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बिलासपुर, 07 सितम्बर, [ ब्यूरो रिपोर्ट ] ! बिलासपुर जिला के उपमंडल घुमारवीं में हर साल की भांति मनाया जाने वाला गणेश उत्सव मूर्ति की स्थापना के साथ शुरू हो गया है। इस गणेश उत्सव का शुभारंभ शिव धाम पनयाला के पुजारी बाबा धर्म सिंह के द्धारा किया गया। मंत्रोच्चारण व पूरे विधि-विधान के साथ मूर्ति की स्थापना की गई। इस बार यह उत्सव 16 वें साल में प्रवेश कर गया। यह उत्सव श्री सिद्धिविनायक सेवा समिति के द्वारा मनाया जाता है । इस बार उत्सव निजी होटल के प्रांगण में मनाया जा रहा है। उत्सव को लेकर इस बार भी भक्तों का खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। यह गणेश उत्सव सभी लोगों के सहयोग से मनाया जाता है। जानकारी देते हुए समिति के संस्थापक विशाल सोनी ने बताया कि गणेश उत्सव को लोगों की सहायता के साथ मनाया जाता है। हर कोई अपनी इच्छा अनुसार कोई टेंट का खर्चा दे रहा है, कोई भंडारे में सहयोग करेगा तो कोई बैंड बाजे का खर्चा दे रहा है। इस बार उत्सव की खास बात यह रहेगी कि हर शाम को भजन संध्या होगी जिसमें हर दिन शाम को अलग अलग सुप्रसिद्ध गायक शिरकत करेंगे । उत्सव में सुबह और शाम प्रतिदिन आरती व भजन-कीर्तन किए जाएंगे । 14 तारीख को विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा तथा मूर्ति विसर्जन 16 तारीख को किया जाएगा। मूर्ति विसर्जन के मौके पर 16 तारीख को शोभा यात्रा घुमारवीं से भगेड़, कंदरौर, चांदपुर से होते हुए लुहणू मैदान तक जाएगी और तत्पश्चात विसर्जन किया जाएगा।
बिलासपुर, 07 सितम्बर, [ ब्यूरो रिपोर्ट ] ! बिलासपुर जिला के उपमंडल घुमारवीं में हर साल की भांति मनाया जाने वाला गणेश उत्सव मूर्ति की स्थापना के साथ शुरू हो गया है। इस गणेश उत्सव का शुभारंभ शिव धाम पनयाला के पुजारी बाबा धर्म सिंह के द्धारा किया गया। मंत्रोच्चारण व पूरे विधि-विधान के साथ मूर्ति की स्थापना की गई।
इस बार यह उत्सव 16 वें साल में प्रवेश कर गया। यह उत्सव श्री सिद्धिविनायक सेवा समिति के द्वारा मनाया जाता है । इस बार उत्सव निजी होटल के प्रांगण में मनाया जा रहा है। उत्सव को लेकर इस बार भी भक्तों का खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। यह गणेश उत्सव सभी लोगों के सहयोग से मनाया जाता है।
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जानकारी देते हुए समिति के संस्थापक विशाल सोनी ने बताया कि गणेश उत्सव को लोगों की सहायता के साथ मनाया जाता है। हर कोई अपनी इच्छा अनुसार कोई टेंट का खर्चा दे रहा है, कोई भंडारे में सहयोग करेगा तो कोई बैंड बाजे का खर्चा दे रहा है। इस बार उत्सव की खास बात यह रहेगी कि हर शाम को भजन संध्या होगी जिसमें हर दिन शाम को अलग अलग सुप्रसिद्ध गायक शिरकत करेंगे ।
उत्सव में सुबह और शाम प्रतिदिन आरती व भजन-कीर्तन किए जाएंगे । 14 तारीख को विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा तथा मूर्ति विसर्जन 16 तारीख को किया जाएगा। मूर्ति विसर्जन के मौके पर 16 तारीख को शोभा यात्रा घुमारवीं से भगेड़, कंदरौर, चांदपुर से होते हुए लुहणू मैदान तक जाएगी और तत्पश्चात विसर्जन किया जाएगा।
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