पर आलोचना करती है। कश्यप ने कहा कि अच्छा लगता अगर मुख्यमंत्री, उनके मंत्री और उनके मित्र केंद्र सरकार का धन्यवाद तो करते। कश्यप ने कहा कि रेल विस्तार एवं बजट की दृष्टि से हिमाचल प्रदेश में 2009-2014 में कोई ट्रैक या एक किलोमीटर तक नहीं जोड़ा गया, जबकि 2014 से मोदी सरकार के दौरान 16.5 किलोमीटर का निर्माण किया गया। हिमाचल 100 प्रतिशत विद्युतीकृत हो गया है। चालू परियोजनाएँ (नए ट्रैक) की संख्या 4 परियोजनाओं की 255 किलोमीटर है जिसको कुल लगत 13,168 करोड़ है। यह अगर मुमकिन हुआ है तो केवल मात्र केंद्र की मोदी सरकार के कारण हुआ है, क्योंकि कांग्रेस सरकार में कभी ऐसी इच्छा शक्ति थी नहीं की हिमाचल प्रदेश में रेल विस्तार हो। हिमाचल में कुल 4 अमृत स्टेशन 45.5 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन है, 2014 से अब तक 24 रेल फ्लाईओवर और अंडर-ब्रिज बनाए गए है, 2014 से अब तक यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाएं जैसे वाईफाई स्टेशनों की संख्या 24 हो चुकी है। साथ ही हिमाचल प्रदेश में 2 विशेष स्टॉपेज के साथ 1 जिले को कवर करते हुए 1 वंदे भारत चलाया जा रहा है। कश्यप ने कहा कि हिमाचल सरकार ने राज्य के आर्थिक संकट के कारण रेलवे परियोजनाओं में राज्य की हिस्सेदारी चुकाने में असमर्थता जाहिर की थी। यही नहीं हिमाचल सरकार ने कहा था कि भानुपल्ली-बिलासपुर-बेरी रेललाइन के सामरिक महत्व को देखते हुए इसका खर्च केंद्र सरकार पूरी तरह से वहन करे। केंद्र सरकार ने दोनों रेल परियोजनाओं को पूरा करने के लिए हिमाचल से उसकी हिस्सेदारी के 1626 करोड़ रुपये अदा करने को कहा है, जिससे समय पर इन परियोजनाओं को पूरा किया जा सके। जिस प्रकार की भाषा कांग्रेस सरकार की है उससे साफ प्रतीत होता है कि कांग्रेस पार्टी नहीं चाहती कि हिमाचल प्रदेश में रेल विस्तार हो। कांग्रेस पार्टी का हमेशा विकास की ओर एक नकारात्मक नजरिया ही रहा है जब भी हिमाचल में विकास की बात होती है तो सरकार की वाणी उसे विपरीत ही होती है।
शिमला, 5, फरवरी [ विशाल सूद ] ! भाजपा सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि कांग्रेस पार्टी केवल मात्र आलोचना कार्य केंद्र बन कर रह गई है। बार-बार कांग्रेस पार्टी इसी बात का रोना रोती है कि केंद्र से पैसा नहीं, मिलने पर कांग्रेस पार्टी की सरकार केंद्र सरकार धन्यवाद तक नहीं करती है, पर केवल मात्र आलोचना पर आलोचना करती है। कश्यप ने कहा कि अच्छा लगता अगर मुख्यमंत्री, उनके मंत्री और उनके मित्र केंद्र सरकार का धन्यवाद तो करते। कश्यप ने कहा कि रेल विस्तार एवं बजट की दृष्टि से हिमाचल प्रदेश में 2009-2014 में कोई ट्रैक या एक किलोमीटर तक नहीं जोड़ा गया, जबकि 2014 से मोदी सरकार के दौरान 16.5 किलोमीटर का निर्माण किया गया।
हिमाचल 100 प्रतिशत विद्युतीकृत हो गया है। चालू परियोजनाएँ (नए ट्रैक) की संख्या 4 परियोजनाओं की 255 किलोमीटर है जिसको कुल लगत 13,168 करोड़ है। यह अगर मुमकिन हुआ है तो केवल मात्र केंद्र की मोदी सरकार के कारण हुआ है, क्योंकि कांग्रेस सरकार में कभी ऐसी इच्छा शक्ति थी नहीं की हिमाचल प्रदेश में रेल विस्तार हो। हिमाचल में कुल 4 अमृत स्टेशन 45.5 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन है, 2014 से अब तक 24 रेल फ्लाईओवर और अंडर-ब्रिज बनाए गए है, 2014 से अब तक यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाएं जैसे वाईफाई स्टेशनों की संख्या 24 हो चुकी है। साथ ही हिमाचल प्रदेश में 2 विशेष स्टॉपेज के साथ 1 जिले को कवर करते हुए 1 वंदे भारत चलाया जा रहा है।
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कश्यप ने कहा कि हिमाचल सरकार ने राज्य के आर्थिक संकट के कारण रेलवे परियोजनाओं में राज्य की हिस्सेदारी चुकाने में असमर्थता जाहिर की थी। यही नहीं हिमाचल सरकार ने कहा था कि भानुपल्ली-बिलासपुर-बेरी रेललाइन के सामरिक महत्व को देखते हुए इसका खर्च केंद्र सरकार पूरी तरह से वहन करे। केंद्र सरकार ने दोनों रेल परियोजनाओं को पूरा करने के लिए हिमाचल से उसकी हिस्सेदारी के 1626 करोड़ रुपये अदा करने को कहा है, जिससे समय पर इन परियोजनाओं को पूरा किया जा सके। जिस प्रकार की भाषा कांग्रेस सरकार की है उससे साफ प्रतीत होता है कि कांग्रेस पार्टी नहीं चाहती कि हिमाचल प्रदेश में रेल विस्तार हो।
कांग्रेस पार्टी का हमेशा विकास की ओर एक नकारात्मक नजरिया ही रहा है जब भी हिमाचल में विकास की बात होती है तो सरकार की वाणी उसे विपरीत ही होती है।
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