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धर्मशाला , 28 मई ! हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हमने ओपीएस राजनीतिक लाभ के लिए लागू नही किया। यह आपका हक था जो आपको मिलना था। उन्होंने कहा पैंशन कर्मचारियों का मान-सम्मान है हमने यह अनुभव किया तथा पहली मंत्रीमंडल की बैठक में पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया। मुख्यमंत्री सुखविंदर रविवार को धर्मशाला में कर्मचारियों द्वारा ओपीएस बहाल करने को लेकर रखी गई आभार रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा हमने ठाना है आने वाले चार सालों में प्रदेश की अर्थ व्यवस्था को मजबूत करेंगे ताकि आने वाली पीढ़ी को कर्ज से मुक्त रख सकें। उन्होंने कहा हमने मंत्री मंडल में यह निर्णय लिया कि विधायक निधि को बंद किया जाएगा। इसका मतलब किसी को तकलीफ देना नही था, बल्कि प्रदेश को चलाना है। उन्होंने कहा केंद्र सरकार से हमें अंशदान के रुप में 1790 करोड़ मिलने चाहिए थे परंतु वे मुकर गए। हम चुनौनियों का सामना करते रहेंगे। नीति 9242 करोड़ रुपये अंशदान का मुददा मैने दिल्ली में हुई बैठक में उठाया। हमारे सीने में दर्द है हम मुददों के लिए लड़ते रहेंगे। हमे अपने हकों के लिए एकजुट होना होगा। कर्जें के सहारे प्रदेश नही चल सकता। जनता पर 75 हजार करोड़ का कर्जा है। हमारा बजट इस दिशा की और बढ़ रहा है। 10 सालों में हिमाचल देश का सबसे अमीर राज्य होगा। हिमाचल के पास आखिर है क्या। सोच विचार किया तो पाया हमारे पास प्राकृतिक सौंदर्य है, पानी है। हमारे प्रौजेक्ट जो है हम उसे जल्द पूरा करेंगे। सर्दी में हम जो बिजली खरीदते हैं वे नही खरीदेंगे। एक साल में जो प्रौजेक्ट पूरा हो जाता है उससे हमें 1500 करोड़ का नुकसान होता है, हमे इस नुकसान से बचना है। हम 20 सालों में परिवहन निगम को इलेक्ट्रिकल करेंगे। आनाथ अच्चों का खर्चा भी सरकार ने उठाने का निर्णय लिया 4 हजार रुपये उन्हे सालाना जेब खर्चा देना तय किया। हम सत्ता में व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं। उन्होंने कहा हम कर्जें के बौझ तले दबे हैं हम सबको मिलकर अपने हकों की लड़ाई लड़नी है, हरुरत पड़ी तो हम सभी दिल्ली को भी कूच करने से पीछे नही हटेंगे। इससे पूर्व उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के इन शब्दों पर की, मेरा दौर फिर आएगा पर चुटकी लेते हुए कहा कि अब आता नही तुम्हारा गुजरा जमाना। हमने पहले भी कहा था कि आप कर्मचारियों के साथ पंगेबाजी मत करो। वही हो रहा है जो मंजूरे खुदा होता है। जनता लोकसभा में चार सीटें ओर देंगी। प्रदेश का कर्मचारियों का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा हम कर्मचारियों से पंगा नही लेंगे, हमारे पर मेहरवानी रखना। कर्जे के बाबजूद सुक्खू की सरकार ने आपकी पैंशन बाहल की। भाजपा के लोग दिन में सपने देख रहे हैं। उन्हे लिख हुआ थैंक्स फार ओपीएस नजर नही आ रहा। कर्मचारियों ने अपनी लड़ाई जीती और कांग्रेस ने आपका पूरा साथ दिया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भी देश के लोगों ने भाजपा का नाटक देख लिया। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
धर्मशाला , 28 मई ! हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हमने ओपीएस राजनीतिक लाभ के लिए लागू नही किया। यह आपका हक था जो आपको मिलना था। उन्होंने कहा पैंशन कर्मचारियों का मान-सम्मान है हमने यह अनुभव किया तथा पहली मंत्रीमंडल की बैठक में पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया।
मुख्यमंत्री सुखविंदर रविवार को धर्मशाला में कर्मचारियों द्वारा ओपीएस बहाल करने को लेकर रखी गई आभार रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा हमने ठाना है आने वाले चार सालों में प्रदेश की अर्थ व्यवस्था को मजबूत करेंगे ताकि आने वाली पीढ़ी को कर्ज से मुक्त रख सकें। उन्होंने कहा हमने मंत्री मंडल में यह निर्णय लिया कि विधायक निधि को बंद किया जाएगा।
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इसका मतलब किसी को तकलीफ देना नही था, बल्कि प्रदेश को चलाना है। उन्होंने कहा केंद्र सरकार से हमें अंशदान के रुप में 1790 करोड़ मिलने चाहिए थे परंतु वे मुकर गए। हम चुनौनियों का सामना करते रहेंगे। नीति 9242 करोड़ रुपये अंशदान का मुददा मैने दिल्ली में हुई बैठक में उठाया।
हमारे सीने में दर्द है हम मुददों के लिए लड़ते रहेंगे। हमे अपने हकों के लिए एकजुट होना होगा। कर्जें के सहारे प्रदेश नही चल सकता। जनता पर 75 हजार करोड़ का कर्जा है। हमारा बजट इस दिशा की और बढ़ रहा है। 10 सालों में हिमाचल देश का सबसे अमीर राज्य होगा। हिमाचल के पास आखिर है क्या।
सोच विचार किया तो पाया हमारे पास प्राकृतिक सौंदर्य है, पानी है। हमारे प्रौजेक्ट जो है हम उसे जल्द पूरा करेंगे। सर्दी में हम जो बिजली खरीदते हैं वे नही खरीदेंगे। एक साल में जो प्रौजेक्ट पूरा हो जाता है उससे हमें 1500 करोड़ का नुकसान होता है, हमे इस नुकसान से बचना है। हम 20 सालों में परिवहन निगम को इलेक्ट्रिकल करेंगे।
आनाथ अच्चों का खर्चा भी सरकार ने उठाने का निर्णय लिया 4 हजार रुपये उन्हे सालाना जेब खर्चा देना तय किया। हम सत्ता में व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं। उन्होंने कहा हम कर्जें के बौझ तले दबे हैं हम सबको मिलकर अपने हकों की लड़ाई लड़नी है, हरुरत पड़ी तो हम सभी दिल्ली को भी कूच करने से पीछे नही हटेंगे।
इससे पूर्व उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के इन शब्दों पर की, मेरा दौर फिर आएगा पर चुटकी लेते हुए कहा कि अब आता नही तुम्हारा गुजरा जमाना।
हमने पहले भी कहा था कि आप कर्मचारियों के साथ पंगेबाजी मत करो। वही हो रहा है जो मंजूरे खुदा होता है। जनता लोकसभा में चार सीटें ओर देंगी। प्रदेश का कर्मचारियों का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा हम कर्मचारियों से पंगा नही लेंगे, हमारे पर मेहरवानी रखना। कर्जे के बाबजूद सुक्खू की सरकार ने आपकी पैंशन बाहल की। भाजपा के लोग दिन में सपने देख रहे हैं। उन्हे लिख हुआ थैंक्स फार ओपीएस नजर नही आ रहा।
कर्मचारियों ने अपनी लड़ाई जीती और कांग्रेस ने आपका पूरा साथ दिया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भी देश के लोगों ने भाजपा का नाटक देख लिया।- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
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