
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला ! हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों के होनहार छात्रों के लिए कंबोडिया और सिंगापुर का शैक्षणिक भ्रमण अपने आप में ऐतिहासिक है इससे उन बच्चों की प्रतिभा और व्यक्तित्व में निखार आएगा । साथ ही ये बच्चे भविष्य में बड़ी से बड़ी चुनौतियों को पार करने में सक्षम हो जाएंगे । य़ह बात शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज शिमला में पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने बताया कि विदेश में इस शैक्षणिक भ्रमण के दौरान वहां के शिक्षा की कई बेहतर प्रणालियों की जानकारियां प्राप्त हुई है जिसे अब हिमाचल में भी आने वाले समय में अपनाने की कोशिश की जाएगी ताकि सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को बेहतरीन बनाने में सफलता प्राप्त हो। विओ- कंबोडिया और सिंगापुर के शैक्षणिक भ्रमण के बारे में बातचीत करते हुए शिक्षा मंत्री ने बताया कि वहां सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र को सर्वाधिक प्राथमिकता दी जाती है वहां के शिक्षा प्रणाली और अन्य ऐतिहासिक पहलुओं से हिमाचल के इन मेधावी बच्चों का दल रूबरू हुआ । उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों के लिए इस तरह के शैक्षणिक भ्रमण जिसमें छात्रों को विदेश भेज कर वहां की शिक्षा प्रणाली को समझने का मौका मिल रहा है यह एतिहासिक है । इससे पहले यह कभी नहीं हुआ है । उन्होंने बताया कि प्रदेश के शिक्षकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षित करने की दिशा में भी ऐतिहासिक पहल की जा रही है . आईआईएम से ट्रेनिंग देने के बाद अब प्रदेश सरकार ने सिंगापुर की प्रतिष्ठित प्रिंसिपल्स एकेडमी के साथ एक महत्वपूर्ण करार (MoU) किया है. इस समझौते के अंतर्गत हिमाचल के शिक्षकों को सिंगापुर में आधुनिक शिक्षण विधियों, नेतृत्व कौशल और नवाचार आधारित शिक्षण प्रक्रियाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा. शिक्षा मंत्री ने बताया कि सरकारी स्कूलों के मेधावी छात्रों के लिए यह अनुभव उनके भविष्य की सोच को सुदृढ़ करेगा वही प्रदेश के बाकी बच्चों के लिए भी प्रेरणा बनेगी कि यदि वह बेहतर प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें भी ऐसा मौका मिलेगा ।
शिमला ! हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों के होनहार छात्रों के लिए कंबोडिया और सिंगापुर का शैक्षणिक भ्रमण अपने आप में ऐतिहासिक है इससे उन बच्चों की प्रतिभा और व्यक्तित्व में निखार आएगा । साथ ही ये बच्चे भविष्य में बड़ी से बड़ी चुनौतियों को पार करने में सक्षम हो जाएंगे । य़ह बात शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज शिमला में पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने बताया कि विदेश में इस शैक्षणिक भ्रमण के दौरान वहां के शिक्षा की कई बेहतर प्रणालियों की जानकारियां प्राप्त हुई है जिसे अब हिमाचल में भी आने वाले समय में अपनाने की कोशिश की जाएगी ताकि सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को बेहतरीन बनाने में सफलता प्राप्त हो।
विओ- कंबोडिया और सिंगापुर के शैक्षणिक भ्रमण के बारे में बातचीत करते हुए शिक्षा मंत्री ने बताया कि वहां सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र को सर्वाधिक प्राथमिकता दी जाती है वहां के शिक्षा प्रणाली और अन्य ऐतिहासिक पहलुओं से हिमाचल के इन मेधावी बच्चों का दल रूबरू हुआ । उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों के लिए इस तरह के शैक्षणिक भ्रमण जिसमें छात्रों को विदेश भेज कर वहां की शिक्षा प्रणाली को समझने का मौका मिल रहा है यह एतिहासिक है । इससे पहले यह कभी नहीं हुआ है । उन्होंने बताया कि प्रदेश के शिक्षकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षित करने की दिशा में भी ऐतिहासिक पहल की जा रही है . आईआईएम से ट्रेनिंग देने के बाद अब प्रदेश सरकार ने सिंगापुर की प्रतिष्ठित प्रिंसिपल्स एकेडमी के साथ एक महत्वपूर्ण करार (MoU) किया है. इस समझौते के अंतर्गत हिमाचल के शिक्षकों को सिंगापुर में आधुनिक शिक्षण विधियों, नेतृत्व कौशल और नवाचार आधारित शिक्षण प्रक्रियाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा. शिक्षा मंत्री ने बताया कि सरकारी स्कूलों के मेधावी छात्रों के लिए यह अनुभव उनके भविष्य की सोच को सुदृढ़ करेगा वही प्रदेश के बाकी बच्चों के लिए भी प्रेरणा बनेगी कि यदि वह बेहतर प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें भी ऐसा मौका मिलेगा ।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -