प्रख्यात शिक्षाविद स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के जन्मदिन पर मशहूर सूफी गायक लखविंदर वडाली ने हरोली में सजाई सुरों की महफिल
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ऊना , 29 सितंबर ! प्रख्यात शिक्षाविद स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के 56वें जन्मदिन पर रविवार को हरोली के कॉलेज परिसर में आयोजित ‘एहसास’ कार्यक्रम में उनकी पुण्य स्मृतियों को नमन किया गया। प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सूफी गायक लखविंदर वडाली ने अपनी रूहानी गायकी से स्मृतियों के ‘एहसास’ को सुरों से महकाया और इस अवसर को हर श्रोता के लिए एक बेजोड़ आत्मिक अनुभव में बदल दिया। कार्यक्रम में प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के पति उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, उनकी बेटी डॉ. आस्था अग्निहोत्री, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने प्रो. सिम्मी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर भावनाओं और संवेदनाओं से भरे जनसमूह ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान उपमुख्यमंत्री के भाई डॉ. राकेश अग्निहोत्री समेत सभी परिजन, पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री रैंक) आर.एस.बाली, विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार, सीपीएस आशीष बुटेल, विधायक विवेक शर्मा, हरदीप बावा तथा नीरज नैयर, पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार, पूर्व सीपीएस नीरज, पूर्व विधायक अजय महाजन, हमीरपुर से विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे डॉ पुष्पेंद्र वर्मा, सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारी उपायुक्त जतिन लाल, पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह समेत अन्य अधिकारियों तथा गणमान्यों व बड़ी संख्या में स्थानीय जनता समेत प्रदेश भर से आए लोगों ने प्रो. सिम्मी को श्रद्धांजलि अर्पित की। हजारों विद्यार्थियों के जीवन को ज्ञान की लौ से किया आलोकित कार्यक्रम में अपनी आदरांजलि व्यक्त करते हुए डॉ. आस्था अग्निहोत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में प्रो. सिम्मी की उपलब्धियां हर बच्ची को प्रेरणा देने वाली हैं। उनके जीवन से यह सीख मिलती है कि कोई व्यक्ति जीवन में कहां पहुंचेगा, क्या मुकाम हासिल करेगा, ये जीवन की बाधाओं में आगे बढ़ते जाने का जज्बा और आपके कर्म, संघर्ष और मेहनत तय करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री का जीवन एक दीपक की तरह था, जिन्होंने अनगिनत जीवनों को रोशन किया। वे एक साधारण परिवार में जन्मीं, लेकिन अपनी मेहनत, संघर्ष और आगे बढ़ने के जुनून से उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में बड़ी से बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के निधन के बाद दुख की घडि़यों में मजबूत साथ के लिए हरोली समेत सभी हिमाचल वासियों का आभार जताया।
ऊना , 29 सितंबर ! प्रख्यात शिक्षाविद स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के 56वें जन्मदिन पर रविवार को हरोली के कॉलेज परिसर में आयोजित ‘एहसास’ कार्यक्रम में उनकी पुण्य स्मृतियों को नमन किया गया। प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सूफी गायक लखविंदर वडाली ने अपनी रूहानी गायकी से स्मृतियों के ‘एहसास’ को सुरों से महकाया और इस अवसर को हर श्रोता के लिए एक बेजोड़ आत्मिक अनुभव में बदल दिया।
कार्यक्रम में प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के पति उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, उनकी बेटी डॉ. आस्था अग्निहोत्री, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने प्रो. सिम्मी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर भावनाओं और संवेदनाओं से भरे जनसमूह ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
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इस दौरान उपमुख्यमंत्री के भाई डॉ. राकेश अग्निहोत्री समेत सभी परिजन, पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री रैंक) आर.एस.बाली, विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार, सीपीएस आशीष बुटेल, विधायक विवेक शर्मा, हरदीप बावा तथा नीरज नैयर, पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार, पूर्व सीपीएस नीरज, पूर्व विधायक अजय महाजन, हमीरपुर से विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे डॉ पुष्पेंद्र वर्मा, सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारी उपायुक्त जतिन लाल, पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह समेत अन्य अधिकारियों तथा गणमान्यों व बड़ी संख्या में स्थानीय जनता समेत प्रदेश भर से आए लोगों ने प्रो. सिम्मी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
हजारों विद्यार्थियों के जीवन को ज्ञान की लौ से किया आलोकित कार्यक्रम में अपनी आदरांजलि व्यक्त करते हुए डॉ. आस्था अग्निहोत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में प्रो. सिम्मी की उपलब्धियां हर बच्ची को प्रेरणा देने वाली हैं। उनके जीवन से यह सीख मिलती है कि कोई व्यक्ति जीवन में कहां पहुंचेगा, क्या मुकाम हासिल करेगा, ये जीवन की बाधाओं में आगे बढ़ते जाने का जज्बा और आपके कर्म, संघर्ष और मेहनत तय करते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री का जीवन एक दीपक की तरह था, जिन्होंने अनगिनत जीवनों को रोशन किया। वे एक साधारण परिवार में जन्मीं, लेकिन अपनी मेहनत, संघर्ष और आगे बढ़ने के जुनून से उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में बड़ी से बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के निधन के बाद दुख की घडि़यों में मजबूत साथ के लिए हरोली समेत सभी हिमाचल वासियों का आभार जताया।
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