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धर्मशाला , 16 जून ! विश्व वैट लैड पौग झील की सुंदरता आए हुए मेहमानों ने खूब निहारा रेड हाउस दिल्ली से आए सैलानियों द्वारा पौंगझील रामसर वैटलैंड साईट की खूबसूरती को निहारा झील में नौका विहार का उठाया आनंद और कहा कि पर्यटन की दृष्टि से इसे विकसित किया जाए तो विश्व की सबसे बड़ी सुंदर झील और पर्यटन स्थल यह होगा जहां एक और प्रदेश सरकार लगातार जिला कांगड़ा को पर्यटन की राजधानी के तौर पर विकसित करने में प्रयासरत है। वही पौंग की खूबसूरती पर्यटकों को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। हाल ही में कांगडा लघु चित्रकला,कांगडा कलम के अध्ययन के लिए चित्रकला की जननी गुलेर की पावन धरती पर रेड हाउस दिल्ली से आए एक समूह ने हरिपुर गुलेर क्षेत्र का दौरा किया। दिल्ली से आए इन लोगों का मुख्य उद्देश्य कांगडा लघु चित्रकला को बारिकी से समझना था। राजमहल नंदपुर में ठहरे इन लोगों ने शाम के समय सैकड़ों बर्ष प्राचीन लखीण पत्थर नाम से मशहूर स्थान पर जाकर पौंग की खूबसूरती को बड़े ही करीब से निहारा। आए हुए मेहमानों ने झील में नौका विहार का भी भरपूर आनंद उठाया और सेल्फिया भी ली। शाम के समय सूर्यास्त के दृश्य ने सभी लोगों कायल कर दिया। वहीं इन लोगों द्वारा पौंग झील और इसकी सुन्दरता की भूरी भूरी प्रसंशा भी की गई। कांगड़ा चित्रकला के नामी व मशहूर चित्रकार धनीराम के द्वारा आए हुए मेहमानों को कांगड़ा लघु चित्रकला की बारीकियों से विस्तृत जानकारी दी । अंत में कांगड़ा के मशहूर चित्रकार के जीवन पर बनी विनिंग डॉक्यूमेंट्री नयन सुख ऑफ गुलेर को भी देखा। जिसे देखकर आए हुए मेहमान बहुत ही प्रसन्न हुए गौरतलब है कि सरकार द्वारा पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए पौंग झील को और सुंदर बनाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं अब देखना यह है कि कब इस पर अमलीजामा पहनाया जाता है पौग झील के साथ ऐतिहासिक मसरूर मंदिर भी है और अब सरकार द्वारा एक सुंदर बगलामुखी मंदिर के पास चिड़ियाघर बनाने की घोषणा की है। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
धर्मशाला , 16 जून ! विश्व वैट लैड पौग झील की सुंदरता आए हुए मेहमानों ने खूब निहारा रेड हाउस दिल्ली से आए सैलानियों द्वारा पौंगझील रामसर वैटलैंड साईट की खूबसूरती को निहारा झील में नौका विहार का उठाया आनंद और कहा कि पर्यटन की दृष्टि से इसे विकसित किया जाए तो विश्व की सबसे बड़ी सुंदर झील और पर्यटन स्थल यह होगा जहां एक और प्रदेश सरकार लगातार जिला कांगड़ा को पर्यटन की राजधानी के तौर पर विकसित करने में प्रयासरत है।
वही पौंग की खूबसूरती पर्यटकों को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। हाल ही में कांगडा लघु चित्रकला,कांगडा कलम के अध्ययन के लिए चित्रकला की जननी गुलेर की पावन धरती पर रेड हाउस दिल्ली से आए एक समूह ने हरिपुर गुलेर क्षेत्र का दौरा किया। दिल्ली से आए इन लोगों का मुख्य उद्देश्य कांगडा लघु चित्रकला को बारिकी से समझना था।
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राजमहल नंदपुर में ठहरे इन लोगों ने शाम के समय सैकड़ों बर्ष प्राचीन लखीण पत्थर नाम से मशहूर स्थान पर जाकर पौंग की खूबसूरती को बड़े ही करीब से निहारा। आए हुए मेहमानों ने झील में नौका विहार का भी भरपूर आनंद उठाया और सेल्फिया भी ली। शाम के समय सूर्यास्त के दृश्य ने सभी लोगों कायल कर दिया। वहीं इन लोगों द्वारा पौंग झील और इसकी सुन्दरता की भूरी भूरी प्रसंशा भी की गई।
कांगड़ा चित्रकला के नामी व मशहूर चित्रकार धनीराम के द्वारा आए हुए मेहमानों को कांगड़ा लघु चित्रकला की बारीकियों से विस्तृत जानकारी दी । अंत में कांगड़ा के मशहूर चित्रकार के जीवन पर बनी विनिंग डॉक्यूमेंट्री नयन सुख ऑफ गुलेर को भी देखा। जिसे देखकर आए हुए मेहमान बहुत ही प्रसन्न हुए गौरतलब है कि सरकार द्वारा पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए पौंग झील को और सुंदर बनाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं अब देखना यह है कि कब इस पर अमलीजामा पहनाया जाता है पौग झील के साथ ऐतिहासिक मसरूर मंदिर भी है और अब सरकार द्वारा एक सुंदर बगलामुखी मंदिर के पास चिड़ियाघर बनाने की घोषणा की है।
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