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शिमला , 09 अप्रैल [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड ने प्रिंट और इलैक्ट्रानिक मिडिया में आ रहे मंडी की सांसद कंगना रनौत के मनाली स्थित आवास के बिजली बिल से सम्बन्धित समाचारों के बारे में स्पष्ट किया है कि मनाली विद्युत उप-मंडल के अंतर्गत कंगना रनौत के नाम पर उनके आवास सिमसा गांव में घरेलू उपभोक्ता संख्या 100000838073 का बिजली कनेक्शन रजिस्टर्ड है। वर्तमान में उनके इस सिमसा स्थित आवास का उनके द्वारा दो महीने की बकाया विद्युत खपत का बिजली बिल कुल 90 हजार 384 रूपए पूरी तरह उनके द्वारा दो महिनों के दौरान विद्युत खपत का है। यह कहना पूरी तरह गलत और भ्रामक है कि यह बिल एक माह का है। कंगना रनौत द्वारा 22 मार्च को जारी किए गए बिजली बिल में उनका पिछले बिलों का भुगतान जोकि 32 हजार 287 रूपए भी शामिल है। इस तरह से उनका मार्च में जारी किया गया बिल पिछले बकाया सहित कुल 90 हजार 384 रूपए का बनता है। एमडी बिजली बोर्ड संदीप कुमार ने बताया कि उनके आवास का कनेक्टिड लोड 94.82 किलोवाट है जोकि एक सामान्य आवास के विद्युत लोड से 1500 प्रतिशत अधिक है। उनके द्वारा प्रथम चरण में अक्तूबर से दिसम्बर तक के बिजली बिलों का भुगतान समय पर नहीं किया गया और इसी तरह जनवरी तथा फरवरी महीने के बिजली बिल भी समय पर नहीं दिए गए, जो कि क्रमशः दिसम्बर की बिजली खपत 6,000 युनिट में बकाया लगभग 31,367 रूपए था और फरवरी की बिजली खपत 9,000 युनिट का 58,096 रूपए बिजली बिलों को समय पर न देने के कारण देरी सर्चाज सहित था। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत के आवास का अक्तूबर, नवम्बर तथा दिसम्बर 2024 महीने का बिजली बिल 82,061 रूपए था जिसका भुगतान भी कंगना रनौत द्वारा 16 जनवरी 2025 को किया किया गया। संदीप कुमार ने कहा कि कंगना रनौत द्वारा मासिक बिलों का भुगतान हर बार असमय किया जा रहा है। जनवरी तथा फरवरी के बिजली बिलों का भुगतान 28 मार्च 2025 को किया गया है जिसकी कुल खपत 14,000 युनिट थी। इस तरह यह स्पष्ट हो जाता है कि कंगना रनौत की मासिक खपत औसत रूप से 5,000 युनिट से लेकर 9,000 युनिट तक बहुत अधिक है। यहां यह भी स्पष्ट किया जाता है कि कंगना रनौत के द्वारा हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा बिजली बिलों पर दी जाने वाली सब्सिडी भी लगातार ली जा रही है। इस तरह फरवरी महीने के बिल में कंगना रनौत ने 700 रूपए मासिक बिजली बिल पर सब्सिडी के तौर पर प्राप्त भी किए हैं।बोर्ड ने प्रदेश के सभी विद्युत उपभोक्ताओं से आग्रह किया है कि सभी विद्युत उपभोक्ता समय पर अपने बिजली बिलों का भुगतान करें जिससे विद्युत उपभोक्ता को इस कारण आने वाले बिजली बिलों को लेकर किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। समय पर बिजली बिलों के भुगतान से विद्युत उपभोक्ता और बिजली बोर्ड के कर्मचारियों दोनों के समय में बचत होती है।
शिमला , 09 अप्रैल [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड ने प्रिंट और इलैक्ट्रानिक मिडिया में आ रहे मंडी की सांसद कंगना रनौत के मनाली स्थित आवास के बिजली बिल से सम्बन्धित समाचारों के बारे में स्पष्ट किया है कि मनाली विद्युत उप-मंडल के अंतर्गत कंगना रनौत के नाम पर उनके आवास सिमसा गांव में घरेलू उपभोक्ता संख्या 100000838073 का बिजली कनेक्शन रजिस्टर्ड है।
वर्तमान में उनके इस सिमसा स्थित आवास का उनके द्वारा दो महीने की बकाया विद्युत खपत का बिजली बिल कुल 90 हजार 384 रूपए पूरी तरह उनके द्वारा दो महिनों के दौरान विद्युत खपत का है। यह कहना पूरी तरह गलत और भ्रामक है कि यह बिल एक माह का है।
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कंगना रनौत द्वारा 22 मार्च को जारी किए गए बिजली बिल में उनका पिछले बिलों का भुगतान जोकि 32 हजार 287 रूपए भी शामिल है। इस तरह से उनका मार्च में जारी किया गया बिल पिछले बकाया सहित कुल 90 हजार 384 रूपए का बनता है।
एमडी बिजली बोर्ड संदीप कुमार ने बताया कि उनके आवास का कनेक्टिड लोड 94.82 किलोवाट है जोकि एक सामान्य आवास के विद्युत लोड से 1500 प्रतिशत अधिक है।
उनके द्वारा प्रथम चरण में अक्तूबर से दिसम्बर तक के बिजली बिलों का भुगतान समय पर नहीं किया गया और इसी तरह जनवरी तथा फरवरी महीने के बिजली बिल भी समय पर नहीं दिए गए, जो कि क्रमशः दिसम्बर की बिजली खपत 6,000 युनिट में बकाया लगभग 31,367 रूपए था और फरवरी की बिजली खपत 9,000 युनिट का 58,096 रूपए बिजली बिलों को समय पर न देने के कारण देरी सर्चाज सहित था।
उन्होंने कहा कि कंगना रनौत के आवास का अक्तूबर, नवम्बर तथा दिसम्बर 2024 महीने का बिजली बिल 82,061 रूपए था जिसका भुगतान भी कंगना रनौत द्वारा 16 जनवरी 2025 को किया किया गया।
संदीप कुमार ने कहा कि कंगना रनौत द्वारा मासिक बिलों का भुगतान हर बार असमय किया जा रहा है। जनवरी तथा फरवरी के बिजली बिलों का भुगतान 28 मार्च 2025 को किया गया है जिसकी कुल खपत 14,000 युनिट थी।
इस तरह यह स्पष्ट हो जाता है कि कंगना रनौत की मासिक खपत औसत रूप से 5,000 युनिट से लेकर 9,000 युनिट तक बहुत अधिक है। यहां यह भी स्पष्ट किया जाता है कि कंगना रनौत के द्वारा हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा बिजली बिलों पर दी जाने वाली सब्सिडी भी लगातार ली जा रही है।
इस तरह फरवरी महीने के बिल में कंगना रनौत ने 700 रूपए मासिक बिजली बिल पर सब्सिडी के तौर पर प्राप्त भी किए हैं।बोर्ड ने प्रदेश के सभी विद्युत उपभोक्ताओं से आग्रह किया है कि सभी विद्युत उपभोक्ता समय पर अपने बिजली बिलों का भुगतान करें जिससे विद्युत उपभोक्ता को इस कारण आने वाले बिजली बिलों को लेकर किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
समय पर बिजली बिलों के भुगतान से विद्युत उपभोक्ता और बिजली बोर्ड के कर्मचारियों दोनों के समय में बचत होती है।
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