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चम्बा , 24 मई [ शिवानी ] ! चम्बा जिला का पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज बनने से पहले से लेकर बनने के बाद तक विवादों में अपनी भूमिका को निभाता आ रहा है। आपको बता दे कि बड़ी जद्दोजहद के बाद इस मैडिकल कॉलेज में मरीजों की सुविधा के लिए डायलिसिस की सेवा को शुरू किया गया था पर कुछ समय से चम्बा में डायलिसिस की सेवा बंद होने से लोगों को अब भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अब जिले के दूरदराज ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को दूसरे जिले कांगड़ा में जाकर अपने मरीजों का डायलिसिस करवाना पड़ रहा है। जिस कारण मरीजों के साथ उनके तीमारदारों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उधर पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चम्बा के अधिकारियों ने इस समस्या बारे बताया कि डायलिसिस सेवा प्रदान करने वाली कंपनी में बदलाव होने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने लोगों की दिक्कतों को देखते हुए सिविल अस्पताल नूरपुर में डायलिसिस की वैकल्पिक व्यवस्था कर दी है। साथ ही मरीजों के आने-जाने के लिए एंबुलेंस सेवा उपलब्ध करवाने की बात भी कही है। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का दावा है कि एक सप्ताह के भीतर औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद डायलिसिस सेवा को पुन: बहाल कर दिया जाएगा।
चम्बा , 24 मई [ शिवानी ] ! चम्बा जिला का पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज बनने से पहले से लेकर बनने के बाद तक विवादों में अपनी भूमिका को निभाता आ रहा है। आपको बता दे कि बड़ी जद्दोजहद के बाद इस मैडिकल कॉलेज में मरीजों की सुविधा के लिए डायलिसिस की सेवा को शुरू किया गया था पर कुछ समय से चम्बा में डायलिसिस की सेवा बंद होने से लोगों को अब भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
अब जिले के दूरदराज ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को दूसरे जिले कांगड़ा में जाकर अपने मरीजों का डायलिसिस करवाना पड़ रहा है। जिस कारण मरीजों के साथ उनके तीमारदारों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
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उधर पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चम्बा के अधिकारियों ने इस समस्या बारे बताया कि डायलिसिस सेवा प्रदान करने वाली कंपनी में बदलाव होने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने लोगों की दिक्कतों को देखते हुए सिविल अस्पताल नूरपुर में डायलिसिस की वैकल्पिक व्यवस्था कर दी है।
साथ ही मरीजों के आने-जाने के लिए एंबुलेंस सेवा उपलब्ध करवाने की बात भी कही है। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का दावा है कि एक सप्ताह के भीतर औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद डायलिसिस सेवा को पुन: बहाल कर दिया जाएगा।
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